विज्ञापन के दावों को प्रमुखता से दिखाया जाना चाहिए, हैशटैग या लिंक के रूप में नहीं: केंद्र

उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने सोशल मीडिया विज्ञापन को ज़िम्मेदारी से संचालित करने के महत्व पर भी जोर देते हुए कहा कि प्रभावशाली और लोकप्रिय हस्तियों को विज्ञापनदाताओं से संबंधित हर उस तथ्य का ख़ुलासा करने की ज़रूरत है, जो उनके प्रतिनिधित्व की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकता है.

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उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह मुंबई में भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए. (फोटो साभार: Photo/pib.gov.in)

उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने सोशल मीडिया विज्ञापन को ज़िम्मेदारी से संचालित करने के महत्व पर भी जोर देते हुए कहा कि प्रभावशाली और लोकप्रिय हस्तियों को विज्ञापनदाताओं से संबंधित हर उस तथ्य का ख़ुलासा करने की ज़रूरत है, जो उनके प्रतिनिधित्व की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकता है.

उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह मुंबई में भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए. (फोटो साभार: पीआईबी)

नई दिल्ली: केंद्र ने सोमवार को कहा कि उपभोक्ताओं के हित में विज्ञापनों में दावों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाना चाहिए न कि हैशटैग या लिंक के रूप में.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने सोमवार को मुंबई में भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए सोशल मीडिया विज्ञापन को जिम्मेदारी से संचालित करने के महत्व पर भी जोर दिया.

उन्होंने कहा कि आज देश में सोशल मीडिया उपयोगकर्ता 50 करोड़ से ज्यादा हैं, ऐसे में विज्ञापनों को जिम्मेदारी के साथ दर्शाया जाना चाहिए.

सिंह ने कहा कि प्रभावशाली और लोकप्रिय हस्तियों को विज्ञापनदाताओं से संबंधित हर उस तथ्य का खुलासा करने की जरूरत है, जो उनके प्रतिनिधित्व की विश्वसनीयता को प्रभावित कर सकता है.

उन्होंने कहा, ‘ये सूचनाएं ऐसे दी जानी चाहिए कि उपभोक्ता इन्हें नजरअंदाज न कर पाएं और इन्हें कई हैशटैग और लिंक के बीच में नहीं रखना चाहिए.’

सचिव ने कहा कि तस्वीरों में विज्ञापन के दौरान दावों को तस्वीर के ऊपर स्पष्ट रूप से दिखाना चाहिए. वीडियो में विज्ञापन के दौरान इन दावों को ऑडियो और वीडियो दोनों प्रारूपों में खुलासा (डिस्क्लोज़र) किया जाना चाहिए.

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि लाइव स्ट्रीम में डिस्क्लोज़र को लगातार प्रदर्शित किया जाना चाहिए और प्रमुखता से रखा जाना चाहिए.

उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए निर्माताओं, सेवा प्रदाताओं, विज्ञापनदाताओं और विज्ञापन एजेंसियों के कर्तव्य पर जोर दिया कि उनके विज्ञापन उपभोक्ताओं को गुमराह न करें.

सिंह ने सहायक व्यवसायों और उपभोक्ता हितों की रक्षा के बीच संतुलन बनाने की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला. सिंह ने अच्छे और बुरे विज्ञापनों के बीच अंतर किया और कहा कि सरकार का इरादा व्यवसायों के विकास में बाधा डालना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि नैतिक मानकों को पूरा किया जाए.