गुजरात चुनाव राउंडअप: चुनाव प्रचार में जादूगर के इस्तेमाल पर राहुल ने किया तंज. निर्दलीय लड़ेंगे जिग्नेश मेवानी, कांग्रेस देगी समर्थन. मोदी ने कहा, गुजरात चुनाव विकास और वंशवाद के बीच.
अहमदाबाद/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए जादूगरों का इस्तेमाल कर रही है. पार्टी को इस बात का अहसास हो गया है कि उसके अपने विशेषज्ञ जादूगर लोगों को लुभाने में अब कामयाब नहीं होंगे.
भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए जादूगरों का सहयोग लिए जाने की खबरों का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री पिछले 22 वर्ष से जादू दिखा रहे हैं.
गांधी ने एक रैली में कहा, अखबारों में यह खबर आई है कि गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए भारतीय जनता पार्टी कई जादूगरों को लेकर आ रही है. इस खबर को पढ़कर मैं दंग रह गया कि इतने जादूगरों की क्या जरूरत है जब पार्टी में एक विशेषज्ञ जादूगर पिछले 22 वर्ष से जादू दिखा रहा है.
उन्होंने कहा, इस बार भाजपा इस बात को लेकर भयभीत है कि उनके जादूगर मोदी विफल हो जाएंगे. इसीलिए वे लोग इतने जादूगरों को चुनाव प्रचार के लिए ला रहे हैं.
गुजरात की जनता ने कभी कांग्रेस को स्वीकार नहीं किया है: मोदी
कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भुज में कहा कि यह चुनाव विकास पर विश्वास और वंशवाद की राजनीतिक के मध्य हो रहे हैं और प्रदेश की जनता गुजरात के बेटे के खिलाफ झूठ फैलाने के कांग्रेस पार्टी के प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी.
कच्छ जिले के भुज में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात में जहां एक ओर विकास में विश्वास है, वहीं दूसरी ओर वंशवाद है. गुजरात की जनता ने कभी कांग्रेस को स्वीकार नहीं किया है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं के आरोपों को खारिज करते हुए मोदी ने कहा कि वे गुजरात आते हैं, गुजरात के बेटे के बारे में झूठ फैलाते हैं और बेबुनियाद आरोप लगाते हैं. कांग्रेस ने सरदार पटेल के बारे में भी ऐसा ही किया था. कोई भी गुजराती उनके झूठ को स्वीकार नहीं करेगा.
सैनिक में आमने सामने थे तब आप चीनी राजदूत को गले क्यों लगा रहे थे?
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पिछले कुछ समय से मोदी सरकार पर राफेल सौदे को लेकर निशाना साधती रही है. मोदी ने कहा कि एक तरफ विकास है तो दूसरी तरफ वंशवाद है. यह चुनाव विकास पर विश्वास और वंशवाद की राजनीतिक के मध्य है.
कांग्रेस पार्टी पर प्रहार जारी रखते हुए प्रधानमंत्री ने सवाल किया कि जब हमारे सैनिक 70 दिनों तक डोकलाम में आमने सामने खड़े थे तब आप चीनी राजदूत को गले क्यों लगा रहे थे.
भाजपा के चुनाव चिन्ह कमल का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, क से कच्छ होता है और क से कमल होता है. उन्होंने कहा, मैं गुजरात की जनता का आशीर्वाद लेने आया हूं और यहां किसानों की मेहनत को सलाम करता हूं.
प्रधानमंत्री सोमवार को कई चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे. उनका बुधवार को सौराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात में भी चुनावी सभाएं करने का कार्यक्रम है.
भाजपा को मोदी मैजिक का सहारा
भाजपा नेता नरेंद्र मोदी अब प्रधानमंत्री हैं, लेकिन वे गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी का मुख्य चेहरा भी हैं. राज्य में लंबे समय बाद सत्ता विरोधी लहर और विपक्ष की कड़ी चुनौती को देखते हुए पार्टी को अब मोदी मैजिक का ही सहारा है. मोदी के तरकश में देशभक्ति, गुजराती अस्मिता और वंशवाद बनाम विकास के तीर अभी भी बाकी हैं.
