हैदराबाद में बीते दिनों स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी का शो हुआ था, जिसके विरोध में गोशामहल से विधायक टी. राजा सिंह का यूट्यूब पर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी करते देखे गए थे. इसके बाद उनकी गिरफ़्तारी के लिए विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे और भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था.
हैदराबाद: बीते 23 अगस्त को पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किए जाने और जमानत मिलने के एक दिन बाद तेलंगाना पुलिस ने भाजपा से निलंबित विधायक टी. राजा सिंह को निवारक निरोध अधिनियम (Preventive Detention Act) के तहत हैदराबाद में उनके आवास से गुरुवार को फिर से हिरासत में ले लिया.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रिकॉर्ड बताते हैं कि उसके खिलाफ दर्ज 101 आपराधिक मामलों में से 18 सांप्रदायिक अपराधों से संबंधित हैं. हैदराबाद की मंगलहाट पुलिस ने उन पर इस अधिनियम के आदेश को अमल में लाया, उन्हें सेंट्रल जेल चेरियापल्ली में बंद किया जा रहा है.
Suspended BJP leader T Raja Singh detained under PD Act. Records disclose that out of 101 criminal cases registered against him, he was involved in 18 communal offenses. Mangalhat Police executed PD order on him, he is being lodged in Central Prison, Cheriapally: Hyderabad Police pic.twitter.com/oHfn1O0xhm
— ANI (@ANI) August 25, 2022
राजधानी हैदराबाद के गोशामहल सीट से भाजपा विधायक सिंह को 23 अगस्त को इस संबंध में गिरफ्तार करने के बाद उसी दिन शाम को जमानत मिल गई थी. इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर बुधवार रात शालीबंद इलाके के पास भारी भीड़ जमा हो गई थी.
हैदराबाद के पुराने इलाके (Old City) में तीसरे दिन (बुधवार) भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा और पुलिस ने वीडियो के माध्यम से पहचान करने के बाद बुधवार को विभिन्न इलाकों से 120 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया.
मालूम हो कि मोहम्मद वजीउद्दीन सलमान नामक व्यक्ति द्वारा दबीरपुरा पुलिस थाने में राजा सिंह के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई गई है जिसमें उन पर पैगंबर मोहम्मद के विरुद्ध अश्लील भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है.
सिंह के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों में शत्रुता को बढ़ावा देने, जान-बूझकर और दुर्भावनार्पूण कृत्य करने, धर्म व धार्मिक मान्यताओं का अपमान करके किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की मंशा तथा आपराधिक धमकी के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
इसके बाद भाजपा अपने विधायक टी. राजा सिंह को बीते 23 अगस्त को ही पार्टी से निलंबित कर दिया था.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बुधवार को विधायक की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन कर रही भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर उन्हें कंचनबाग थाने में हिरासत में ले लिया था. बाद में कुछ प्रदर्शनकारियों को उनके घरों से जबरदस्ती उठा लिया गया, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किए गए.
दो बार के विधायक सिंह द्वारा यूट्यूब पर एक वीडियो जारी करने के कुछ घंटों बाद 21 अगस्त की रात को विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने भाजपा की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर के खिलाफ की गईं उनकी कुछ टिप्पणियों को दोहराया था, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विवाद को जन्म दे दे दिया था.
बहरहाल सिंह के इस इस वीडियो को बाद में सोशल मीडिया मंचों ने हटा दिया था.
बुधवार शाम को पुलिस गश्ती दलों ने दुकानों और प्रतिष्ठानों को शाम 7:30 बजे से रात 9 बजे के बीच बंद रखने का निर्देश दिया था. पुलिस ने किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी.
एक आधिकारिक बयान में तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने बुधवार को कहा था कि शांति और सुरक्षा के मामले में सरकार की एक अडिग नीति है और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा.
उन्होंने कहा था कि सरकार किसी को भी दूसरे धर्म के महत्व को कम करने या दूसरे की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए बर्दाश्त नहीं करेगी.
गृहमंत्री ने कहा था, ‘राजा सिंह की आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए राज्य भर से बहुत सारी शिकायतें मिली हैं. कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और हमारी सरकार कानून के अनुसार कार्रवाई करेगी.’ उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने और हैदराबाद की गंगा-जमुनी तहजीब को बनाए रखने की अपील की.
