उत्तर प्रदेश: कथित तौर पर बाइक छू देने से शिक्षक ने दलित छात्र को पीटा, केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के एक सरकारी स्कूल का मामला. मामला सामने आने के बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित भी कर दिया गया है. कक्षा छह में पढ़ने वाले छात्र ने आरोप लगाया था कि ग़लती से शिक्षक की बाइक छू देने पर उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया था और लोहे के पाइप व झाड़ू से पिटाई की थी.

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(प्रतीकात्मक फोटो: विकिमीडिया कॉमन्स)

उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के एक सरकारी स्कूल का मामला. मामला सामने आने के बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित भी कर दिया गया है. कक्षा छह में पढ़ने वाले छात्र ने आरोप लगाया था कि ग़लती से शिक्षक की बाइक छू देने पर उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया था और लोहे के पाइप व झाड़ू से पिटाई की थी.

(प्रतीकात्मक फोटो: विकिमीडिया कॉमन्स)

बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के स्कूल के ए‍क शिक्षक द्वारा मोटरसाइकिल पर हाथ रखने को लेकर एक दलित छात्र की पिटाई के बाद उन्‍हें निलंबित कर दिया गया है. एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनिराम सिंह ने बताया कि इस मामले की खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रारंभिक जांच की गई तथा जांच रिपोर्ट में प्रथमदृष्टया दोषी पाया गया है.

सिंह ने बताया कि आरोपी शिक्षक कृष्ण मोहन शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

इस बीच पुलिस ने शिक्षक के विरुद्ध शनिवार (तीन सितंबर) को मामला दर्ज किया था. उसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने शनिवार को आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया है.

पुलिस के अनुसार जिले के नगरा थाना क्षेत्र के भीमपुरा नंबर 2 गांव निवासी विवेक, नगरा शिक्षा क्षेत्र के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रनऊपुर में कक्षा छह के छात्र हैं.

छात्र विवेक ने शनिवार को संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार (दो सितंबर) को सुबह 10:30 बजे भोजनावकाश के समय उन्होंने गलती से अपना हाथ शिक्षक कृष्ण मोहन शर्मा की मोटरसाइकिल पर रख दिया था.

विवेक ने बताया कि इसके बाद शिक्षक उन्हें लेकर कथित रूप से विद्यालय के एक कमरे में गए तथा उनका कॉलर पकड़ कर उन्हें कमरे में बंद कर दिया.

छात्र ने आरोप लगाया कि उनकी लोहे की पाइप और झाड़ू से पिटाई की गई तथा उनका गर्दन दबाया गया. विवेक ने बताया कि स्कूल के अन्य शिक्षकों और छात्रों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया.

इस घटना की जानकारी होने पर शनिवार को विद्यालय में छात्रों के परिजनों ने हंगामा किया. नगरा थाना प्रभारी देवेंद्र नाथ दूबे और खंड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा लोगों को समझाकर हंगामा समाप्त कराया.

थाना प्रभारी देवेंद्र नाथ दूबे ने बताया कि दलित छात्र की मां कौशीला की तहरीर पर शिक्षक कृष्ण मोहन शर्मा के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, छात्रा की मां ने बताया कि उनका बेटा शुक्रवार को स्कूल से देर से लौटा था. उन्होंने कहा, ‘जब मैंने उससे पूछा कि वह देर से घर क्यों आया, तो उसने मुझे स्कूल में हुई घटना के बारे में बताया.’

उन्होंने बताया कि इंटरवल के दौरान उसने एक शिक्षक की मोटरसाइकिल को छू दिया था इससे नाराज शिक्षक ने उसके साथ बदसलूकी की और बुरी तरह पीटा. बाद में शिक्षक ने मेरे बेटे को एक खाली कमरे में बंद कर दिया. स्कूल खत्म होने के बाद शिक्षक ने बेटे को घर लौटने की अनुमति दी. शिक्षक ने जातिसूचक टिप्पणी भी की थी.

मां ने बताया कि घटना की जानकारी होने के बाद उन्होंने स्कूल के प्राचार्य को फोन किया था.

उन्होंने कहा, ‘मैंने उनसे पूछा कि मेरे बेटे को उनकी मौजूदगी में क्यों परेशान किया गया और पीटा गया. जब उन्होंने कोई खास जवाब नहीं दिया तो मैंने उन्हें पुलिस में एफआईआर दर्ज करने को कहा. प्रिंसिपल ने मुझसे मामले को आगे नहीं बढ़ाने का अनुरोध किया था.’

छात्र के पिता गुजरात में मजदूरी करते हैं.

आरोपी शिक्षक के खिलाफ चोट पहुंचाने और गलत तरीके से बंधक बनाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. साथ ही शिक्षक के खिलाफ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम लागू किया है.

मालूम हो कि 31 अगस्त 2022 को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक पंचायत के दौरान ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि द्वारा एक दलित महिला और उनके नाबालिग बच्चे के साथ कथित रूप से मारपीट किए जाने के मामले में दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

पुलिस ने बताया था कि जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के कल्लापुर सरायहर्रा गांव के निवासी दलित व्यक्ति हनुमान की बेटी ने पिछली 16 अगस्त को गांव के ही स्वजातीय युवक विनेश कुमार से दोनों परिवारों की सहमति से कोर्ट मैरिज की थी. इसी बात को लेकर यह पंचायत बुलाई गई थी.

अगस्त 2022 में ही उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के छपार थाना क्षेत्र में ग्राम प्रधान और पूर्व ग्राम प्रधान द्वारा एक दलित युवक की कथित रूप से चप्पल से पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी ग्राम प्रधान को गिरफ्तार कर लिया था.

आरोप है कि जिले के ताजपुर गांव में दलित युवक द्वारा वॉट्सऐप ग्रुप में टिप्पणी किए जाने को लेकर ग्राम प्रधान ने उन्हें चप्पल से पीटा और जान से मारने की धमकी दी थी.

इसी तरह राजस्थान में जालोर जिले के एक निजी स्कूल में कथित तौर पर एक शिक्षक ने पेयजल का मटका छूने पर नौ वर्षीय एक दलित बच्चे को बीते 20 जुलाई को बुरी तरह से पीट दिया था, जिसके बाद बीते 13 अगस्त को उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी.

इसके बाद राजस्थान बाड़मेर शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में बीते 24 अगस्त को एक सरकारी स्कूल में एक शिक्षक द्वारा सवालों का जवाब नहीं देने पर सातवीं कक्षा के एक दलित छात्र की कथित रूप से पिटाई करने का मामला सामने आया था.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)