सोमवार को भुज में एक रैली को संबोधित करते हुए भाजपा नेता नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह चुनाव विकास पर विश्वास और वंशवाद की राजनीतिक के मध्य हो रहे हैं और प्रदेश की जनता गुजरात के बेटे के खिलाफ झूठ फैलाने के कांग्रेस पार्टी के प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने डोकलाम विवाद और सरदार पटेल को लेकर भी कांग्रेस की तरफ सवालों के तीर चलाए.
केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों ने संभाली कमान
गुजरात चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने पूरा जोर लगा दिया है. खुद प्रधानमंत्री समेत भाजपा की ओर से स्टार प्रचारकों में केंद्रीय मंत्री- राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को लगाया गया है. इसके अलावा रविवार को भाजपा की चाय के साथ मन की बात अभियान में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, उमा भारती, स्मृति ईरानी, जुएल ओरांव, पुरुषोत्तम रूपाला को लगाया गया था.
भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री- योगी आदित्यनाथ, वसुंधरा राजे समेत कई अन्य नेता हैं जो गुजरात भाजपा के स्टार प्रचारकों में हैं. भाजपा गुजरात में मोदी के करिश्मे को आधार बनाते हुए हर सीट और एक-एक बूथ पर ध्यान केंद्रित कर रही है. इस अभियान में पन्ना प्रमुख, जिला प्रमुख, प्रदेश के नेता, राष्ट्रीय नेता और मंत्रीगण एक कमान के रूप में काम कर रहे हैं.
पिछले 22 सालों से गुजरात में भाजपा की सरकार रही है. करीब 15 वर्षों में यह पहली बार है जब मोदी भाजपा के मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं लेकिन मुख्य चुनावी चेहरा तो नरेंद्र मोदी ही हैं. पार्टी का पूरा अभियान नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अगुआई में ही चल रहा है.
मोदी करेंगे 25 से 30 रैलियां
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल तथा पिछड़े वर्ग के नेता जिग्नेश मेवाणी एवं अल्पेश ठाकोर के साथ कांग्रेस की ओर से भाजपा को कड़ी चुनौती मिल रही है. ऐसे में भाजपा को एक बार फिर बस मोदी मैजिक का ही सहारा बचा है.
प्रधानमंत्री मोदी सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में 27 नवंबर और 29 नवंबर को आठ रैलियां संबोधित करेंगे जहां विधानसभा चुनावों के लिए प्रथम चरण में नौ दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. गुजरात प्रदेश भाजपा प्रवक्ता भारत भाई पांड्या ने कहा कि हर रैली को इस तरह से आयोजित किया गया है कि आसपास के पांच-छह विधानसभा क्षेत्रों के लोग भी इसमें शामिल हो सकें.
समझा जाता है कि प्रधानमंत्री मोदी गुजरात में 25 से 30 सभाओं को संबोधित करने जा रहे हैं. भाजपा ने कांग्रेस के ‘विकास पागल हो गया है’ के नारे की काट के रूप में ‘मैं गुजरात छूं, मैं विकास छूं’ के नारे पर जोर दे रही है.
26 और 27 नवंबर को भाजपा के कई और प्रमुख नेता पहले चरण के मतदान वाले क्षेत्रों में प्रचार करेंगे. भाजपा नेता ने बताया कि 26-27 नवंबर को स्टार प्रचारक पहले चरण में मतदान वाली सभी 89 सीटों पर प्रचार करेंगे.
धुआंधार प्रचार की तैयारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात के साथ 26 नवंबर को भाजपा का गुजरात चुनाव का प्रचार अभियान शुरू हो गया जहां राज्य के सभी पचास हजार बूथों पर शाह समेत केंद्र के प्रमुख मंत्रियों एवं नेताओं तथा भाजपा कार्यकर्ताओं ने चाय पर लोगों के साथ मन की बात सुनी.
