उत्तर प्रदेश: छात्रों से नमाज़ अदा कराने का आरोप लगने के बाद स्कूल प्रिंसिपल निलंबित

उत्तर प्रदेश के हाथरस शहर का मामला. बीते 19 ​अप्रैल को स्थानीय हिंदुत्ववादी नेता के नेतृत्व में छात्रों के अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया था. स्कूल प्रबंधन में हालांकि प्रिसिंपल को निलंबित कर दिया, लेकिन इन आरोपों से इनकार किया है.

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हाथरस में स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन करते लोग. फोटो साभार: वीडियो स्क्रीनग्रैब ट्विटर/@RamDwiv96597384)

उत्तर प्रदेश के हाथरस शहर का मामला. बीते 19 ​अप्रैल को स्थानीय हिंदुत्ववादी नेता के नेतृत्व में छात्रों के अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया था. स्कूल प्रबंधन में हालांकि प्रिसिंपल को निलंबित कर दिया, लेकिन इन आरोपों से इनकार किया है.

हाथरस में स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन करते लोग. (फोटो साभार: वीडियो स्क्रीनग्रैब ट्विटर/@RamDwiv96597384)

नई दिल्ली: एक हिंदुत्ववादी नेता दीपक शर्मा के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया था कि स्कूल में छात्रों को नमाज अदा करने के लिए कहा गया था.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, विरोध प्रदर्शन बुधवार (19 अप्रैल) को हुआ था और इसमें कथित रूप से हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता और छात्रों के माता-पिता शामिल थे, जिन्होंने आरोप लगाया कि छात्रों को बुर्का पहनने और नमाज के लिए मजबूर किया गया था.

बुधवार के विरोध प्रदर्शन के दौरान शर्मा के नेतृत्व में कई अभिभावकों ने स्कूल के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया. ‘मैं धर्मनिरपेक्ष नहीं हूं’, ‘बीएलएस प्रिंसिपल, चेयरमैन और स्टाफ माफी मांगें’ और ‘बच्चों को हनुमान चालीसा पढ़ाओ, हिंदू धर्म बचाओ’ जैसे पोस्टर स्कूल के गेट पर चिपका दिए गए थे.

बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन ने इस तरह की किसी गतिविधि से इनकार करते हुए कहा है कि वे केवल विश्व विरासत दिवस और 18 अप्रैल को एक विशेष सभा में ईद मना रहे थे. इस दौरान छात्रों ने विभिन्न धार्मिक और लोकतांत्रिक संस्थानों की भूमिकाएं निभाईं थी.

हालांकि हाथरस के एसडीएम आशुतोष कुमार ने कहा कि प्रिंसिपल सोनिया मैकफर्सन को निलंबित कर दिया गया है और जांच चल रही है.

हाथरस की डीएम अर्चना वर्मा ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं. डीएम की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, ‘संज्ञान में आया है कि हाथरस के अलीगढ़ रोड स्थित बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल में बच्चों को नमाज पढ़ाई गई, जिससे कुछ बच्चों के माता-पिता नाराज हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच जरूरी है.’

उप-जिला कलेक्टर और हाथरस जिला विद्यालय निरीक्षक को जांच समिति का नेतृत्व करने और पांच दिनों के भीतर एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है.

बुधवार (19 अप्रैल) को दीपक शर्मा के नेतृत्व में माता-पिता और दक्षिणपंथी नेताओं के एक समूह ने बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और दावा किया कि शिक्षकों और प्रिंसिपल ने छात्रों को परिसर के अंदर नमाज अदा करने के लिए मजबूर किया. प्रदर्शनकारियों ने यह भी दावा किया कि बच्चों को बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया गया था. उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की.

आरोपों से इनकार करते हुए स्कूल प्रबंधन ने कहा कि वे केवल विश्व विरासत दिवस और ईद मना रहे थे.

रिपोर्ट के अनुसार, स्कूल प्रबंधन ने एक बयान में कहा, ‘18 अप्रैल को एक विशेष सभा का आयोजन किया गया था. छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें भारतीय त्योहारों के बारे में जागरूक करने के लिए संगीत, नृत्य और नाटक का आयोजन किया गया था. सभा विश्व विरासत दिवस और ईद की थीम पर थी. छात्रों ने शिवाजी महाराज, फातिमा शेख, लोकतंत्र के प्रतीक, कैथेड्रल चर्च, ताजमहल और एलीफेंटा गुफाओं की भूमिकाएं निभाईं, ताकि सभी को विरासत और महान हस्तियों से अवगत कराया जा सके. उन्होंने ये परफॉर्म किया और गीत गाए थे.’

आगे कहा गया, ‘लेकिन कुछ लोगों ने इस गाने को ‘फातिहा’ या ‘नमाज’ का नाम देकर गुमराह करने की कोशिश की और झूठी अफवाह फैलाई. ऐसा बिल्कुल नहीं है. स्कूल इस बात से पूरी तरह इनकार करता है. यह सब कुछ लोगों द्वारा स्कूल की छवि खराब करने की साजिश के तहत किया गया. स्कूल में ऐसा कुछ नहीं हुआ था. यह स्कूल की विशेष सभा में आयोजित एक सामान्य कार्यक्रम था.’

बयान में जोड़ा गया कि प्रबंधन ने प्रिंसिपल सोनिया मैकफर्सन को तत्काल प्रभाव से पद से निलंबित कर दिया है. स्कूल की एक आंतरिक समिति और प्रशासनिक समिति का गठन किया गया है, जो मामले के संबंध में अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी.

मालूम हो कि पिछले साल दिसंबर में बरेली जिले के फरीदपुर के सरकारी स्कूल में सुबह की प्रार्थना के दौरान मोहम्मद इकबाल की कविता ‘लब पे आती है दुआ’ का पाठ करने वाले छात्रों का एक वीडियो वायरल होने के बाद स्कूल की प्रिंसिपल और एक शिक्षामित्र के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में केस दर्ज किया गया था.

प्रिंसिपल नाहिद सिद्दीकी को इस संबंध में निलंबित कर दिया गया था, जबकि शिक्षामित्र वजरुद्दीन के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए थे.

इससे पहले 2019 में राज्य के पीलीभीत जिले के एक सरकारी स्कूल में यही गीत ‘लब पे आती है दुआ’ छात्रों द्वारा गाए जाने के बाद एक प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया था. इस मामले में भी विहिप द्वारा शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई थी.