डिप्टी पुलिस कमिश्नर (दक्षिण क्षेत्र) पी. साई चैतन्य ने जनता से अफवाहों पर विश्वास न करने और कानून को अपने हाथ में लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि किसी भी विरोध प्रदर्शन या रैलियों के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई है और कानून का उल्लंघन होने पर कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने बताया कि राजा सिंह के खिलाफ मिलीं शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए नामपल्ली, मलकपेट, मंगलहाट, वनस्थलीपुरम, जीदीमेटला और दबीरपुरा सहित कई पुलिस स्टेशनों में और मामले दर्ज किए गए हैं.
मालूम हो कि यह विवाद स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के हैदराबाद में आयोजित एक शो को लेकर शुरू हुआ. विधायक राजा सिंह ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी की आलोचना करते हुए सोमवार रात (22 अगस्त) को एक वीडियो जारी किया था.
इस वीडियो में वह कथित तौर पर भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की तरह ही पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं.
फारूकी ने बीते 20 अगस्त को हैदराबाद शहर में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी. इससे पहले भाजपा विधायक सिंह के नेतृत्व में हिंदुत्ववादी समूहों ने फारूकी के शो के विरोध में आपत्ति जताते हुए प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद पुलिस ने सिंह को उस आयोजन स्थल पर पहुंचने की कोशिश करने पर 19 अगस्त को ऐहतियाती तौर पर हिरासत में लिया था.
बीते 21 अगस्त की देर रात ‘श्री राम चैनल तेलंगाना’ द्वारा शेयर किए गए ‘फारूकी के आका का इतिहास सुनिए’ शीर्षक वाले 10.27 मिनट के एक वीडियो में राजा सिंह को स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी और उनके कॉमेडी शो के बारे में बात करते हुए देखा जा सकता है.
उन्होंने फारूकी पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया था
गौरतलब है कि अपने कट्टर हिंदुत्ववादी विचारों के लिए जाने जाने वाले टी. राजा सिंह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान फरवरी 2022 में कहा था कि जो उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का समर्थन नहीं करेंगे वे ‘देशद्रोही’ हैं और उन्हें चुनाव के बाद इसके नतीजे भुगतने होंगे. उन्होंने कथित तौर पर धमकी दी थी कि योगी को वोट दें या बुलडोज़र का सामना करें.
जून 2022 में उनके खिलाफ अजमेर की ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को लेकर भड़काऊ टिप्पणी करने को लेकर मामला दर्ज हुआ था.
2020 में फेसबुक ने हेट स्पीच के चलते उनके एकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया था. मॉब लिंचिंग, गोरक्षा, राम मंदिर आदि मुद्दों पर भी वे समय-समय पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते देखे गए हैं.
हैदराबाद की स्थिति सीधे तौर पर राजा सिंह के नफरत फैलाने वाले भाषण का नतीजा: ओवैसी
इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित कर दिए गए विधायक टी. राजा सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असददुद्दीन ओवैसी ने बृहस्पतिवार को कहा कि हैदराबाद के कुछ हिस्सों में हुआ प्रदर्शन सीधे तौर पर भाजपा नेता के कथित नफरत फैलाने वाले भाषण का नतीजा है.
ट्विटर पर ओवैसी ने कहा कि पुलिस ने बुधवार को शाह अली बांदा इलाके से 90 लोगों को हिरासत में लिया था और उनके दखल के बाद हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया गया.
हैदराबाद से सांसद ने ट्विटर पर कहा, ‘यह स्थिति राजा सिंह के नफरत फैलाने वाले भाषण का सीधा नतीजा है. उन्हें जल्द से जल्द जेल भेजा जाना चाहिए. मैं फिर से शांति बनाए रखने की अपनी अपील दोहराता हूं. हैदराबाद हमारा घर है, इसे सांप्रदायिकता का शिकार नहीं होना चाहिए.’
उन्होंने कहा कि एआईएमआईएम विधायक अहमद बिन अब्दुल्ला बलाला और ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में पार्टी के पार्षद तनाव कम करने के लिए पूरी रात काम करते रहे.
