द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.
मणिपुर में पचास दिनों से हिंसा के बीच राज्य में पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी का काफिला बिष्णुपुर में रोक लिया गया. रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने हमले के डर से उनके काफिले को रोक दिया था, जिसके बाद गांधी हेलीकॉप्टर के जरिये हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से एक चूड़ाचांदपुर पहुंचे. गांधी दो दिनों के दौरान राहत शिविरों का दौरा करेंगे. गुरुवार शाम छह बजे गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ‘मैं मणिपुर में अपने भाई-बहनों से मिलने आया हूं. सभी समुदायों के लोग गर्मजोशी से मिल रहे हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार मुझे रोक रही है. मणिपुर के घाव भरने की जरूरत है. हमारी प्राथमिकता शांति होनी चाहिए.’
महाराष्ट्र के ठाणे में बकरीद के लिए फ्लैट में बकरी रखने पर लोगों ने एक दंपत्ति के साथ मारपीट की घटना सामने आई है. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मीरा रोड पर एक निजी हाउसिंग कॉलोनी में रहने वाले एक दंपति द्वारा बकरीद पर कुर्बानी के लिए बकरियों को घर लाने का कथित तौर पर विरोध किया गया और उनके साथ मारपीट हुई. पुलिस ने इसे लेकर 11 लोगों के खिलाफ दंगा और छेड़छाड़ के आरोप में एफआईआर दर्ज की है, हालांकि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
मणिपुर में हिंसा के बीच यहां से 12 हज़ार से अधिक लोग पड़ोसी राज्य मिज़ोरम पहुंचे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, मिज़ोरम सरकार ने इन लोगों को अपने यहां शरण देने के लिए केंद्र से मदद मांगी है. अधिकारियों ने कहा है कि अगर मदद नहीं दी गई तो उनके यहां जल्द ही संसाधनों की कमी हो गई है. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में मिजोरम के गृह आयुक्त एच. लालेंगमाविया ने कहा, ‘अब तक हमें एक पैसा भी नहीं मिला है. हम चर्च, स्वैच्छिक संगठनों और निजी व्यक्तियों के योगदान से अब तक राहत प्रदान करने में सक्षम रहे हैं, लेकिन अगर केंद्र सरकार तुरंत हस्तक्षेप नहीं करती, संभवत: लगभग दो सप्ताह के बाद हमारे पास संसाधनों की कमी हो जाएगी.’
उत्तराखंड के पुरोला में दक्षिणपंथी समूहों ने यहां लौटे मुस्लिमों से ईद पर घरों में इकट्ठा होने से परहेज करने को कहा. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, बीते दिनों सांप्रदायिक तनाव के बाद कम से कम 20 परिवारों ने वापस लौटे हैं और अपना काम फिर से शुरू कर रहे हैं. हालांकि, बुधवार (28 जून) को विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष ने बताया कि उन्होंने मांग की है कि बकरीद पर नमाज न हो, यहां तक कि वे अपने घरों में भी इकट्ठा होकर ऐसा न करें, क्योंकि यह हमारे समुदाय के लिए उकसाने वाला है और यहां की शांति भंग कर सकता है.’
ह्वाइट हाउस पत्रकार संघ ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछने वाली रिपोर्टर को निशाना बनाए जाने की निंदा की है. रिपोर्ट के अनुसार, ह्वाइट हाउस कोरेस्पॉन्डेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष तमारा कीथ ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्टर सबरीना सिद्दीक़ी ने वही प्रश्न पूछे जो हममें से कई लोगों की सूची में सबसे ऊपर थे. हम सबरीना और उनके द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों के साथ हैं. लोकतंत्र में पत्रकारों को सिर्फ अपना काम करने और ऐसे सवाल पूछने के लिए निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए, जो पूछे जाने चाहिए.’ ज्ञात हो कि सिद्दीक़ी ने मोदी से भारत में मानवाधिकार के मुद्दों को लेकर सवाल पूछा था, जिसके बाद हिंदुत्ववादी समूहों और भाजपा से जुड़े लोगों द्वारा उन पर ऑनलाइन हमले शुरू हो गए थे.
कांग्रेस ने भारत सरकार द्वारा हाल ही में अमेरिका के साथ किए गए ड्रोन सौदे पर सवाल उठाए हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार अधिक कीमत पर 31 एमक्यू-9बी प्रीडेटर यूएवी ड्रोन खरीद रही है. पार्टी ने इस अनुबंध के संबंध में पूर्ण पारदर्शिता की मांग की है. कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के महंगे शौक अब देश पर भारी पड़ रहे हैं. रफाल डील में जो हुआ, वहीं अब अमेरिका के प्रीडेटर्स ड्रोन्स की ख़रीद में दोहराया जा रहा है. जिस ड्रोन को बाकी मुल्क चार गुना कम कीमत में ख़रीदते हैं, उसी ड्रोन को ख़रीदने पर हम 880 करोड़ प्रति ड्रोन ख़र्च कर रहे हैं.