असम की मरियानी विधानसभा से भाजपा विधायक रूपज्योति कुर्मी ने बीते हफ्ते कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंदिर बनाने के लिए ताजमहल को ढहाने की सिफ़ारिश की है. असम के एक वकील ने उनके बयान को सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वाला बताते हुए स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. भाजपा ने विधायक के बयान के संबंध में अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
नई दिल्ली: ताजमहल को ढहाने की मांग करने वाले असम के भाजपा विधायक को लेकर जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व खामोश बना हुआ है, वहीं उनके खिलाफ असम के एक थाने में एक स्थानीय वकील ने शिकायत दर्ज करवाई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 4 अप्रैल को मरियानी विधानसभा से भाजपा विधायक रूपज्योति कुर्मी ने संवाददाताओं से कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंदिर बनाने के लिए ताजमहल ढहाने की सिफारिश की थी.
स्थानीय मीडिया संस्थान प्रतिदिन टाइम ने बताया है कि एडवोकेट तेजुद्दीन अहमद ने लताशील थाने में एक शिकायत भेजी है.
प्रतिदिन टाइम द्वारा प्रकाशित थाना प्रभारी को लिखे अहमद के पत्र में कहा गया है, ‘हम जानते हैं कि ताजमहल का संचालन केंद्र सरकार द्वारा प्राचीन स्मारक और पुरातत्व स्थल और अवशेष अधिनियम 1958 के तहत संरक्षित है. इसके अलावा, यूनेस्को ने वर्ष 1983 में ताजमहल को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी है. कुर्मी का उक्त बयान बहुत ही सांप्रदायिक और राष्ट्र-विरोधी है जो सामाजिक अशांति पैदा कर सकता है और किसी भी समय सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकता है.’
गौरतलब है कि कुर्मी की टिप्पणी की निंदा करते हुए भाजपा के राज्य या केंद्रीय नेतृत्व की ओर से कोई बयान नहीं आया है.
बयान को लेकर विवाद तब उपजा, जब एक वीडियो सामने आया जिसमें कुर्मी ताजमहल और कुतुब मीनार में मंदिर बनाने की मांग कर रहे थे. साथ ही इस तरह की किसी योजना के लिए अपना एक साल का वेतन दान करने को तैयार थे.
वीडियो सामने आने के बाद भी विधायक ने अपने बयान को दोहराया. उन्होंने कहा, ‘शाहजहां ने अपनी चौथी पत्नी मुमताज़ की याद में ताजमहल बनवाया था.अगर वह मुमताज़ से प्यार करते थे, तो उन्होंने मुमताज़ की मौत के बाद तीन बार और शादी क्यों की.’
#WATCH | Taj Mahal is not the symbol of Love. Shah Jahan built Tajmahal in memory of his 4th wife Mumtaz. If he loved Mumtaz, then why he married three times more after the death of Mumtaz: Rupjyoti Kurmi, BJP (05.04) pic.twitter.com/raMN4obqdj
— ANI (@ANI) April 6, 2023
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा कक्षा 12 की इतिहास की पाठ्यपुस्तक से मुगल इतिहास पर एक विशिष्ट अध्याय को हटाने को लेकर खड़े हुए विवाद के संदर्भ में कुर्मी ने यह टिप्पणी की थी.
अध्याय को हटाने के इस निर्णय की विभिन्न क्षेत्रों से काफी आलोचना हुई है, क्योंकि क्योंकि कई लोग इसे इतिहास को फिर से लिखने और भारतीय इतिहास में मुगल युग के महत्व को कम करने के प्रयास के रूप में देख रहे हैं.