द वायर को दिए एक इंटरव्यू में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रधानमंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनमें एक आरोप यह भी है कि वर्ष 2019 में हुआ पुलवामा हमला मोदी सरकार की ‘अक्षमता’ का नतीजा था. कांग्रेस ने पीएम मोदी पर 2019 के आम चुनावों से पहले अपनी छवि को ‘बचाने’ के लिए इस घटना को ‘दबाने’ का आरोप लगाया है.
नई दिल्ली: द वायर ने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का शुक्रवार (14 अप्रैल) का एक इंटरव्यू लिया था. इस विस्फोटक इंटरव्यू के बाद विपक्षी दलों और कार्यकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
मलिक ने इंटरव्यू में कहा था कि फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमला, जिसमें 40 सैनिकों की जान चली गई थी, नरेंद्र मोदी सरकार की ‘अक्षमता’ और बड़े पैमाने पर खुफिया विफलता का परिणाम था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर द वायर का इंटरव्यू साझा करते हुए वह लिखा जो मलिक ने अपने इंटरव्यू में कहा था: ‘प्रधानमंत्री जी को भ्रष्टाचार से कोई बहुत नफरत नहीं है.’
“प्रधानमंत्री जी को corruption से कोई बहुत नफ़रत नहीं है।” pic.twitter.com/GzhsSGB2qP
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 14, 2023
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर पेज पर मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों को दोहराया और मोदी पर 2019 के आम चुनावों से पहले अपनी व्यक्तिगत छवि को ‘बचाने’ के लिए इस घटना को ‘दबाने’ का आरोप लगाया.
कांग्रेस ने अपने ट्विटर पोस्ट में लिखा, ‘नरेंद्र मोदी जी, पुलवामा हमला और उसमें 40 जांबाजों की शहादत आपकी सरकार की गलती से हुई. अगर हमारे जवानों को एयरक्राफ्ट मिल जाता तो आतंकी साजिश नाकाम हो जाती. आपको तो इस गलती के लिए एक्शन लेना था और आपने न सिर्फ इस बात को दबाया पर अपनी छवि बचाने में लग गए. पुलवामा पर सत्यपाल मलिक की बात सुनकर देश स्तब्ध है.’
.@narendramodi जी, पुलवामा हमला और उसमें 40 जांबाजों की शहादत आपकी सरकार की गलती से हुई।
अगर हमारे जवानों को एयरक्राफ्ट मिल जाता तो आतंकी साजिश नाकाम हो जाती।
आपको तो इस गलती के लिए एक्शन लेना था और आपने ना सिर्फ इस बात को दबाया पर अपनी छवि बचाने में लग गए।
पुलवामा पर सत्यपाल… pic.twitter.com/6qBVTpMqtk
— Congress (@INCIndia) April 14, 2023
कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने मलिक द्वारा किए गए खुलासे को ‘बहुत ही चिंताजनक’ बताया. उन्होने ट्विटर पर लिखा, ‘मैंने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की करण थापर के साथ बातचीत को बहुत ध्यान से देखा. अगर पूर्व माननीय राज्यपाल जो कह रहे हैं वह सही है तो यह बेहद चिंताजनक है.’
I watched Former Jammu & Kashmir Governor @SatyapalMalik6 conversation very carefully with @KaranThapar_TTP .
If what the Former Hon’ble Governor is saying is correct it is very very disturbing to say the least. It will play out very badly in the international arena. https://t.co/A9ORdWr1tc
— Manish Tewari (@ManishTewari) April 14, 2023
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मलिक की इस टिप्पणी का जिक्र किया कि प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार से कोई समस्या नहीं है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा उच्च संवैधानिक पदों के लिए चुने गए व्यक्ति अगर इस तरह का बयान देते हैं, तो इससे पता चलता है कि भ्रष्टाचार भाजपा की प्राथमिकता नहीं है.
वह कथित दिल्ली शराब घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा तलब किए जाने के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मामले में कोई दम नहीं है, लेकिन भाजपा द्वारा ‘आप’ को निशाना बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने भी अपने ट्विटर पेज पर द वायर का इंटरव्यू शेयर किया.
राजद ने अपने आधिकारिक एकाउंट से ट्वीट किया, ‘पुलवामा हमले का सच सामने आ रहा है. नकली और जुमलेबाज संघी राष्ट्रवादियों का असली चेहरा सामने आ रहा है. लोकसभा चुनावों से पहले पुलवामा क्यों हुआ, सबको समझ आ रहा है.’
