‘असमिया प्रतिदिन’ में काम करने वाले बनजीत ठाकुरिया 7 सितंबर को एक रेस्तरां में लगी आग की घटना को कवर करने गए थे, जहां उनके साथ कुछ लोगों ने मारपीट की. जब वे इसकी शिकायत दर्ज करवाने पुलिस थाने गए, तब उन्हें ही हिरासत में ले लिया गया.
गुवाहाटी: हाल में एक घटना को कवर करने के लिए गए वरिष्ठ पत्रकार बनजीत ठाकुरिया पर कथित हमले और उसके बाद पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के विरोध में मीडियाकर्मियों ने शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया. बनजीत ‘असमिया प्रतिदिन’ में काम करते हैं.
प्रदर्शनकारी मीडियाकर्मियों ने हमलावरों की तत्काल गिरफ्तारी और चांदमारी थाने के प्रभारी अधिकारी तिनकुमोनी बोरदोलोई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने इस घटना की शिकायत दर्ज कराने गए ठकुरिया को कथित तौर पर हिरासत में लिया था.
गुवाहाटी प्रेस क्लब ने परिसर के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें विभिन्न संगठनों के मीडियाकर्मी काले मास्क पहनकर शामिल हुए. प्रदर्शन में लगभग सभी मीडिया संगठनों के संपादक और वरिष्ठ पत्रकार मौजूद थे.
ठाकुरिया के साथ उस समय मारपीट की गई, जब वह 7 सितंबर को कॉमर्स कॉलेज प्वाइंट स्थित एक रेस्तरां में आग लगने की घटना को कवर करने के लिए गए थे और चांदमारी थाने के प्रभारी अधिकारी ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय कथित तौर पर उन्हें रात भर हिरासत में रखा था.
गुवाहाटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष मनोज नाथ और महासचिव संजय रे ने कहा, ‘पुलिस का यह व्यवहार स्वीकार्य नहीं है. हम उक्त आरोपी पुलिस अधिकारी और ठाकुरिया पर हमला करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं.’
गुवाहाटी प्रेस क्लब ने मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा को ज्ञापन भेजकर पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
द सेंटिनल की खबर के मुताबिक, मानव अधिकार संग्राम समिति ने भी ठाकुरिया पर हमले की निंदा की है.
पत्रकार के हमलावरों को उदाहरण पेश करने वाली सजा नहीं दिए जाने पर पुलिस विभाग के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए संगठन ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है और पत्रकार सुरक्षा कानून लाने के लिए कहा है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)