उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लागू की ‘सेफ सिटी परियोजना’ के तहत एक विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि कोचिंग संस्थानों को शाम को एक निश्चित समय के बाद लड़कियों के लिए कक्षाएं आयोजित नहीं करनी चाहिए, जिससे कि वे समय पर घर पहुंच सकें.
नई दिल्ली: सेफ सिटी परियोजना के हिस्से के रूप में उत्तर प्रदेश सरकार ने लड़कियों की सुरक्षा को लेकर निजी कोचिंग संस्थानों के लिए देर शाम की कक्षाओं पर रोक लगाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं.
इसके अलावा, समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उपद्रवियों के जमावड़े और छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए इन शहरों में निजी कोचिंग संस्थानों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
इसके अलावा योगी सरकार द्वारा लड़कियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम को लेकर गाइडलाइन जारी की गई, जिसमें कोचिंग संस्थानों को लड़कियों के आने से लेकर उनके जाने तक की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
दिशानिर्देश निर्दिष्ट करते हैं कि कोचिंग संस्थानों को शाम को एक निश्चित समय के बाद लड़कियों के लिए कक्षाएं आयोजित नहीं करनी चाहिए, जिससे वे समय पर घर पहुंच सकें.
महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने सेफ सिटी परियोजना लागू की है, जिसमें गौतम बुद्ध नगर के 17 नगर निगमों के प्रवेश और निकास बिंदुओं के साथ-साथ सरकारी और गैर-सरकारी स्कूल, कॉलेज, मदरसे और विश्वविद्यालयों में सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी बढ़ाई गई है.
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत राज्य सरकार द्वारा गौतम बुद्ध नगर के 17 नगर निगमों और 2500 स्कूलों को सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए चिह्नित किया गया था.
इनमें से 1,692 स्कूलों में सीसीटीवी लगाए जा रहे हैं, जबकि बाकी स्कूलों में इन्हें लगाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है.
इन संस्थानों में कुल 26,568 सीसीटीवी लगाए गए हैं. इनमें 68 मान्यता प्राप्त सरकारी स्कूल, 646 सहायता प्राप्त स्कूल और 1786 गैर सहायता प्राप्त स्कूल शामिल हैं. विज्ञप्ति में कहा गया है कि इन स्कूलों की कक्षाओं, गलियारों और प्रवेश और निकास द्वारों पर सीसीटीवी लगाए गए हैं.
जहां 418 कोचिंग संस्थानों में 866 कैमरे लगाए जा चुके हैं, वहीं शेष 188 कोचिंग संस्थानों में कैमरे लगाने की प्रक्रिया जारी है. नगर विकास विभाग द्वारा इन सीसीटीवी कैमरों को स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से एकीकृत किया जा रहा है.
परियोजना के तहत 162 उच्च शिक्षण संस्थानों में 5,505 कैमरे लगाए गए. इनमें 21 सरकारी डिग्री/पीजी कॉलेज, 85 सहायता प्राप्त डिग्री/पीजी कॉलेज, 49 गैर सहायता प्राप्त डिग्री/पीजी कॉलेज और 7 सरकारी विश्वविद्यालय शामिल हैं. इसमें लखनऊ का क्षेत्रीय कार्यालय और लखनऊ विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले कॉलेज शामिल नहीं हैं.
इसके अलावा कोचिंग संस्थानों में आग लगने की घटनाओं के कारण दिशानिर्देश संस्थानों को पर्याप्त सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने का निर्देश देते हैं, जिसमें आग से संबंधित स्थितियों से निपटने के लिए सुरक्षित भवन में संचालन करना शामिल है.