चुनाव आयोग ने कहा कि यह बदलाव विभिन्न क्षेत्रों से मतगणना की तारीख़ बदलने के लिए कई अनुरोध आने के बाद किया गया है. इससे पहले यहां अन्य चार चुनावी राज्यों की तरह 3 दिसंबर (रविवार) को मतगणना तय की गई थी. हालांकि ईसाई बहुल राज्य होने के कारण मिज़ोरम रविवार को पवित्र दिन मानता है, इसलिए तारीख़ में बदलाव की मांग कर रहा था.
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नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने एक बयान में मिजोरम में मतगणना की तारीख में बदलाव करते हुए कहा कि राज्य में वोटों की गिनती अब रविवार के बजाय सोमवार (4 दिसंबर) को होगी.
चुनाव आयोग के अनुसार, यह बदलाव विभिन्न क्षेत्रों से मतगणना की तारीख बदलने के लिए कई अनुरोध आने के बाद किया गया.
चुनाव आयोग के बयान में कहा गया है, ‘आयोग को विभिन्न क्षेत्रों से कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं, जिसमें मतगणना की तारीख को 3 दिसंबर 2023 (रविवार) से सप्ताह के किसी अन्य दिन में बदलने का अनुरोध किया गया था. इस आधार पर कि रविवार का दिन होने के कारण यह मिजोरम के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है.’
मतगणना की तारीख में बदलाव का असर अन्य राज्यों पर नहीं पड़ेगा, जहां हाल ही में चुनाव संपन्न हुए हैं. जैसा कि पहले घोषित किया गया था, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में वोटों की गिनती 3 दिसंबर को ही होगी.
द वायर ने पहले रिपोर्ट किया था कि बीते 26 नवंबर को मिजोरम के चर्चों ने चुनाव आयोग को मतगणना की तारीख में बदलाव करने के लिए राजी करने के अपने प्रयासों के तहत ‘ईश्वरीय हस्तक्षेप’ की मांग के लिए विशेष प्रार्थनाएं आयोजित की थीं. ईसाई बहुल राज्य होने के कारण मिजोरम रविवार को पवित्र दिन मानता है.
राज्य के 15 प्रमुख चर्चों के समूह मिजोरम कोहरान रुएटूट कमेटी (एमकेएचसी) ने भी पिछले शनिवार (25 नवंबर) को सभी चर्चों से आग्रह किया था कि वे मतगणना की तारीख में बदलाव के लिए ‘भगवान से मदद’ लेने के लिए रविवार की चर्च सेवा के दौरान प्रार्थनाएं आयोजित करें.
राजधानी आइजोल स्थित गैर सरकारी संगठनों और छात्र संगठनों के समूह एनजीओसीसी का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल इस मामले पर मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) से मिलने का समय मांगने के लिए पिछले सप्ताह नई दिल्ली में रुका था. राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) में नागरिक समाज समूहों और राजनीतिक दलों की दलीलें अनसुनी किए जाने के बाद प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय राजधानी आया था.
मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात नवंबर को मतदान हुआ था.
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