यूपी: इक़बाल की कविता पाठ के संबंध में शिक्षामित्र गिरफ़्तार, स्कूल से भी बर्ख़ास्त

उत्तर प्रदेश में बरेली ज़िले के फ़रीदपुर स्थित एक सरकारी स्कूल में प्रार्थना के दौरान प्रख्यात कवि इक़बाल की कविता ‘लब पे आती है दुआ’ का पाठ कराने को लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रिंसिपल और शिक्षामित्र के ख़िलाफ़ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप केस दर्ज कराया था. मामले में प्रिसिंपल को दो दिन पहले निलंबित कर दिया गया था.

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(प्रतीकात्मक फोटो साभार: ट्विटर स्क्रीनग्रैब)

उत्तर प्रदेश में बरेली ज़िले के फ़रीदपुर स्थित एक सरकारी स्कूल में प्रार्थना के दौरान प्रख्यात कवि इक़बाल की कविता ‘लब पे आती है दुआ’ का पाठ कराने को लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रिंसिपल और शिक्षामित्र के ख़िलाफ़ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप केस दर्ज कराया था. मामले में प्रिसिंपल को दो दिन पहले निलंबित कर दिया गया था.

(फोटो साभार: वीडियो स्क्रीनग्रैब)

बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फरीदपुर के एक सरकारी उच्च प्राथमिक स्कूल में प्रख्यात कवि इकबाल की कविता ‘लब पे आती है दुआ’ का पाठ कराने से हुए विवाद के संबंध में आरोपी दो शिक्षकों में से एक (शिक्षामित्र) को गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस ने उन्हें अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. आरोपी को सेवा से भी बर्खास्त कर दिया गया है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

बरेली के पुलिस अधीक्षक (देहात) राज कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रार्थना विवाद की जांच चल रही है. पुलिस ने शिक्षामित्र वजरुद्दीन को हिंदू समुदाय की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया.

उन्होंने बताया कि आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.

घटना से संबंधित वीडियो में स्कूल में प्रार्थना के तौर पर बच्चों को ‘मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको, नेक जो राह हो चलाना मुझको, लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी’ गाते हुए देखा जा सकता है.

इसे वर्ष 1902 में मोहम्मद इकबाल ने लिखा था, जिन्हें अल्लामा इकबाल के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने ‘सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा’ जैसा गीत भी लिखा है.

इस सरकारी स्कूल कक्षा 1 से 8 तक करीब 265 छात्र हैं.

विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने इस मामले का संज्ञान लेकर पुलिस को तहरीर दी थी. इसके बाद प्रिसिंपल और शिक्षामित्र के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में बीते 21 दिसंबर को केस दर्ज किया गया था.

पदाधिकारियों ने इसे मदरसे वाली प्रार्थना बताकर प्रिंसिपल और शिक्षामित्र के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने और धर्मांतरण की कोशिश का आरोप लगाया था. उनका दावा था कि ऐसी प्रार्थनाओं का विरोध करने वाले छात्रों को धमकी दी गई थी.

इस मामले में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल की प्रिंसिपल नाहिद सिद्दीकी को दो दिन पहले निलंबित कर दिया गया था. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि शिक्षामित्र वजरुद्दीन की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं.

इस संबंध में 62 वर्षीय नाहिद सिद्दीकी ने कहा था कि जब कथित घटना हुई तब वह स्कूल में नहीं थीं. वह बीते 12 दिसंबर से छुट्टी पर गई थीं.

अगले साल मार्च में रिटायर होने जा रहीं प्रिंसिपल ने कहा था, ‘मैं मेडिकल लीव पर हूं. छुट्टी पर जाने से पहले हम प्रतिदिन राष्ट्रगान के साथ निर्धारित प्रार्थना ‘ऐ शक्ति हमें देना दाता’ का पाठ करते थे. मेरी गैरहाजिरी में शिक्षामित्र ने सुबह की सभा के दौरान ‘लब पे आती है दुआ’ का पाठ करवाया. इससे पहले जब शिक्षामित्र ने मुझे इस प्रार्थना को पढ़ने के लिए कहा था तो मैंने मना कर दिया था.’

मालूम हो कि इससे पहले 2019 में राज्य के पीलीभीत जिले के एक सरकारी स्कूल में यही गीत ‘लब पे आती है दुआ’ छात्रों द्वारा गाए जाने के बाद एक प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया था. इस मामले में भी विहिप द्वारा शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)