मिज़ोरम के मुख्यमंत्री के पीएम मोदी के साथ मंच साझा न करने की कहने समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: द वायर)

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मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरामथांगा ने कहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मंत्री राज्य में रैली आदि करते हैं, तो वे मंच पर उनके साथ नहीं रहेंगे. बीबीसी से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा नहीं करूंगा क्योंकि वो भाजपा से हैं और मिज़ोरम में सभी ईसाई लोग हैं. मणिपुर में मेईतेई लोगों ने सैकड़ों चर्चों को आग लगा दी. यहां के सभी लोग इस विचार के ख़िलाफ़ हैं. अगर ऐसे समय में मेरी पार्टी भाजपा के प्रति कोई सहानुभूति रखती है तो यह उसके लिए बहुत नुक़सानदेह होगा.’ ज्ञात हो कि सत्तारूढ़ मिज़ो नेशनल फ्रंट पूर्वोत्तर के एनडीए संस्करण ‘नेडा’ का हिस्सा है और एनडीए का भी. मणिपुर में जारी हिंसा के बीच आदिवासी समुदायों की अलग प्रशासन की मांग ने जोर पकड़ा था, तब मिज़ोरम सीएम मणिपुर के मिज़ो बहुल क्षेत्रों को शामिल कर ‘ग्रेटर मिज़ोरम’ बनाने की वकालत कर चुके हैं. बीबीसी से बातचीत मणिपुर में चल रही हिंसा को लेकर उन्होंने कहा कि इसे रोकना केंद्र सरकार का काम है. अगर वे प्रयास करें तो समाधान निकल सकता है.

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वे 77 वर्ष के थे. 25 सितंबर 1946 को अमृतसर में जन्मे बेदी ने 1966 से 1979 तक सक्रिय टेस्ट क्रिकेट खेला. बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज़ बेदी ने 67 मैचों में 266 विकेट लिए थे. उन्होंने भारत के लिए 10 वनडे मैच भी खेले थे. घरेलू क्रिकेट में वे ज्यादातर दिल्ली टीम की तरफ से खेले. संन्यास लेने के बाद उन्होंने कई उभरते भारतीय क्रिकेटरों के लिए कोच और मेंटर की भूमिका निभाई.

राजस्थान में टिकट बंटवारे से असंतुष्ट भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की ख़बरें सामने आई हैं. दैनिक भास्कर के अनुसार, भाजपा की उम्मीदवारों दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद जयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, अलवर, बूंदी और उदयपुर में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. राजसमंद में भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ की गई, तो चित्तौड़गढ़ में विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटने के बाद नाराज़ कार्यकर्ताओं ने प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी का पुतला फूंका और उनके घर पर पथराव भी हुआ. जयपुर में मौजूदा भाजपा विधायक अशोक लाहोटी को टिकट न दिए जाने पर उनके समर्थकों ने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और टायर जलाए. कोटा दक्षिण, अलवर और बूंदी में भी उम्मीदवारों को लेकर प्रदर्शन हुए. राजसमंद में पार्टी दफ्तर में तोड़फोड़ का वीडियो सामने आने के बाद राज्य अनुशासन समिति ने छह कार्यकर्ताओं को निष्काषित किया है. राज्य में 25 नवंबर को विधानसभा की 200 सीटों के लिए मतदान होना है.

वाघ बकरी टी ग्रुप के डायरेक्टर और कारोबारी पराग देसाई का आवारा कुत्तों के हमले में चोटिल होने के बाद निधन हो गया. अहमदाबाद मिरर के अनुसार, 50 वर्षीय पराग 15 अक्टूबर को कथित तौर पर उनके घर के बाहर हमला करने वाले आवारा कुत्तों से बचने की कोशिश में फिसलकर गिर गए थे, जिसके बाद उन्हें शेल्बी अस्पताल ले जाया गया था. सूत्रों ने बताया कि एक दिन निगरानी में रखने के बाद उन्हें सर्जरी के लिए ज़ाइडस अस्पताल में भेजा गया, जहां रविवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

मोदी सरकार द्वारा सरकारी अधिकारियों को केंद्र सरकार के एक प्रचार अभियान के लिए ‘रथ प्रभारी’ बनाने के क़दम की व्यापक आलोचना हो रही है. रिपोर्ट के अनुसार, 17 अक्टूबर को केंद्र सरकार द्वारा सभी मंत्रालयों को जारी एक सर्कुलर में कहा गया है कि वे देश के सभी ज़िलों से ऐसे सरकारी अधिकारियों के नाम दें, जिन्हें मोदी सरकार की ‘पिछले नौ वर्षों की उपलब्धियों को दिखाने/जश्न मनाने’ के एक अभियान के लिए ‘जिला रथ प्रभारी (विशेष अधिकारी)’ के तौर पर तैनात किया जाए. विपक्षी कांग्रेस के साथ-साथ पूर्व नौकरशाहों ने इसे सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग क़रार दिया है. सर्कुलर में रक्षा मंत्रालय से भी इसके अधिकारियों के नाम देने को कहा गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इसे लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हुए ‘नौकरशाहों और सैनिकों के ज़बरदस्त राजनीतिकरण’ का मसला उठाया, जिन्हें उनके अनुसार ‘हर समय स्वतंत्र और गैर-राजनीतिक रखा जाना चाहिए.’ उन्होंने यह भी जोड़ा कि सैनिकों के ‘सरकारी योजनाओं के लिए एजेंट बनने को सशस्त्र बलों के राजनीतिकरण की दिशा में एक खतरनाक कदम’ के तौर पर देखा जाएगा.

गुजरात में नवरात्रि के अवसर पर चल रहे गरबा आयोजनों के दौरान बीते एक दिन में दिल का दौरा पड़ने से कम से कम 10 लोगों की मौत होने की खबर है. एनडीटीवी के अनुसार, मृतकों में सबसे कम उम्र 17 साल थी. एक रिपोर्ट के अनुसार, 24 घंटे के दौरान एंबुलेंस सेवा के लिए 500 से अधिक कॉल की गईं और सरकार ने अलर्ट जारी किया है. साथ ही गरबा आयोजकों से सभी आवश्यक उपाय करने को कहा गया है, जिसमें यह सुनिश्चित करना भी शामिल है कि लोगों को अस्वस्थ महसूस होने पर अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के अहमदाबाद चैप्टर ने भी कहा है कि 40 साल से अधिक उम्र के जिन लोगों के परिवार में हृदय रोग का इतिहास है, उन्हें गरबा में भाग लेने से पहले मेडिकल जांच करानी चाहिए.

दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात ‘अग्निवीर’ सौनिक गावते अक्षय लक्ष्मण ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, मामले से अवगत अधिकारियों ने रविवार को बताया कि ऊंचाई से जुड़ी मेडिकल स्थिति के कारण सैनिक की मौत हुई. वे ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले पहले वे पहले अग्निवीर हैं. उनके निधन की खबर पर सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने अग्निवीरों और नियमित सैनिकों के बीच असमानता की ओर इशारा किया. जहां नियमित सैनिकों के ड्यूटी के दौरान गुजरने पर उनके परिवार पर पेंशन और अन्य लाभों के हकदार हैं, वहीं अग्निवीरों की भर्ती शर्तों के अनुसार, युद्ध के दौरान मृत्यु के मामले में निकटतम परिजनों को 48 लाख रुपये गैर-अंशदायी बीमा, 44 लाख रुपये की अनुग्रह राशि मिलती है.