केरल की महिलाओं के कथित तौर पर इस्लाम में परिवर्तित होने और आईएसआईएस में शामिल होने की कहानी दिखाने वाली फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ का विपक्षी दलों द्वारा विरोध किया जा रहा है, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि फिल्म ने उस साज़िश का पर्दाफ़ाश किया है, जिसमें हिंदू और ईसाई लड़कियों को आतंकवाद में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था.
नई दिल्ली: सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने रविवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधा और कहा कि जो लोग ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म का विरोध कर रहे हैं, वे प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और आतंकी संगठन आईएसआईएस के समर्थक हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गुड़गांव में एक समारोह को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा कि जो लोग फिल्म का विरोध कर रहे हैं वे आतंकवादी संगठन पीएफआई के साथ-साथ आईएसआईएस के एजेंडे का समर्थन कर रहे हैं.
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि ‘द केरला स्टोरी’ ने उस साजिश का पर्दाफाश किया है, जिसमें हिंदू और ईसाई लड़कियों को आतंकवाद में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कर्नाटक में अपने हालिया भाषण में फिल्म का उल्लेख करते हुए कहा था, ‘फिल्म द केरला स्टोरी समाज में आतंकवाद के प्रभावों को उजागर करने की कोशिश कर रही है, विशेष तौर पर केरल जैसे राज्य में जो मेहनती, प्रतिभाशाली और बौद्धिक लोगों की एक खूबसूरत जमीन है.’
इस बीच, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में फिल्म को कर मुक्त किए जाने की घोषणा की गई है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यूपी सरकार ने मंगलवार सुबह घोषणा की कि फिल्म को राज्य में टैक्स-फ्री (कर मुक्त) का दर्जा दिया जाएगा. एक सरकारी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ एक विशेष स्क्रीनिंग में फिल्म देखने की संभावना है.
योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट में लिखा है, ‘द केरला स्टोरी उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री की जाएगी.’
‘The Kerala Story’ उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री की जाएगी।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 9, 2023
द केरला स्टोरी को टैक्स फ्री करने का यूपी सरकार का कदम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा राज्य में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के एक दिन बाद आया है. प्रतिबंध का कारण कानून व्यवस्था को खतरा बताया गया था.
राज्य प्रशासन मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन के बाद बनर्जी ने मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी को राज्यव्यापी प्रतिबंध जारी करने का आदेश देते हुए कहा था, ‘फिल्म बंगाल के किसी भी सिनेमा हॉल में नहीं दिखाई जाएगी.’
इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी फिल्म को राज्य में कर मुक्त करने की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह फिल्म ‘लव जिहाद’ की साजिशों, धर्म परिवर्तन और आतंकवाद को बेनकाब करती है और इसके ‘घृणित’ चेहरे को उजागर करती है.
तमिलनाडु में फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द, भाजपा ने राज्य सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया
वहीं, तमिलनाडु के मल्टीप्लेक्सों में रविवार को कानून-व्यवस्था की समस्याओं और लोगों की फीकी प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए फिल्म की स्क्रीनिंग रद्द कर दी गई थी.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, तमिलनाडु थियेटर एंड मल्टीप्लेक्स ओनर्स एसोसिएशन ने इसे मल्टीप्लेक्सों से वापस ले लिया था. भाजपा ने इस फैसले में डीएमके सरकार का हाथ होने का आरोप लगाया है.
राज्य भाजपा के उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने एमके स्टालिन सरकार पर उंगली उठाते हुए उस पर ‘ताकत का दुरुपयोग’ करके फिल्म की स्क्रीनिंग को ‘व्यवस्थित तरीके से अवरुद्ध’ करने का आरोप लगाया है.
हालांकि, ज्यादातर स्थानीय थियेटर और मल्टीप्लेक्स ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म नहीं दिखा रहे हैं, लेकिन कुछ बड़ी राष्ट्रीय चेन जैसे पीवीआर ने शुरुआत में इसकी स्क्रीनिंग की थी.
एक मल्टीप्लेक्स के मालिक ने अखबार को बताया कि सिनेमाघरों के अंदर और बाहर ‘विरोध’ होने के डर ने उनके इस फैसले में अहम भूमिका निभाई है.
उन्होंने कहा, ‘फिल्म में कोई बड़ा स्टार नहीं है, इसके लिए कोई लोकप्रिय मांग नहीं है, और न ही इसे प्रदर्शित करने वाले सिनेमाघरों को अच्छी प्रतिक्रिया मिली.’
