असम के शिक्षा मंत्री ने विधानसभा में बताया कि 1,100 से अधिक स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है और बिजली का कनेक्शन भी तक़रीबन इतने ही स्कूलों में नहीं है. इसके अलावा 2,900 स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चलाए जा रहे हैं, जबकि लगभग 4,800 शैक्षणिक संस्थान एक कमरे में संचालित होते हैं.
गुवाहाटी: असम में 3,000 से अधिक स्कूलों में लड़कों के लिए उचित शौचालय की सुविधा नहीं है, जबकि 1,600 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों में छात्राओं के लिए ऐसी सुविधाओं की कमी है. राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में यह जानकारी दी.
शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने कहा कि 1,100 से अधिक स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है और 1,100 से अधिक में बिजली कनेक्शन नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि 2,900 स्कूल एकल शिक्षकों द्वारा चलाए जा रहे हैं, जबकि लगभग 4,800 शैक्षणिक संस्थानों में कोई विभाजन दीवार नहीं है और वे एक कमरे में संचालित होते हैं.
कांग्रेस विधायक और विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया के एक गैर-तारांकित सवाल का जवाब देते हुए पेगू ने कहा कि लड़कों के लिए बिना उचित शौचालय सुविधा वाले 3,117 स्कूलों में से 2,747 प्राथमिक स्तर के और 370 माध्यमिक स्तर के हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मंत्री ने कहा कि कुल 1,693 स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय की सुविधा नहीं है, जिनमें प्राथमिक स्तर के 1,582 और माध्यमिक स्तर के 111 शामिल हैं.
मंत्री ने यह भी कहा कि 1,124 स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है, जिनमें से 1,066 प्राथमिक स्तर और 58 माध्यमिक स्तर के हैं.
उन्होंने उल्लेख किया कि 2,979 स्कूल एकल-शिक्षक वाले हैं, जबकि 15,161 शैक्षणिक संस्थानों में प्रत्येक को दो शिक्षकों द्वारा चलाया जाता है और 8,207 स्कूल में तीन शिक्षक हैं. उन्होंने कहा कि ये सभी प्राथमिक स्कूल हैं और इन श्रेणियों में माध्यमिक स्तर का कोई शिक्षण संस्थान नहीं है.
पेगू ने कहा कि 2,916 प्राथमिक स्कूल हैं, जिनमें प्रत्येक में सात से अधिक शिक्षक हैं और 4,129 माध्यमिक और उच्च माध्यमिक संस्थान एक ही श्रेणी में हैं.
मंत्री ने यह भी कहा कि बिना विभाजन दीवार वाले 4,799 प्राथमिक स्कूल हैं, जो पहले 10,472 थे.
पेगू ने कहा कि कुल मिलाकर 1,107 स्कूलों, जिनमें 1,097 प्राथमिक और 10 माध्यमिक स्तर के हैं, में बिजली कनेक्शन नहीं है, हालांकि इन सभी स्कूलों को अगले साल जनवरी तक यह सुविधा प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)