सुप्रीम कोर्ट के महाराष्ट्र के विधायकों की अयोग्यता पर निर्णय के लिए समयसीमा देने समेत अन्य ख़बरें

द वायर बुलेटिन: आज की ज़रूरी ख़बरों का अपडेट.

(फोटो: द वायर)

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 सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के विधायकों की अयोग्यता पर निर्णय लेने के लिए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को 31 दिसंबर तक का समय दिया है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने स्पीकर को और समय देने से इनकार कर दिया, जिन्होंने एक हलफनामा दायर कर सुनवाई पूरी करने के लिए 29 फरवरी, 2024 तक का समय मांगा था. पीठ ने कहा कि उसने स्पीकर और न्यायाधिकरण को बार-बार मौके दिए हैं, ताकि 10वीं अनुसूची के तहत कार्यवाही को जल्द से जल्द ख़त्म किया जा सके. जून 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में हुई बगावत के बाद 40 विधायकों ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार का साथ छोड़ दिया था, जिसके बाद दोनों गुटों के विधायकों ने एक-दूसरे को अयोग्य ठहराने की मांग की याचिकाएं दायर की थीं. जुलाई में स्पीकर ने शिंदे के नेतृत्व वाली सेना के 40 और ठाकरे गुट के 14 विधायकों को नोटिस जारी कर उनके खिलाफ अयोग्यता याचिकाओं पर जवाब मांगा था.

तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति के सांसद के. प्रभाकर रेड्डी पर चाकू से हमला किया गया. एनडीटीवी के अनुसार, वे राज्य के सिद्दीपेट जिले में चुनाव प्रचार के दौरान एक पादरी के घर की ओर जा रहे थे, जब एक अज्ञात व्यक्ति ने उनके पास आकर चाकू निकाला और उनके पेट में घोंप दिया. इस बीच, वहां मौजूद बीआरएस कार्यकर्ताओं ने हमलावर को पकड़कर पीटा.
बताया गया है कि रेड्डी के पेट में चोट आई हैं और उन्हें गजवेल सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. मेडक लोकसभा क्षेत्र से सांसद रेड्डी को आगामी विधानसभा चुनाव में मौजूदा भाजपा विधायक रघुनंदन को टक्कर देने के लिए दुब्बका सीट से उतारा गया है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव द्वारा 2014 में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सीट छोड़ने के बाद वे सांसद बने थे.

निर्वाचन आयोग ने विपक्ष के इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस द्वारा ‘इंडिया’ नाम इस्तेमाल करने को लेकर कहा है कि वह राजनीतिक गठबंधनों को विनियमित नहीं कर सकता. हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, 26 विपक्षी दलों के इस गठबंधन को ‘इंडिया’ नाम इस्तेमाल करने से रोकने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में दायर याचिका के जवाब में आयोग ने कहा कि चुनाव आयोग को कानून के तहत राजनीतिक दलों को पंजीकृत करना अनिवार्य है, न कि राजनीतिक गठबंधनों को. इसने यह भी जोड़ा कि उसका कार्यक्षेत्र चुनाव से संबंधित मामलों को विनियमित करने तक ही सीमित है. अगले लोकसभा चुनाव के लिए बीते जुलाई में बने इस गठबंधन के खिलाफ समान याचिका सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई थी, जिस पर विचार करने से इनकार करते हुए जस्टिस एसके कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा था कि यह याचिका प्रचार के लिए दायर की गई थी.

दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में उत्तर प्रदेश के एक प्रवासी श्रमिक की आतंकियों ने हत्या कर दी है. डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, पुलिस ने बताया है कि पुलवामा के तुमची नौपोरा इलाके में आतंकवादियों ने मुकेश नामक एक मजदूर पर गोलीबारी की, जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया. यह हमला श्रीनगर के ईदगाह इलाके में एक पुलिस इंस्पेक्टर मसरूर अहमद वानी की नजदीक से गोली मारकर हत्या करने के एक दिन बाद हुआ है. रविवार को ईदगाह मैदान के पास क्रिकेट खेल रहे वानी को कथित तौर पर एक अकेले शूटर ने कम से कम तीन से चार गोलियां मारी थीं.

महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों के एनसीपी (अजित गुट) के विधायक प्रकाश सोलंके के घर, एक भाजपा  विधायक के कार्यालय और सरकारी कार्यालयों पर हमला करने की खबर आई है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, हिंसक भीड़ ने सोमवार को बीड जिले के माजलगांव तालुका में एनसीपी विधायक प्रकाश सोलंके के घर पर पथराव किया और वहां खड़े उनके कई वाहनों को आग लगा दी. मराठा प्रदर्शनकारियों ने सोमवार दोपहर संभाजी नगर जिले के गंगापुर इलाके में भाजपा विधायक प्रशांत बंब के दफ्तर में भी तोड़फोड़ की. माजलगांव नगर परिषद के कार्यालय में भी भी ने आग लगा दी और पुलिस वाहनों पर पथराव किया. इससे पहले सोमवार सुबह मराठा समुदाय के सैकड़ों सदस्यों ने सड़क पर टायर जलाकर धुले-सोलापुर राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया. वहीं, महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम ने पथराव में बसों को निशाना बनाए जाने के बाद नौ जिलों, ज्यादातर मराठवाड़ा क्षेत्र में अपनी सेवाएं निलंबित कर दीं.

देश के विभिन्न हिस्सों में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि कोविड से गंभीर रूप से पीड़ित हुए व्यक्ति कड़ी मेहनत या भारी काम करने से परहेज करें. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, मंडाविया ने कहा कि आईसीएमआर ने एक विस्तृत अध्ययन कर पाया है कि जो लोग गंभीर कोविड-19 संक्रमण से पीड़ित रहे हैं, उन्हें कुछ समय के लिए कड़ी मेहनत या कठिन व्यायाम नहीं करने चाहिए. रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात में दिल के दौरे से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है. राज्यभर में युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोग जान गंवा रहे हैं. बीते नवरात्रि उत्सव में गरबा आयोजनों के दौरान पूरे गुजरात में एक दिन में दिल का दौरा पड़ने से कम से कम 10 लोगों की मौत होने की खबर आई थी, जिसमें सबसे कम उम्र 17 वर्षीय लड़के की थी. इसी दौरान, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने गुजरात में दिल का दौरे पड़ने से होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताते हुए उन अटकलों को खारिज किया था कि ऐसी मौतें कोविड-19 के कारण हो रही हैं.