इसी दिन शाम से पार्टी राज्य के पहले चरण की सभी 89 सीटों पर एक साथ चुनावी सभाएं कर रही है, जिनमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ सभी प्रमुख नेता हिस्सा ले रहे हैं.
गुजरात में हर बूथ पर जनसंपर्क के दो दौर पूरे कर चुकी भाजपा अब धुंआधार चुनाव प्रचार से राज्य को मथने की तैयारी में है. माना जा रहा है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुजरात में सांगठनिक मोर्चे पर कहीं कोई चूक नहीं होने देना चाहते, यही वजह है कि चुनाव से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात पर वे खुद पैनी नजर रखे हुए हैं. साथ ही गुजरात में प्रमुख लोगों को उनकी दक्षता के हिसाब से खास जिम्मेदारी दी हुई है.
पन्ना प्रमुखों से लेकर मंत्रियों तक ने संभाली कमान
भाजपा चुनावों में पन्ना प्रमुखों और बूथ इंचार्ज की भूमिका को बहुत अहम मानती है. यही वजह है कि गुजरात के सभी 182 विधानसभा सीटों के लिए दस लाख से ज्यादा पन्ना प्रमुखों और 58 हजार बूथ इंचार्ज से फीडबैक लेने की जिम्मेदारी 182 विधानसभा इंचार्जों की है. पार्टी ने मतदाता सूची के आधार पर 50 से 60 मतदाताओं पर एक पन्ना प्रमुख बनाया है.
भाजपा ने पूरे गुजरात चुनाव को चार ज़ोन में बांटा हैं. पार्टी ने जिन चार केंद्रीय मंत्रियों को गुजरात का सह प्रभारी बनाया हैं उनको एक एक ज़ोन का प्रभारी बना दिया है. इनमें नरेंद्र सिंह तोमर, निर्मला सीतारमण, जितेंद्र सिंह और पीपी चौधरी शामिल हैं. गुजरात भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव और संगठन मंत्री रामलाल सभी 182 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों और ज़िला अध्यक्षों से सम्पर्क में रहते हैं.
गुजरात में 182 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में नौ और 14 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी. सोमवार 27 नवंबर को दूसरे चरण के लिए नामांकन करने का आखिरी दिन रहा और इसी दिन भाजपा ने गुजरात में अपना मेगा अभियान भी शुरू कर दिया. मोदी सरकार के कई मंत्री गुजरात में ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे और सरकार की नीतियों का बखान करते नजर आएंगे.
जातिगत नेताओं का सहारा ले रही कांग्रेस: रूपाणी
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कांग्रेस और हार्दिक पटेल के बीच गठजोड़ से भाजपा की चुनावी संभावनाओं पर किसी प्रकार के खतरे की बात को नकारते हुए कांग्रेस पर जातिवाद का सहारा लेने और विभिन्न जाति के नेताओं से चुनाव प्रचार कराने का आरोप लगाया है.
रूपाणी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आरक्षण के मुद्दे पर लोगों को धोखा दे रही है, वहीं दूसरी ओर आंदोलन करने वाले लोग चुनाव के लिए टिकट चाह रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने हार्दिक को मीडिया निर्मित नेता बताते हुए कहा साथ ही कहा कि पटेल समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करने वाले हार्दिक पटेल का दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को खुला समर्थन कोई चुनावी गठबंधन नहीं हैं बल्कि दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ है.
उन्होंने गुजरात में धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को गप्पीदास बताया और उन पर भाजपा शासित प्रदेश के बारे में मनगढ़ंत आंकडे़ पेश करने के आरोप लगाए.
कांग्रेस-हार्दिक में सौदेबाज़ी हुई
भाजपा नेता ने कहा, मैं यह कह सकता हूं कि इसका कांग्रेस-हार्दिक गठबंधन का भाजपा पर कोई असर नहीं होगा क्योंकि इनका असली चेहरा सामने आ चुका है. उन्होंने आरक्षण की मूल मांग को एक तरफ रख दिया है और आंदोलनकारी कांग्रेस का टिकट पाने के लिए लाइन में लगे हैं.