बहरहाल, राज्य भाजपा के उपाध्यक्ष तिरुपति ने कहा कि डीएमके सरकार को उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए थी, जो ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म को दिखाना चाहते थे.
उन्होंने स्थिति को खतरनाक बताया और कहा कि ऐसा लगता है कि राज्य सरकार ने पूरी योजना बनाई है, फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का कोई विश्वसनीय कारण नहीं है. भाजपा नेता ने यह भी कहा कि फिल्म आतंकवादी संगठनों की कार्यप्रणाली के बारे में जागरूकता पैदा करती है.
पश्चिम बंगाल पर भी इसी तरह की एक फिल्म बनाने की तैयारी: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि उन्हें पता चला है कि पश्चिम बंगाल पर आधारित एक ऐसी ही फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ बनाने की तैयारी चल रही है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, वहीं, उन्होंने केरल में सरकार चला रही माकपा को भाजपा जितना ही जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, ‘वे भाजपा के साथ काम कर रहे हैं. फिल्म की आलोचना करना उनका कर्तव्य था, मेरा नहीं. मैं केरल के मुख्यमंत्री (पिनारई विजयन) को बताना चाहती हूं कि आपकी पार्टी भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही है, जो तोड़-मरोड़ कर पेश की गई कहानी ‘द केरला स्टोरी’को दिखा रही है. पहले उन्होंने कश्मीर को बदनाम किया. फिर केरल को.’
इस बीच, भाजपा ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने वाले ममता बनर्जी के फैसले का विरोध किया है.
अनुराग ठाकुर ने फिल्म देखने का दावा करते हुए कहा, ‘ममता बनर्जी ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाकर पश्चिम बंगाल की बहनों और बेटियों के साथ अन्याय किया है. ऐसी सोच उन आतंकवादियों को ताकत देती है. कम से कम पूरे देश को आतंकवाद के खिलाफ एक साथ आना चाहिए. यह समझ से परे है कि उनकी सहानुभूति आतंकवादी संगठनों के साथ क्यों है और केरल की इन मासूम लड़कियों के साथ नहीं, जो आतंकवाद की शिकार थीं.’
पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने ट्वीट किया कि टीएमसी सरकार से ‘द केरला स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाने की उम्मीद थी. मजूमदार ने इसे ‘सच्ची कहानियों’ पर आधारित फिल्म बताते हुए कहा कि ‘इस्लामवादी कैसे हिंदू लड़कियों को लव जिहाद में फंसाते हैं और बाद में उन्हें आईएसआईएस का आतंकवादी बनने के लिए भेज देते हैं.’
CM @MamataOfficial has banned the movie ‘The Kerala Story. Nothing to surprise, it was expected of her. It is based on the true stories and shows how Islamists trap Hindu girls into Love Jihad and later send to become ISIS terrorists. Didi want to close her eyes to the reality.
— Dr. Sukanta Majumdar (@DrSukantaBJP) May 8, 2023
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘अगर वह ‘द केरला स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाती हैं, तो ‘द बंगाल फाइल्स’ के रिलीज होने के बाद वह क्या करेंगी? क्या वह इस्तीफा देंगी?’
मालूम हो कि बीते 5 मई को ‘द केरला स्टोरी’ फिल्म रिलीज हो गई. सुदिप्तो सेन इसके निर्देशक और विपुल अमृतलाल शाह प्रोड्यूसर हैं. फिल्म में अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सिद्धि इडनानी और सोनिया बलानी अहम भूमिकाओं में हैं.
सच्ची कहानी पर आधारित होने का दावा करने वाली इस फिल्म को केरल में विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ रहा है. सत्तारूढ़ माकपा और विपक्षी कांग्रेस दोनों ने फिल्म पर आरएसएस-भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए मलयाली समुदाय को सांप्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.
राज्य की महिलाओं के कथित तौर पर इस्लाम में परिवर्तित होने और तथाकथित ‘आईएसआईएस ब्राइड्स’ (आईएस आतंकियों की दुल्हन) बनने के कुछ मामले सामने आए हैं. हालांकि फिल्म का दावा था कि यह ऐसी 32,000 महिलाओं की कहानी बताती है. इस दावे के कारण यह फिल्म आलोचना के घेरे में आ गई. बाद में, इस दावे वाले टीजर को निर्माताओं द्वारा हटा दिया गया था.