पीएम संसद सुरक्षा पर बहस से भाग रहे, क्योंकि भाजपा सांसद की भूमिका पर सवाल पूछे जाएंगे: कांग्रेस

बीते 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में तब गंभीर चूक देखी गई, जब दो व्यक्ति दर्शक दीर्घा से लोकसभा हॉल में कूदने के बाद गैस कनस्तर खोल दिए थे, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो गई थी. मनोरंजन डी. और सागर शर्मा नामक व्यक्तियों ने सत्तारूढ़ भाजपा के मैसुरु सांसद प्रताप सिम्हा से सदन में दाख़िल होने के लिए विज़िटर्स पास प्राप्त किया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो साभार: पीआईबी)

बीते 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में तब गंभीर चूक देखी गई, जब दो व्यक्ति दर्शक दीर्घा से लोकसभा हॉल में कूदने के बाद गैस कनस्तर खोल दिए थे, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो गई थी. मनोरंजन डी. और सागर शर्मा नामक व्यक्तियों ने सत्तारूढ़ भाजपा के मैसुरु सांसद प्रताप सिम्हा से सदन में दाख़िल होने के लिए विज़िटर्स पास प्राप्त किया था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो साभार: पीआईबी)

नई दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार (17 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संसद की सुरक्षा में हुई चूक मामले पर बहस से भागने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसका कारण यह है कि बहस के वक्त घुसपैठ करने वालों को लोकसभा में प्रवेश देने की सुविधा प्रदान करने में मैसूर के भाजपा सांसद की भूमिका पर सवाल उठाए जाएंगे.

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, विपक्षी दल की यह प्रतिक्रिया संसद में विपक्ष के विरोध के बीच पीएम मोदी द्वारा दिए उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा कि संसद की सुरक्षा में चूक की गंभीरता को कम करके नहीं आंका जा सकता है और इस मुद्दे पर कोई झगड़ा न करने का आह्वान किया.

सोशल साइट एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘13 दिसंबर को लोकसभा में हुई बेहद खतरनाक घटना पर प्रधानमंत्री ने आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ी है. उनका कहना है कि इस मामले पर बहस की नहीं, जांच की जरूरत है और जांच चल रही है. 13 दिसंबर को जो हुआ और जिस तरह से हुआ, उसे लेकर इंडिया गठबंधन के सभी दल गृहमंत्री से बयान की मांग कर रहे हैं और यह मांग जारी रहेगी.’

उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री एक सीधे से कारण से बहस से भाग रहे हैं, जो यह है कि 13 दिसंबर को लोकसभा में घुसने वाले आरोपियों को प्रवेश दिलाने में मदद करने वाले मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा की भूमिका पर सवाल उठाए जाएंगे.’

हिंदी दैनिक ‘दैनिक जागरण’ के साथ एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि जांच एजेंसियां घटना की जांच कर रही हैं और कड़े कदम उठा रही हैं, यह देखते हुए कि इसके पीछे के लोगों और उनके उद्देश्यों की जड़ तक जाना भी उतना ही आवश्यक है.

द हिंदू ने अखबार के हवाले से लिखा है कि पीएम मोदी ने चूक को दुखी करने वाला और चिंता का विषय बताया है.

उन्होंने कहा, ‘सामूहिक भावना से समाधान खोजने का प्रयास भी किया जाना चाहिए. सभी को ऐसे मुद्दे पर झगड़ने से बचना चाहिए.’

प्रधानमंत्री ने कहा कि संसद में हुई घटना की गंभीरता को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए और लोकसभा अध्यक्ष भी पूरी गंभीरता के साथ आवश्यक कदम उठा रहे हैं.

संसद सुरक्षा चूक मामले पर विपक्षी दल केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रहे हैं. कुछ सदस्यों ने शाह का इस्तीफा भी मांगा है.

सरकार ने जोर देकर कहा है कि संसद परिसर में सुरक्षा की जिम्मेदारी लोकसभा सचिवालय की है और वह अध्यक्ष के निर्देशों का पालन कर रहा है. इसने अतीत में भी ऐसे कई उल्लंघनों का हवाला देते हुए विपक्ष पर मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया गया है.

मालूम हो कि बीते 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में तब गंभीर चूक देखी गई, जब दो व्यक्ति दर्शक दीर्घा से लोकसभा हॉल में कूदने के बाद गैस कनस्तर खोल दिए थे, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो गई थी. मनोरंजन डी. और सागर शर्मा नामक व्यक्तियों ने सत्तारूढ़ भाजपा के मैसुरु सांसद प्रताप सिम्हा से लोकसभा में दाखिल होने के लिए विजिटर्स पास प्राप्त किया था.

इन दोनों आरोपियों के अलावा संसद परिसर में रंगीन धुएं का कनस्टर खोलने और नारेबाजी करने की आरोपी नीलम आजाद और अमोल शिंदे को गिरफ्तार किया गया था.

इस मामले में विशाल शर्मा उर्फ विक्की नामक 5वां आरोपी बाद में गुड़गांव स्थित आवास आवास से पकड़ा गया. एक अन्य आरोपी ललित झा ने आत्मसमर्पण कर दिया था. झा के सहयोगी के तौर पर महेश कुमावत को भी गिरफ्तार किया गया है.