बीते 14 नवंबर को दक्षिण मिज़ोरम के हनहथियाल ज़िले में स्थित पत्थर की एक खदान धंसने से वहां काम कर रहे बारह लोग लापता हो गए थे. अब तक ग्यारह शव बरामद किए जा चुके हैं और एक व्यक्ति अब भी लापता हैं.
आइजोल: दक्षिण मिजोरम के हनहथियाल जिले में 14 नवंबर को ढही पत्थर की एक खदान के मलबे से तीन और शव बरामद किए गए हैं.
एनडीटीवी के मुताबिक, अतिरिक्त उपायुक्त सैजिकपुई ने बताया बताया कि अब तक 11 शव बरामद किए जा चुके हैं और एक व्यक्ति अब भी लापता हैं.
अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि बीएसएफ, असम राइफल्स, एनडीआरएफ, राज्य पुलिस और जिला प्रशासन की टीमें शेष व्यक्ति के शव को निकालने के लिए तलाशी अभियान में लगी हुई हैं.
उन्होंने बताया कि मृतकों में पश्चिम बंगाल के पांच, झारखंड और असम के दो-दो तथा मिजोरम के लुंगलेई जिले का एक श्रमिक शामिल है.
हनथियाल कस्बे से करीब 23 किलोमीटर दूर मौदढ़ गांव में सोमवार को पत्थर की खदान धंसने से वहां काम कर रहे कुल 12 लोग लापता हो गए थे.
हनहथियाल के जिला उपायुक्त आर लालरेमसंगा ने कहा, ‘मंगलवार रात सघन तलाशी अभियान के बाद मलबे से दो और शव बरामद किए गए हैं. इसके साथ ही पत्थर की खदान के मलबे में दबे कुल 12 लोगों में से 10 का पता लगा लिया गया है.’
उन्होंने बताया कि दो श्रमिक अब भी लापता हैं और उनकी तलाश जारी है. ये श्रमिक मिजोरम और असम के रहने वाले हैं.
हनहथियाल के पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार ने कहा कि पत्थर की खदान में जब भूस्खलन हुआ, तब वहां कुल 13 श्रमिक काम कर रहे थे. हालांकि, इनमें से एक बाहर निकलने में सफल हो गया, जबकि 12 अन्य मलबे में फंस गए.
प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि श्रमिकों ने बहुत गहरी खुदाई कर दी थी, जिससे पत्थर की खदान ढह गई. लालरेमसंगा ने बताया कि हादसे में खुदाई करने वाली पांच मशीनें, एक स्टोन क्रशर और एक ड्रिलिंग मशीन भी पूरी तरह से मलबे में दब गए.
उन्होंने कहा कि भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र लगभग 5,000 वर्ग मीटर है.
पत्थर की इस खदान का स्वामित्व एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के पास है. हादसे में लापता 12 लोगों में से चार एबीसीआई इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी थे, जबकि आठ अन्य एक ठेकेदार के साथ काम करते थे.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)