कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसी कार्यक्रम की चकाचौंध के पीछे वास्तविकता को छिपाने की कला में महारत हासिल कर लिया है. यही देश और इसकी अर्थव्यवस्था के लिए संकट बन गया है. उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने 45 साल की उच्चतम बेरोज़गारी दर के साथ भारत को बेरोज़गारी में ‘विश्वगुरु’ बना दिया है.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने बीते रविवार (28 जनवरी) को आरोप लगाया कि 140 करोड़ भारतीय भाजपा द्वारा लगाए गए अन्याय काल में रह रहे हैं. कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि पार्टी द्वारा प्रस्तावित न्याय के पांच स्तंभों के माध्यम से इन लोगों को न्याय मिले.
कांग्रेस प्रवक्ता और एआईसीसी मीडिया एवं पब्लिसिटी चेयरमैन पवन खेड़ा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा सरकार ने किसी कार्यक्रम की चकाचौंध के पीछे वास्तविकता को छिपाने की कला में महारत हासिल कर लिया है और यही देश और इसकी अर्थव्यवस्था के लिए संकट बन गया है.
द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, खेड़ा ने कहा, ‘इस सरकार ने इस कला में महारत हासिल कर ली है कि किसी घटना की चकाचौंध के पीछे वास्तविकता को कैसे छिपाया जाए. यह एक ऐसी चीज है, जिसे हम सभी को उनसे सीखना चाहिए. अर्थव्यवस्था के बारे में सच्चाई यह है कि उत्तर प्रदेश और हरियाणा के युवा इजरायल में नौकरियों के लिए कतार में खड़े हैं. यह दिल दहला देने वाला है.’
उन्होंने कहा, ‘कोई भी व्यक्ति युद्धग्रस्त देश में जाकर मजदूर क्यों बनना चाहेगा? इसका उत्तर यह है कि उनकी औसत मासिक आय सिर्फ 10,000 रुपये (न्यूनतम मजदूरी से सबसे कम) है, जबकि इजरायल इससे लगभग 13-14 गुना अधिक वेतन दे रहा है.’
खेड़ा ने कहा कि यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण है कि उत्तर प्रदेश में पुलिस कॉन्स्टेबल की केवल 60,000 रिक्तियों के लिए 51 लाख आवेदक थे.
उन्होंने कहा, ‘140 करोड़ भारतीय भाजपा के कुशासन द्वारा थोपे गए अन्याय काल में जी रहे हैं.’
कांग्रेस नेता ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार जल्द ही अपना अंतिम बजट पेश करेगी और पूरी सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल ‘विकसित भारत’ के खोखले नारे का प्रचार करने के लिए किया जा रहा है.
खेड़ा ने कहा, ‘और यह बजट भारत की इस चमकदार, चकाचौंध, असाधारण तस्वीर का विस्तार होगा, जहां वित्त मंत्री कई सतही दावों के साथ प्रधानमंत्री जी की प्रशंसा करते हुए पैराग्राफ के बाद पैराग्राफ पढ़ती हैं.’
उन्होंने कहा, ‘इस बजट भाषण की चकाचौंध से इस सरकार की वास्तविकता धुंधली नहीं होनी चाहिए.’
अपने दावे को पुष्ट करने के लिए आंकड़ों का हवाला देते हुए कि भारत की अर्थव्यवस्था की वास्तविकता बहुत अलग है, कांग्रेस नेता ने दावा किया कि आधे भारतीय लोगों (71 करोड़) की आय प्रति वर्ष 3,87,000 रुपये है.
खेड़ा ने कहा कि निचले 10% लोगों की प्रति व्यक्ति मासिक आय सिर्फ 6,000 रुपये है और निचले 11-20% लोगों की प्रति व्यक्ति मासिक आय 12,000 रुपये है.
उन्होंने कहा, ‘पिछले पांच वर्षों में मोदी सरकार के तहत वास्तविक ग्रामीण मजदूरी की वृद्धि दर कृषि (-0.6%) और गैर-कृषि (-1.4%) क्षेत्र के लिए नकारात्मक हो गई है, जिसका मतलब है कि व्यापक ग्रामीण संकट है.’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मोदी सरकार गरीबी के आंकड़ों का ढिंढोरा पीट सकती है, लेकिन कड़वी सच्चाई अलग है.’
खेड़ा ने कहा, ‘यूएनडीपी के बहुआयामी गरीबी सूचकांक के अनुसार, 22.8 करोड़ लोग या लगभग 16% आबादी गरीबी रेखा से नीचे है. (नीति आयोग के अनुसार, यह 11.28% या 16.8 करोड़ है).’
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार ने 45 साल की उच्चतम बेरोजगारी दर के साथ भारत को बेरोजगारी में ‘विश्वगुरु’ बना दिया है.
खेड़ा ने कहा, ‘यहां तक कि मोदी सरकार चुनी हुई सरकारों को पिछले दरवाजे से गिराने में व्यस्त है, आर्थिक संकट अनिश्चित बना हुआ है. यह उनकी प्राथमिकताओं को दर्शाता है.’
उन्होंने कहा कि आप जो भी दिखावा करें, सच्चाई इन आंकड़ों में सामने आती है. देश की स्थिति को व्यक्तिगत रूप से देखने की जरूरत है. राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ यही कर रहे हैं. वह देश भर में लोगों से मिल रहे हैं और उनकी दुर्दशा का पता लगा रहे हैं.
खेड़ा ने कहा, ‘इस आंकड़े पर सरकार को शर्म आनी चाहिए, जो दिखाता है कि 80 करोड़ लोग मुफ्त राशन पर निर्भर हैं. यह शर्मनाक है और इस सरकार का रिपोर्ट कार्ड है.’
उन्होंने कहा, ‘आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी न्याय का एक सकारात्मक एजेंडा पेश करेगी, जिसके बारे में हमारे नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में बात की है. न्याय के पांच स्तंभ – युवा न्याय, भागीदारी न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय और श्रम न्याय – हैं.’
खेड़ा ने कहा, ‘हम 140 करोड़ भारतीयों के लिए न्याय सुनिश्चित करेंगे और मोदी सरकार के 10 साल के कुशासन (अन्याय) से उबरेंगे.’