उन्होंने कहा, कांग्रेस इस बारे में कुछ नहीं बोल रही है कि अगर वह सत्ता में आई तो वह पाटीदारों को आरक्षण कैसे देगी और वह हार्दिक पटेल कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा कर रहे हैं. इससे यह पता चलता है कि सौदेबाजी हुई है.
हार्दिक पटेल की पाटीदार अमानत आंदोलन समिति ने पटेल समुदाय के लोगों को 50 फीसदी की तय सीमा से आगे जा कर कोटा देने के पार्टी के फार्मूले को स्वीकार कर पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है जिसे गुजरात में खेल का रुख बदल देने वाला माना जा रहा है.
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास हमारे खिलाफ कोई मुद्दा नहीं हैं इसलिए वह जातिवाद का सहारा ले रही है. कांग्रेस हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकुर ओबीसी नेता, जिग्नेश मेवानी दलित कार्यकर्ता और आदिवासी नेता छोटू वसावा से अपना चुनाव प्रचार करा रही है.
कांग्रेस मोदी की लोकप्रियता से डरती है
रूपाणी ने कहा, वे सत्ता की भूख को समाप्त करने के लिए जाति का इस्तेमाल हथियार के तौर पर कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, हार्दिक, अल्पेश अब कुछ नहीं हैं. उनका अपने ही समुदाय पर कोई खास प्रभाव नहीं है. इन नेताओं को मीडिया ने तैयार किया है. इनका असली चेहरा सामने आ गया है. ये कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ये अब पूरी तरह से राजनीति में शामिल हो गए हैं. ये जो कुछ भी कर रहे हैं वह निजी हितों और सत्ता हासिल करने के लिए कर रहे हैं. आरक्षण के मुद्दे को एक तरफ रख दिया गया है और वे टिकट पाने के लिए लाइन लगा रहे हैं. अच्छा है कि वे चुनाव से पहले ही बेनकाब हो गए.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोदी की लोकप्रियता से डरती है. मुझे आश्चर्य है कि विपक्ष यह कह रहा है कि भाजपा मोदी की लोकप्रियता पर यह चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस जातिगत नेताओं से अपना चुनाव प्रचार करा रही है जबकि मोदी हमारे नेता हैं.
यह पूछे जाने पर कि भाजपा ने उन्हें अभी भी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, रूपाणी ने कहा, ये निर्णय पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाता है. मैं पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता हूं. मैने वो सारी जिम्मेदारियां निभाई हैं जो मुझे दी गई हैं और आगे भी ऐसे करता रहूंगा.
चाय की राजनीति: चाय की चुस्कियों के साथ मोदी की मन की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चायवाले अतीत पर कांग्रेस द्वारा मेमे व्यंग्य किए जाने के जवाब में रविवार को गुजरात में विभिन्न स्थानों पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली समेत पार्टी नेताओं ने लोगों के साथ चाय की चुस्कियां लेते हुए उनका रेडियो कार्यक्रम मन की बात को सुना.
भाजपा ने 182 विधानसभा क्षेत्रों के सभी 50,128 मतदान केंद्रों पर मन की बात, चाय के साथ का आयोजन किया था. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने मुस्लिम बहुल दरियापुर में एक टी स्टॉल पर सैंकड़ों स्थानीय लोगों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में यह कार्यक्रम सुना.
पार्टी की एक विज्ञप्ति के अनुसार केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली सूरत पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के अदाजन में एक केंद्र पर उपस्थित थे. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पंचमहल जिले के मोरा गांव में मौजूद थे. उपमुख्यमंत्री मेहसाणा में अपने निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर थे.
मन की बात, चाय के साथ कार्यक्रम में विभिन्न स्थानों पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, धमेंद्र प्रधान, उमा भारती, स्मृति ईरानी, जुएल ओराम और पुरुषोत्तम रुपाला, गुजरात भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी और राज्य के कई मंत्री, विधायक और कुछ सांसद शामिल हुए.
