घटना गुजरात विश्वविद्यालय के पास एक निर्माण स्थल पर हुई. पुलिस ने बताया कि पांच मजदूर 13वीं मंजिल पर एलिवेटर शाफ्ट से दीवार पर प्लास्टर कर रहे थे, तभी वे जिस लकड़ी के तख़्ते पर खड़े थे, वो टूटकर सीधे बेसमेंट में जा गिरा. इससे 5वीं मंजिल पर काम कर रहे दो अन्य लोग भी संतुलन खोकर नीचे गिर गए.
अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद शहर में बुधवार को एक निर्माणाधीन इमारत का एलिवेटर गिरने के बाद सात मजदूरों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने यह जानकारी दी.
इमारत यहां गुजरात विश्वविद्यालय के निकट बनाई जा रही है.
पुलिस उपायुक्त जोन-1 लवीना सिन्हा ने कहा, ‘शुरुआती जांच में पता चला है कि मजदूरों को ले जा रहा एलिवेटर सातवें तल से नीचे गिर गया, जिसके चलते आठ मजदूरों की मौत हो गई.’
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने पहले मरने वालों की संख्या आठ बताई थी, लेकिन एक अधिकारी ने बाद में कहा कि एक कर्मचारी का इलाज चल रहा है.
घटना गुजरात विश्वविद्यालय के पास स्थित स्थल पर सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुरू में कहा था कि श्रमिकों को ले जा रही लिफ्ट सातवीं मंजिल से जमीन पर गिर गई थी, लेकिन बाद में पुलिस ने कहा कि श्रमिक उस वक्त नीचे गिरे, जब एलिवेटर शाफ्ट के अंदर का एक ढांचा ढह गया.
पुलिस के सहायक आयुक्त एलबी ज़ाला ने कहा, ‘पांचवीं मंजिल पर काम कर रहे दो अन्य लोग भी संतुलन खोकर नीचे गिर गए. उनमें से सात की मौत हो गई, जबकि एक का इलाज चल रहा है.’
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पुलिस के अनुसार, पांच मजदूर 13वीं मंजिल से नीचे गिर गए, जबकि तीन अन्य पांचवीं मंजिल से गिर गए.
पुलिस ने बताया कि पांच मजदूर 13वीं मंजिल पर लिफ्ट शाफ्ट की दीवार पर प्लास्टर कर रहे थे, तभी वे जिस लकड़ी के तख्त पर खड़े थे, वह टूटकर सीधे बेसमेंट में जा गिरा.
शहर पुलिस के बी डिवीजन के एसीपी एलबी जाला ने कहा, ‘गिरने की आवाज सुनकर पांचवीं मंजिल पर मौजूद तीन श्रमिक यह देखने के लिए दौड़े कि क्या हुआ और वे भी शाफ्ट में गिर गए.’
एसीपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आवश्यक सुरक्षा उपाय नहीं किए गए थे और ठेकेदार की ओर से कोई लापरवाही पाए जाने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
भूतल पर काम कर रहे एक प्रत्यक्षदर्शी ने संवाददाताओं को बताया कि पीड़ित मजदूर पंचमहल जिले के मूल निवासी थे.
उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई सुरक्षा गियर नहीं पहना था. अहमदाबाद के मुख्य अग्निशमन अधिकारी जयेश खड़िया ने आश्चर्य व्यक्त किया कि घटना के बाद अग्निशमन विभाग को कोई फोन नहीं आया.
उन्होंने कहा, ‘हमें कोई सूचना नहीं मिली है. हमें घटना के बारे में मीडिया से पता चला. हमारे प्राथमिक विश्लेषण से पता चलता है कि लिफ्ट शाफ्ट के अंदर जिस ढांचे पर ये मजदूर खड़े थे, वह अज्ञात कारणों से गिर गया.’
अहमदाबाद के मेयर किरीट परमार ने कहा कि अगर बिल्डरों ने किसी कानून का उल्लंघन किया है तो पुलिस उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगी.
उन्होंने कहा, ‘बिल्डरों ने भवन निर्माण के लिए नगर निगम से आवश्यक अनुमति ली थी. हालांकि यह घटना सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुई, लेकिन हमारे अधिकारियों को सुबह करीब साढ़े 11 बजे सूचित किया गया.’
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, पुलिस ने बुधवार देर शाम ठेकेदार सौरभ शाह और दो उप-ठेकेदारों दिनेश प्रजापति और नैमिष पटेल के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 114 (उकसाने) के तहत मामला दर्ज किया है.
पुलिस के इंस्पेक्टर वीजे जडेजा ने कहा कि ठेकेदार और उसके दो सब कांट्रैक्टरों ने निर्माण मजदूरों को कोई सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराकर उनकी जान जोखिम में डाल दी.
मृतक मजदूरों की पहचान – पंचमहल के समरकुवा गांव का निवासी 21 वर्षीय जगदीश नायक, दाहोद के देवगढ़ बरिया के विरोल गांव के निवासी संजय बाबू नायक (20) और अश्विन नायक (20), पंचमहल के वावकुली गांव के निवासी संजय मंगा नायक (21), शैलेश नायक (19), और मुकेश नायक (26), और राजस्थान के बांसवाड़ा के गनोदा के मूल निवासी राजमल खराड़ी (25) के रूप में हुई है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)