प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान में एक चुनावी रैली में मतदाताओं से कहा है कि वे ‘कमल’ के बटन को ऐसे दबाएं जैसे कि कांग्रेस को मौत की सज़ा दे रहे हों. कांग्रेस ने कहा कि प्रधानमंत्री जैसे ज़िम्मेदार पद पर बैठा व्यक्ति वोट के ज़रिये फांसी देने की बात कैसे कर सकता है? पार्टी ने चुनाव आयोग से कार्रवाई का आग्रह किया.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने गुरुवार (16 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुनावी राज्य राजस्थान में नफरत भरा भाषण (Hate Speech) देने का आरोप लगाया और चुनाव आयोग से आग्रह किया कि मतदाताओं से ‘कमल’ बटन को ऐसे दबाने के लिए कहने, जैसे कि वे कांग्रेस को ‘मौत की सजा’ दे रहे हों, के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के बाड़मेर में एक चुनावी रैली में कहा, ‘आपको उन्हें दंडित करने का अवसर मिला है. कमल के निशान वाला बटन दबाएं, ताकि उनकी सजा सुनिश्चित हो. जैसे उन्हें फांसी दे रहे हो, ऐसे कमल के निशान पर बटन दबाओ.’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बाड़मेर में प्रधानमंत्री के भाषण का हवाला दिया और कहा कि राज्य के लोग इस तरह के ‘अहंकार’ का जवाब देंगे.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘प्रधानमंत्री मोदी की कांग्रेस नेताओं के प्रति नफरत का अंदाजा उनके बयान से आसानी से लगाया जा सकता है. प्रधानमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर बैठा व्यक्ति वोट के जरिये फांसी देने की बात कैसे कर सकता है? प्रधानमंत्री लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘यह नफरत फैलाने वाले भाषण का एक स्पष्ट उदाहरण है. अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव को लेकर गंभीर है तो उसे इसका तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. जनता चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के इस अहंकार का जवाब जरूर देगी.’
मोदी ने बीते बुधवार को भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण नीतियों को लेकर राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर हमला कर दावा किया था कि जहां भी पार्टी सत्ता में है, वहां आतंकवादियों और दंगाइयों का मनोबल बढ़ जाता है. साथ ही उन्होंने मतदाताओं से आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को दंडित करने का आग्रह किया.