ओवैसी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘डीसीपी दक्षिण को मेरे अभ्यावेदन पर, शाह अली बांदा और आशा टॉकीज के प्रदर्शनकारी 90 युवाओं को रिहा कर दिया गया है. एआईएमआईएम विधायक अहमद बिन अब्दुल्ला बलाला और हमारे पार्षद पूरी रात तनाव कम करने के लिए काम करते रहे. मैं उनके और पुलिस के भी संपर्क में रहा हूं.’
2. The youth were released from Kanchanbagh PS at 1:30 AM. In one case, police had used disproportionate force & barged into a home & detained 5 youths. This isn’t acceptable. They’ve been released on my representation. I asked our corporators to drop the youths back home
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 24, 2022
उनके अनुसार, एक मामले में पुलिस ने अधिक बल का प्रयोग किया और एक घर में घुसकर पांच युवकों को हिरासत में ले लिया.
हैदराबाद से सांसद ने ट्विटर पर कहा, ‘यह स्वीकार्य नहीं है. उन्हें मेरी दखल पर उन्हें रिहा कर दिया गया है. मैंने अपने पार्षदों से कहा कि वे युवकों को घर वापस छोड़ दें.’
भाजपा विधायक को तेलंगाना विधानसभा से निष्कासित किया जाए: एआईएमआईएम
इधर, एआईएमआईएम के एक विधायक सैयद अहमद पाशा कादरी ने बुधवार को तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष पी. श्रीनिवास रेड्डी को पत्र लिखा और पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित रूप से टिप्पणी करने को लेकर सदन में भाजपा के नेता टी. राजा सिंह के खिलाफ निष्कासन की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया.
कादरी ने अपने पत्र में लिखा है, सिंह ने सोमवार को पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ बयान दिया था जिससे देश भर के मुसलमानों की भावनाएं आहत हुई हैं और यह विधानसभा सदस्य के रूप में उनके शपथ का स्पष्ट उल्लंघन है.
एआईएमआईए के नेता ने कहा, ‘राजा सिंह ने बार-बार मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काई है और दुश्मनी, घृणा तथा गलत मंशा को बढ़ावा दिया है. ऐसे में उन्होंने भारत की अखंडता को बनाए रखने के अपने शपथ का भी उल्लंघन किया है. यह बयान ताजा उदाहरण है कि वह सदन के सदस्य बने रहने योग्य नहीं हैं.’
पाकिस्तान ने भाजपा के निलंबित विधायक की निंदा की
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए भाजपा के निलंबित विधायक टी. राजा सिंह की बुधवार को निंदा की.
पाकिस्तान ने भारत सरकार से कथित तौर पर बार-बार अपमानजनक टिप्पणी कर मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की भी मांग की.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने इस्लामाबाद से जारी बयान में कहा कि गत तीन महीने में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं द्वारा पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का यह दूसरा मामला है.
कार्यालय ने कहा, ‘इन अति अपमानजनक टिप्पणियों से पाकिस्तान के लोगों समेत पूरी दुनिया के करोड़ों मुस्लिमों की भावनाएं आहत हुई हैं.’
बयान में कहा गया कि भाजपा द्वारा राजा सिंह के खिलाफ की गई ‘प्रतीकात्मक और हल्की अनुशासनात्मक कार्रवाई’ भारत और पूरी दुनिया के मुसलमानों की पीड़ा और आक्रोश को शांत नहीं कर सकती.
पाकिस्तान के विदेश विभाग ने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि सिंह को कुछ घंटों के भीतर ही जमानत पर रिहा कर दिया गया.
पाकिस्तान ने इसके साथ ही भारत सरकार से तत्काल और निर्णायक कार्रवाई करने की मांग की.
उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले ही पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई एक विवादित टिप्पणी के लिए भाजपा ने अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा और पार्टी की दिल्ली इकाई के मीडिया प्रभारी नवीन जिंदल को निलंबित किया था.
इन नेताओं के बयानों को लेकर भारत के अलावा विदेशों में भी प्रदर्शन हुए थे. कई इस्लामिक देशों ने इस पर आपत्ति भी जताई थी और भारत के समक्ष इस मुद्दे को आधिकारिक रूप से भी उठाया था.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)