छत्तीसगढ़ के बस्तर ज़िला मुख्यालय जगदलपुर से लगभग 12 किलोमीटर दूर मालगांव में हुआ हादसा. पुलिस ने बताया कि ग्रामीण अपने निजी इस्तेमाल के लिए पिछले कई दिनों से मिट्टी खोद रहे थे और यह कोई व्यावसायिक खदान नहीं थी.
जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में शुक्रवार को मिट्टी की खदान का कुछ हिस्सा धंस जाने से पांच महिलाओं सहित छह लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए. राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने यह जानकारी दी.
साहू ने विधानसभा में शुक्रवार को बताया कि जिला मुख्यालय जगदलपुर से लगभग 12 किलोमीटर दूर नगरनार थाना क्षेत्र के मालगांव में छुई मिट्टी खदान के धंसने से इसमें दबकर छह लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में पांच महिलाएं शामिल हैं.
बस्तर क्षेत्र में सफेद मिट्टी, जिसे ‘छुई’ के रूप में जाना जाता है, का उपयोग ग्रामीणों द्वारा मिट्टी की दीवारों को रंगने के लिए किया जाता है.
उन्होंने बताया कि इस घटना में तीन महिलाएं घायल हुई हैं. घायलों को जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में भर्ती कराया गया है. सभी की हालत खतरे से बाहर है.
मंत्री ने बताया कि पुलिस, स्थानीय प्रशासन और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम बचाव कार्य में लगी हुई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रत्येक मृतक व्यक्ति के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है.
इससे पहले शहर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) विकास कुमार ने बताया था कि इस घटना में सात लोगों की मौत हुई है.
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी. ने कहा कि हादसे का शिकार हुए लोग गांव के बाहरी इलाके में एक खेत से मिट्टी खोद रहे थे, जिसने एक छोटी खदान का आकार ले लिया था, जिसके कारण वे मलबे में फंस गए.
सुंदरराज ने बताया कि ग्रामीण अपने निजी इस्तेमाल के लिए पिछले कई दिनों से मिट्टी खोद रहे थे और यह कोई व्यावसायिक खदान नहीं थी.
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया.
पुलिस ने बताया कि मारे गए लोगों की पहचान रामेश्वर बघेल (35 वर्ष), दशमती नाग (35 वर्ष), कुमारी नाग (23 वर्ष), कमली (25 वर्ष), शांति नाग (35 वर्ष) और शैतो (32 वर्ष) के रूप में हुई है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीन घायल मनमती (32 वर्ष), लखमी कश्यप (35 वर्ष) तथा 14 वर्षीय पूर्णिमा को जगदलपुर के मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में भर्ती कराया गया.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा जांच जारी है.
दैनिक भास्कर के मुताबिक, मालगांव में जिस जगह पर हादसा हुआ है वहां पर ग्रामीणों ने करीब 10 फीट लंबी सुरंग बना दी थी. अंदर से रोज छुई मिट्टी निकालते थे.
यह खनन शासकीय भूमि पर अवैध रूप से किया जा रहा था. इलाके के लोग रोजाना यहां से मिट्टी निकालकर अपने घरेलू काम के लिए लेते थे. इस जगह पर करीब सालभर से छुई मिट्टी निकालने का काम जारी था. इसकी जानकारी प्रशासन को भी नहीं दी गई थी. इस हादसे के बाद ग्रामीणों को खनन करने के लिए मना कर दिया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)