जूनागढ़ में इस कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि गुजरात कांग्रेस को गरीब-विरोधी और गुजरात विरोधी मानसिकता के लिए एक कड़ी सबक सिखाएगा.
यह कार्यक्रम मोदी की 27 और 29 नवंबर को होने वाली गुजरात यात्रा से पहले आयोजित किया गया. युवा कांग्रेस की पत्रिका युवा देश के ट्विटर हैंडल ने पिछले हफ्ते एक तस्वीर के माध्यम से मोदी के अतीत और उनके अंग्रेजी कौशल का मजाक उड़ाकर विवाद खड़ा कर दिया था.
निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे जिग्नेश मेवानी, कांग्रेस देगी बाहर से समर्थन
दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने सोमवार को घोषणा की है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में बनासकांठा जिले की वड़गाम सीट से वह चुनाव में निर्दलीय उतरेंगे. कांग्रेस उन्हें बाहर से समर्थन देगी.
वर्तमान विधायक मणिभाई वाघेला ने कहा कि राज्य कांग्रेस ने उन्हें इस सीट से चुनाव नहीं लड़ने का निर्देश दिया है और यह मेवानी के साथ समझौते का हिस्सा है.
वाघेला ने कहा कि कांग्रेस ने वड़गाम सीट पर मेवानी को परोक्ष समर्थन दिया है. यह सीट अनुसूचित जाति के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है. वाघेला ने कहा, पार्टी ने मुझसे कहा है कि मैं इस बार वड़गाम सीट से चुनाव ना लड़ूं. वैसे तो मवानी निर्दलीय के तौर पर चुनाव में उतरेंगे लेकिन कांग्रेस उन्हें समर्थन देगी.
चुनाव से पहले दो करोड़ से अधिक की शराब बरामद
गुजरात में विधानसभा चुनावों के लिए होने वाले मतदान से पहले पुलिस ने गांधीनगर से दो करोड़ बीस लाख रुपये की भारत में बनी विदेशी शराब बरामद की है.
निर्वाचन आयोग ने बताया कि गुरुवार देर रात खोराज गांव से पुलिस ने 75 हजार 968 बोतल शराब बरामद किया है. इसकी कीमत दो करोड़ बीस लाख 88 हजार रुपये आंकी गई है.
आयोग ने कहा है कि शराब प्रतिबंधित प्रदेश में मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब सबसे लोकप्रिय है. आयोग ने बयान जारी कर कहा है कि हाल के समय में शराब प्रतिबंधित प्रदेश में यह सबसे बड़ी बरामदगी है.
मेक इन इंडिया में गुजराती करदाताओं के 33000 करोड़ रुपये खाक हुए: राहुल
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात के एक संयंत्र में नैनो कार के उत्पादन में कमी संबंधी एक खबर का उल्लेख किया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया परियोजना दम तोड़कर गुजराती करदाताओं के 33000 करोड़ रुपये को खाक कर चुकी है.
गांधी ने यह भी पूछा है कि पैसे को खाक में बदलने के लिए किसको जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कथित रूप से कहा है कि गुजरात सरकार ने 33000 करोड़ रुपये का फायदा साणंद में कार परियोजना की भेंट चढ़ा दिया.
गांधी ने ट्विटर पर कहा, प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी मेक इन इंडिया परियोजना दम तोड़ चुकी है. गुजराती करदाताओं के 33000 करोड़ रुपये खाक हो चुके हैं. कौन जिम्मेदार है? खबर में दावा किया गया है कि टाटा मोटर्स के साणंद संयंत्र में नैनो कार का औसतन उत्पादन रोजाना महज दो रह गया है.
गांधीनगर के प्रधान पादरी को चुनाव आयोग का नोटिस
आयोग ने गांधीनगर के प्रधान पादरी आर्चबिशप को नोटिस जारी किया है. आर्चबिशप ने ईसाई समुदाय को पत्र लिखकर उनसे अपील की थी कि वे गुजरात विधानसभा चुनाव में देश को राष्ट्रवादी ताकतों से बचाएं.
