कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ ज़िले के एक प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में एक हिंदू लड़की और एक मुस्लिम लड़के के बीच प्रेम संबंध के विरोध में हिंदुत्ववादी संगठनों से जुड़े कुछ छात्रों को आपत्ति थी, जिसके चलते उन्होंने लड़के को चेतावनी देते हुए उसके साथ अभद्रता की थी. इससे परिसर में दोनों समुदायों के छात्रों के बीच झड़प के बाद तनाव पैदा हो गया था.
बेंगलुरू: कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में एक प्री-यूनिवर्सिटी (पीयू) कॉलेज के 18 छात्रों को इस हफ्ते की शुरुआत में निलंबित कर दिया गया.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एक हिंदू लड़की और एक मुस्लिम लड़के के बीच कथित अंतरधार्मिक संबंध के चलते पनपे झगड़े के बाद यह कार्रवाई की गई.
निलंबित किए गए 14 लड़के और 4 लड़कियां विट्ठल पीयू कॉलेज में विज्ञान संकाय के दूसरे वर्ष के विद्यार्थी हैं.
प्रिंसिपल आदर्श राय के मुताबिक, लड़के और लड़की के बीच रिश्ते का मामला जब तीन महीने पहले सामने आया था तो हिंदुत्ववादी संगठनों से जुड़े कुछ छात्रों ने इस रिश्ते पर आपत्ति जताई थी. लड़के, लड़की एवं उनके माता-पिता को कॉलेज बुलाया गया और चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था.
हालात तब बिगड़ गए जब सोमवार (12 दिसंबर) को छात्रों को मोबाइल का उपयोग करने से रोकने के लिए बैग का निरीक्षण किया गया. इस दौरान लड़की के बैग से एक प्रेम पत्र मिला और इससे परिसर में दोनों समुदायों के छात्रों के बीच तनाव पैदा हो गया.
इसके बाद लड़की के माता-पिता को बुलाया गया और उसे केवल मार्च में वार्षिक परीक्षा देने के लिए कॉलेज आने को कहा गया. कॉलेज नहीं आया था.
जब मुस्लिम लड़का अगले दिन कॉलेज लौटा तो चेतावनी दिए जाने के बावजूद भी लड़की से संबंध जारी रखने पर कुछ हिंदू लड़कों ने कथित तौर पर उसे फिर से चेताया और उसके साथ अभद्रता की. इससे दोनों समुदायों के छात्रों के बीच
झड़प हो गई.
इससे पहले कि घटना अप्रिय मोड़ ले पाती प्रिंसिपल ने हस्तक्षेप किया और सभी छात्रों के माता-पिता को बुलाया, जो लड़के और लड़की के दोस्त थे और परिसर में हंगामा करने में शामिल थे, उन्हें निलंबित कर दिया.
प्रिंसिपल राय ने बताया, ‘कुछ हिंदू लड़कों ने मुस्लिम लड़के से प्रेम पत्र के बारे में पूछताछ शुरू कर दी. इससे परिसर में तनाव फैल गया और हमें लड़के व लड़की के माता-पिता को फिर से बुलाना पड़ा. हमने लड़की के माता-पिता से बात की और एहतियात के तौर पर हमने लड़की को केवल वार्षिक परीक्षा के लिए कॉलेज आने का निर्देश दिया.’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमने इस घटना में शामिल अन्य छात्रों को निलंबित कर दिया है और उन्हें भी केवल मार्च 2023 में होने वाली वार्षिक परीक्षा में शामिल होने का निर्देश दिया है.’
राय ने कहा कि कुछ लड़कियां जिन्होंने कथित तौर पर लड़के और लड़की के बीच प्यार पनपने में मदद की, वे भी निलंबित लोगों में शामिल हैं. उन्होंने आगे कहा कि हालात नियंत्रण में हैं और कॉलेज प्रबंधन अब से छात्रों पर कड़ी नजर रखेगा.
इस बीच, दक्षिण कन्नड़ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) इकाई ने आरोप लगाया है कि अंतरधार्मिक प्रेम हिंदू लड़कियों को फंसाने और उन्हें इस्लाम धर्म में परिवर्तित करने की एक सुनियोजित साजिश है.
उन्होंने कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया पर भी आरोप लगाया कि उसने ऐसे समूह बनाए हैं जो मुस्लिम लड़कियों और लड़कों को हिंदू लड़कियों को अंतरधार्मिक प्रेम संबंधों में फंसाने और उनकी भावनाओं का फायदा उठाने के लिए निर्देशित करते हैं. कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की छात्र शाखा है.