बीते रविवार को ओडिशा स्थित 13वीं सदी के सूर्य मंदिर के बाहर पर्यटकों की भारी भीड़ थी. टिकट लेने के बावजूद मंदिर परिसर में प्रवेश में हुई देरी से नाराज़ पर्यटकों ने जबरन घुसने की कोशिश की. गेट पर तैनात सीमित कर्मचारियों को परिसर के बाहर पर्यटकों की बड़ी भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया था.
नई दिल्ली: टिकट चेकिंग प्रक्रिया में देरी से नाराज पर्यटकों ने ओडिशा के कोणार्क स्थित 13वीं सदी के सूर्य मंदिर के परिसर में धावा बोल दिया.
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार (25 फरवरी) होने के कारण सूर्य मंदिर के बाहर पर्यटकों की भारी भीड़ थी. इन सभी को चिलचिलाती धूप में ऑफलाइन टिकट लेने के लिए लंबी कतार में खड़ा होना पड़ा. जिन लोगों ने ऑनलाइन टिकट लिया था उन्हें भी स्मारक परिसर के अंदर जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा.
अफरा-तफरी मच गई तो लोग गेट फांदकर मंदिर परिसर में घुस गए. गेट पर तैनात सीमित कर्मचारियों को परिसर के बाहर पर्यटकों की बड़ी भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया.
ओडिशा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना रविवार (25 फरवरी) सुबह 10 से 11 बजे के बीच की है. कई गुस्साए पर्यटकों ने अपना धैर्य खो दिया और मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश की.
मंदिर प्रशासन ने मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर पर्यटकों को रोकने की कोशिश की. हालांकि, कई पर्यटकों ने गेट और मंदिर की दीवार पर चढ़कर जबरन मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश की. इस प्रक्रिया में कई पर्यटक, जिनमें वे भी शामिल थे जिनके पास टिकट नहीं थे, परिसर में प्रवेश कर गए.
कुछ पर्यटकों ने यह भी आरोप लगाया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) अधिकारियों द्वारा अप्रशिक्षित सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती के कारण टिकट खरीदने और जांच प्रक्रिया में देरी हो रही है.
द टेलीग्राफ के मुताबिक, एक पर्यटक ने कहा, ‘हम परिसर में प्रवेश पाने के लिए पिछले एक घंटे से यहां इंतजार कर रहे हैं. टिकट जांचने में अत्यधिक देरी हुई. एएसआई ने टिकटों की जांच के लिए अप्रशिक्षित पेशेवरों को तैनात किया है.’
सूत्रों ने कहा कि दलालों द्वारा टिकटों की कथित बिक्री से स्थिति बिगड़ गई और अराजकता जैसी स्थिति पैदा हो गई.
एएसआई अधिकारियों के कथित ढुलमुल रवैये के कारण मंदिर में इस तरह की घटनाएं अक्सर हो रही हैं. एक निवासी ने कहा, ‘यह नया नहीं है. ये चीजें अक्सर घटित हो रही हैं. लेकिन अधिकारी इस मुद्दे पर चुप हैं.’
हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप से हालात पर काबू पा लिया गया.