ईसाइयों को संबोधित पत्र जारी करते हुए आर्चडायोसीज ऑफ गांधीनगर के प्रधान पादरी आर्चबिशप थॉमस मॉन ने पिछले हफ्ते समुदाय के सदस्यों से अपील की थी कि वे देश को राष्ट्रवादी ताकतों से बचाएं, क्योंकि अल्पसंख्यकों में बढ़ती असुरक्षा की भावना के बीच इसका लोकतांत्रिक तानाबाना दांव पर है.
गुजरात के राजनीतिक हलकों में इस अपील को सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ वोट का परोक्ष आह्वान माना जा रहा है. गांधीनगर के कलेक्टर और जिला चुनाव अधिकारी सतीश पटेल ने बताया कि चुनाव आयोग ने मीडिया की खबरों का संज्ञान लेने के बाद नोटिस जारी किया है और पादरी से कहा है कि वे ऐसा पत्र जारी करने के पीछे की अपनी मंशा साफ करें.
पटेल ने कहा, हमने प्रधान पादरी को एक नोटिस जारी किया है और मीडिया में काफी प्रचारित हुए पत्र के पीछे की उनकी मंशा साफ करने को कहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि पत्र का मकसद ऐसे समय में अल्पसंख्यक समुदाय को भ्रमित और गुमराह करना था जब राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है. ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.
कांग्रेस के 76 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी
कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा के दूसरे चरण के लिए अपने 76 उम्मीदवारों की सूची सोमवार को जारी कर दी है. राज्य में दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का सोमवार आखिरी दिन है.
इस पश्चिमी राज्य में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए प्रयासरत कांग्रेस पिछली दो सूचियों में 86 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है. बहरहाल, 20 अन्य सीटों के लिए पार्टी अपने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप नहीं दे सकी.
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति के प्रभारी ऑस्कर फर्नांडिस ने रविवार देर रात तीसरी सूची मीडिया को जारी की. सूची में कम से कम 11 उम्मीदवार अनुसूचित जाति के एवं तीन उम्मीदवार अनुसूचित जनजाति समुदाय के हैं. गुजरात में कांग्रेस दो दशक से भी अधिक समय से सत्ता से बाहर है.
भाजपा ने 34 उम्मीदवारों की छठी और अंतिम सूची जारी की
भाजपा ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को अपने 34 उम्मीदवारों की छठी और अंतिम सूची जारी की. इस सूची में पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल और एक मंत्री समेत पांच विधायकों के नाम नहीं हैं.
आनंदी बेन पटेल अहमदाबाद के घाटलोडिया सीट से विधायक हैं और वह पहले घोषणा कर चुकी हैं कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. भाजपा ने आणंद सीट से विधायक एवं मंत्री रोहित पटेल को टिकट नहीं दिया. पूर्व मंत्री और पार्टी प्रवक्ता जयनारायण व्यास सिद्धपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे जहां से वह 2012 का चुनाव हार गए थे.
भाजपा ने कांग्रेस से पाला बदलकर आने वाली पूर्व कांग्रेस विधायक तेजाशरीबेन पटेल को टिकट दिया है. इसके अलावा कांग्रेस के पूर्व विधायक कारामशी मकवाना के पुत्र कानू मकवाना को भी टिकट दिया गया.
छठी और अंतिम सूची में भाजपा ने 12 वर्तमान विधायकों को टिकट दिया है. भाजपा ने घाटलोडिया सीट से भूपेंद्र पटेल को टिकट दिया, इस सीट का प्रतिनिधित्व आनंदी बेन पटेल कर रही हैं. वरिष्ठ नेता कौशिक पटेल को नारनपुरा से टिकट दिया गया जिसका प्रतिनिधित्व पूर्व में अमित शाह कर रहे थे. शाह अब राज्यसभा सदस्य हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)