दिल्ली: स्वतंत्र थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च पर आयकर विभाग की छापेमारी

आयकर विभाग द्वारा कुछ पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों और उनके कथित संदिग्ध वित्तीय लेन-देन को लेकर कई राज्यों में छापेमारी की गई है. सूत्रों ने बताया है कि थिंक टैंक में हुई कार्रवाई का संबंध भी इसी मामले से है. सीपीआर ने अब तक इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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(साभार: संबंधित वेबसाइट)

आयकर विभाग द्वारा कुछ पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों और उनके कथित संदिग्ध वित्तीय लेन-देन को लेकर कई राज्यों में छापेमारी की गई है. सूत्रों ने बताया है कि थिंक टैंक में हुई कार्रवाई का संबंध भी इसी मामले से है. सीपीआर ने अब तक इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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नई दिल्ली: गैर-लाभकारी और स्वतंत्र थिंक टैंक सेंटर ऑफ पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) के दफ्तर में बुधवार को आयकर विभाग द्वारा छापेमारी की गई.

आयकर विभाग द्वारा कुछ पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों और उनके कथित संदिग्ध वित्तीय लेन-देन को लेकर गुजरात, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा समेत कुछ अन्य राज्यों में छापेमारी की गई है.

एनडीटीवी के अनुसार, सूत्रों ने बताया है कि थिंक टैंक में हुई कार्रवाई का संबंध भी इसी मामले से है.

1973 में स्थापित सीपीआर ने अपनी वेबसाइट पर ‘प्रासंगिक प्रश्न पूछने और भारत में प्रमुख नीतिगत चुनौतियों पर साक्ष्य तैयार करने’ को अपने उद्देश्यों में से एक बताया है.

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पूर्व प्रोफेसर और राजनीतिक विश्लेषक मीनाक्षी गोपीनाथ वर्तमान में सीपीआर के गवर्निंग बोर्ड की अध्यक्ष हैं. वे दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्रीराम कॉलेज की प्रिंसिपल भी रही हैं.

यामिनी अय्यर इसकी अध्यक्ष और चीफ एग्जीक्यूटिव हैं. बोर्ड के अन्य सदस्यों में पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन, आईआईएम अहमदाबाद की  प्रोफेसर रमा बीजापुरकर और सुप्रीम कोर्ट के वकील श्याम दीवान शामिल हैं.

सीपीआर की ओर से इस छापेमारी को लेकर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.