पुलवामा हमले का सच सामने आ रहा है।
नकली और जुमलेबाज संघी राष्ट्रवादियों का असली चेहरा सामने आ रहा है।
लोकसभा चुनावों से पहले पुलवामा क्यों हुआ, सबको समझ आ रहा है। pic.twitter.com/e6fctBEySS
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) April 15, 2023
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने कहा कि जब मलिक ने ‘पुलवामा के बारे में विस्फोटक सच्चाई’ सामने रख दी है. उन्होंने बताया कि हमले के बाद ये सवाल पूछने वाले विपक्षी नेताओं को ‘सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा चुप करा दिया गया था’ और उन्हें ‘देशद्रोही’ और ‘पाकिस्तान की आवाज बोलने वाला’ करार दिया गया था.
द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार, 15 अप्रैल को नागपुर में बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘सत्यपाल मलिक ने विस्फोटक सत्य सामने ला दिया है, जो पुलवामा हमले से भी अधिक विस्फोटक है, लेकिन यह कोई नई बात नहीं है. उस समय लोगों को पता था कि राजनीतिक लाभ के लिए भारत-पाकिस्तान की किसी घटना को गढ़ा जाएगा.’
उन्होंने सवाल उठाया, ‘क्या चुनाव जीतने के उद्देश्य से यह आतंकी हमला किया गया? क्या राजनीतिक फायदे के लिए 40 जवानों को मरवाने की थी साजिश? हमने (विपक्ष) उस समय बार-बार इस तरह के सवाल पूछने की कोशिश की थी, लेकिन सत्ता पक्ष द्वारा चुप करा दिया गया और ‘देशद्रोही’ करार दिया गया.’
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने भी पुलवामा घटना होने से को रोकने में मोदी सरकार की ‘अक्षमता’ का जिक्र किया. उन्होंने लिखा, ‘सीआरपीएफ के वीर जवानों ने जब एयरक्राफ्ट मांगा तो क्यों नहीं दिया गया? हमारे शहीदों की शहादत का जिम्मेदार कौन?’
CRPF के वीर जवानों जब एयरक्राफ़्ट माँगा तो क्यों नहीं दिया गया ?
हमारे शहीदों के शहादत का ज़िम्मेदार कौन ? pic.twitter.com/56Di7MK0qs— Manoj KAKA (@ManojSinghKAKA) April 14, 2023
कांग्रेस के एक अन्य नेता और पार्टी प्रवक्ता सलमान अनीस सोज ने इसे ‘बड़ा खुलासा’ बताया. उन्होंने ट्विटर पर लिख, ‘सत्यपाल मलिक के इंटरव्यू में कोई संदेह नहीं है कि राजनाथ सिंह को पुलवामा के बाद कम से कम इस्तीफा दे देना चाहिए था.’ उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को लेकर भी टिप्पणी की.
The interview of Satya Pal Malik leaves no doubt that @rajnathsingh should have at the very least resigned after Pulwama. Also, the security lapses are an indictment of the NSA, Ajit Doval aka James Bond. Massive revelations.
— Salman Anees Soz (@SalmanSoz) April 14, 2023
सलमान ने मलिक द्वारा मोदी और उनकी सरकार के आचरण के बारे में लगाए गए अन्य आरोपों पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, ‘सत्यपाल मलिक का कहना है कि राष्ट्रपति भवन के आगंतुकों की सूची प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा मंजूर की जाती है. राष्ट्रपति के साथ कठपुतली की तरह बर्ताव किया जाता है. आरोप अविश्वसनीय और प्रत्यक्ष हैं.’
उन्होंने गौतम अडानी और मोदी के संबंधों पर मलिक की टिप्पणियों का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा, ‘जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पीएमओ के मंत्री जितेंद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. यह राम माधव के अतिरिक्त है. बड़े खुलासे. क्या नरेंद्र मोदी जांच कराएंगे या सिर्फ अडानी मुद्दे की तरह चुप्पी साधे रहेंगे?’
Former J&K Governor Satya Pal Malik makes corruption allegations against @PMOIndia minister Jitendra Singh. This is in addition to Ram Madhav. Huge revelations! Will @narendramodi investigate or simply maintain Adani silence mode?
— Salman Anees Soz (@SalmanSoz) April 14, 2023
कांग्रेस पार्टी की युवा इकाई के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने मलिक के खुलासों पर प्राइम-टाइम बहस आयोजित करने को लेकर ‘राष्ट्रवादी भारतीय मीडिया चैनलों’ की चुप्पी पर प्रकाश डाला.
