कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ओडिशा में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए लोगों से लोकतंत्र बचाने की अपील की और कहा कि उनके लोकसभा चुनाव जीतने पर रूस में व्लादिमीर पुतिन के राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही भारत में होगा. आगे कोई चुनाव नहीं होगा. वे (मोदी) देश पर शासन करने के लिए अपनी ताक़त का इस्तेमाल करेंगे.
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीते सोमवार (29 जनवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वह इस साल के लोकसभा चुनाव में सत्ता में वापस आए तो ‘तानाशाही’ लाएंगे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भुवनेश्वर में एक रैली को संबोधित करते हुए खरगे ने लोगों से ‘लोकतंत्र बचाने’ की अपील की और कहा कि अगर मोदी लोकसभा चुनाव जीतते हैं तो उसके बाद (देश में) कोई और चुनाव नहीं होगा.
खरगे ने कहा, ‘रूस में (व्लादिमीर) पुतिन के राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही भारत में होगा. (आने वाले चुनाव के बाद, अगर भाजपा सत्ता में आती है) कोई चुनाव नहीं होगा. वे देश पर शासन करने के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल करेंगे. वे निर्वाचित होंगे और 200, 300, 400 और 500 (सीटें) प्राप्त करेंगे. वे यहां तक कि संख्या को 600 तक ले जाएंगे.’
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अगर कुछ नेता और लोग कायर बन जाते हैं तो क्या हमारा संविधान और लोकतंत्र बच पाएगा? वे बोले, ‘लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी लोगों की है. अगर आप लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं. अगर आप गुलाम बनना चाहते हैं तो यह आपकी इच्छा पर निर्भर करता है.’
खरगे कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद ओडिशा की अपनी पहली यात्रा पर थे. ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ ही विधानसभा चुनाव होने हैं.
खरगे कहा, ‘अगर आप चाहें तो लोकतंत्र को बचा सकते हैं, लेकिन अगर आप ब्रिटिश शासन की तरह गुलाम बनना चाहते हैं तो यह आप पर निर्भर है.’
इस रैली में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी का जिक्र करते हुए खरगे ने कहा कि उनके जाने से विपक्ष का इंडिया गठबंधन कमजोर नहीं होगा.
खरगे ने कहा, ‘जैसे एक व्यक्ति के जाने से देश कमजोर नहीं हो सकता, वैसे ही एक या दो नेताओं के जाने से गठबंधन भी कमजोर नहीं हुआ है. हम मजबूत होकर उभरेंगे और एकजुट होकर काम करेंगे. हम भाजपा और (ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन) पटनायक को हराने के लिए मिलकर काम करेंगे.’
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, उन्होंने कहा, ‘वे हर एक को (ईडी) नोटिस दे रहे हैं. वे लोगों को डरा रहे हैं. डर के कारण कोई दोस्ती छोड़ रहा है, कोई पार्टी छोड़ रहा है और कोई गठबंधन छोड़ रहा है. मौजूदा सरकार की कार्यप्रणाली में एक के बाद एक नेताओं को नोटिस भेजना, आतंक फैलाना और धमकियां देना शामिल है. लोग डर के कारण दोस्ती, गठबंधन और पार्टियों को छोड़ रहे हैं.’
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मल्लिकार्जुन खरगे ने पिछले 70 वर्षों में कांग्रेस के योगदान को लेकर हो रही आलोचना पर भी पलटवार किया.
उन्होंने कहा, ‘अगर कांग्रेस ने 70 साल में कुछ नहीं किया होता तो मोदी मुख्यमंत्री भी नहीं बनते. हमने संविधान और लोकतंत्र को बचाया, जिसकी वजह से आप (मोदी) आज जो कुछ भी हैं, वह बन पाए. आप अब लोकतंत्र और संविधान को खत्म कर रहे हैं.’
उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर विभाजन पैदा करके शासन करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे कांग्रेस नेताओं ने देश को एकजुट रखने के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया.
खरगे ने कहा, ‘आरएसएस और भाजपा जहर की तरह हैं. वे एक के बाद एक हमारे अधिकार छीन रहे हैं. महिलाओं, एसटी और एससी के अधिकार समाप्त किए जा रहे हैं. मणिपुर में क्या हुआ है? लोगों को मारा जा रहा है. महिलाओं का बलात्कार किया जा रहा है. सैकड़ों गाड़ियां और घर जला दिए गए हैं. मोदी कहां हैं? मणिपुर और नगालैंड में जाकर अपना चेहरा दिखाइए.’
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर निशाना साधते हुए खरगे ने कहा कि वह अपने पिता बीजू पटनायक की तरह नहीं बन सकते, जिन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान राज्य को समृद्ध बनाने में मदद की.
उन्होंने मुख्यमंत्री पर अधिकारियों के माध्यम से सरकार चलाने का भी आरोप लगाया और तमिलनाडु के एक अधिकारी को पार्टी में शामिल करने के लिए पटनायक पर कटाक्ष किया. वह पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन का संदर्भ दे रहे थे.
अपनी एकदिवसीय यात्रा के दौरान खरगे ने 2024 के चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस नेताओं से भी मुलाकात की.