उन्होंने लिखा, ‘पुलवामा हमले की सच्चाई के बारे में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल और भाजपा नेता सत्यपाल मलिक द्वारा किए गए बड़े रहस्योद्घाटन पर कितने राष्ट्रवादी भारतीय मीडिया चैनल प्राइम-टाइम पर बहस कर रहे हैं? क्या कोई कर रहा है?’
How many nationalist Indian media channels are debating prime-time on the big revelation made by former J&K Governor & BJP Leader Shri Satyapal Malik about the truth of the Pulwama attack?
Anyone?? pic.twitter.com/HGd3JhI0cr
— Srinivas BV (@srinivasiyc) April 14, 2023
“CRPF ने जवानों को ले जाने हवाई जहाज मांगे थे, लेकिन मोदी सरकार ने उन्हें देने से साफ मना कर दिया जिसकी वजह से पुलवामा में आतंकवादी हमला हुआ”
– जब मैने PM को बताया कि जवानों की जान हमारी वजह से गयी तब उन्होंने मुझे खामोश रहने बोला।
– जम्मू कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक pic.twitter.com/ULqMTCPPzH
— Srinivas BV (@srinivasiyc) April 14, 2023
सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने भी इंटरव्यू को ‘मारक’ बताया. भूषण ने लिखा, ‘मोदी ने उन्हें (सत्यपाल मलिक) पुलवामा हमले के तुरंत बाद कॉर्बेट पार्क के बाहर से फोन किया था. उन्होंने (मलिक) कहा कि मोदी ने उन्हें इस बारे में चुप रहने और किसी को न बताने के लिए कहा था. उन्होंने कहा कि एनएसए डोभाल ने भी उन्हें चुप रहने और इस बारे में बात न करने के लिए कहा था.’
Deadly! “Modi called him from outside Corbett Park shortly after the Pulwama attack. He said Modi told him to keep quiet about this & not tell anyone. Separately, he said that NSA Ajit Doval also told him to keep quiet¬ talk about it: Gov Satyapal Malik https://t.co/Cftj8UcsSI
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) April 14, 2023
आखिर मलिक ने क्या कहा
मलिक, जो फरवरी 2019 के पुलवामा आतंकी हमले और उसी साल अगस्त में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के दौरान राज्यपाल थे, ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को कश्मीर के बारे में ‘गलत जानकारी’ है और वे वहां से ‘अनभिज्ञ’ हैं.
साथ ही उन्होंने उन्हें (मलिक को) केंद्रीय गृह मंत्रालय की चूकों, जिनके कारण फरवरी 2019 में पुलवामा में सैनिकों पर घातक हमला हुआ, के बारे में बोलने से मना किया था.
लगभग एक घंटे के इस साक्षात्कार में मलिक ने खुलासा किया कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला भारतीय सिस्टम, विशेष रूप से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और गृह मंत्रालय की ‘अक्षमता’ और ‘लापरवाही’ का नतीजा था. उस समय राजनाथ सिंह गृह मंत्री थे.
मलिक ने विस्तार से बताया कि कैसे सीआरपीएफ ने अपने जवानों को ले जाने के लिए विमान की मांग की थी, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इनकार कर दिया था. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे रास्ते में प्रभावी ढंग से सुरक्षा इंतजाम नहीं किया गया था.
इससे भी महत्वपूर्ण बात उन्होंने यह कही कि उन्होंने इन सभी चूकों को सीधे मोदी के समक्ष उठाया, जब उन्होंने (मोदी ने) उन्हें पुलवामा हमले के तुरंत बाद कॉर्बेट पार्क के बाहर से फोन किया था.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनसे इस बारे में चुप रहने और किसी को न बताने को कहा था. इसके अलावा मलिक ने कहा कि एनएसए अजीत डोभाल ने भी उन्हें चुप रहने और इस बारे में बात न करने के लिए कहा था.
मलिक ने कहा कि उन्हें फौरन एहसास हुआ कि यहां इरादा पाकिस्तान पर दोष मढ़ना और सरकार और भाजपा के लिए चुनावी फायदा पाना था.
मलिक ने यह भी कहा कि पुलवामा की घटना में गंभीर खुफिया चूक भी हुई थी, क्योंकि 300 किलोग्राम आरडीएक्स ले जाने वाली कार पाकिस्तान से आई थी, लेकिन बिना किसी की नजर में आए या जानकारी के 10-15 दिनों तक जम्मू कश्मीर की सड़कों और गांवों में घूम रही थी.
बहरहाल, मलिक द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों पर न तो सरकार की ओर से और न ही भारतीय जनता पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया आई है.
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