नई दिल्ली: अमेरिका के मैरीलैंड के बाल्टीमोर में स्टील आर्च फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज (Francis Scott Key Bridge) एक मालवाहक जहाज द्वारा मुख्य खंबे (पिलर) से टकराने के बाद मंगलवार (26 मार्च) सुबह पटाप्सको नदी में गिर गया.
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी तटरक्षक बल ने कहा है कि लापता हुए छह लोगों को अब मृत मान लिया गया है और जीवित बचे लोगों की तलाश रोक दी गई है. एनबीसी न्यूज के मुताबिक, ये छह लोग पुल पर काम कर रहे थे. उनके नाम जारी नहीं किए गए हैं.
मैरीलैंड स्टेट पुलिस के अधीक्षक रोलैंड एल. बटलर जूनियर ने कहा कि समय बीतने का साथ खोज बचाव मिशन और रिकवरी प्रक्रिया काफी चुनौतीपूर्ण हो गई है.
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में टक्कर के बाद कई वाहन नदी में गिरते हुए दिखाई दे रहे हैं. बाल्टीमोर पुलिस के अनुसार, घटना स्थानीय समयानुसार देर रात 1:35 बजे हुई.
घटना के बाद सिनर्जी मरीन ग्रुप ने पुष्टि की कि उसका सिंगापुर-ध्वज वाला जहाज डाली, जिसमें दो पायलट सवार थे, पुल के एक खंभे से टकरा गया था. सिनर्जी मरीन ग्रुप द्वारा दी गई जहाज की जानकारी के अनुसार, चालक दल (क्रू) में कुल मिलाकर 22 लोग थे और जो सभी भारतीय थे.
सिनर्जी के एक बयान में कहा गया है कि जहाज पर कोई चोट नहीं आई है और घटना का कारण अभी तक पता नहीं किया जा सका है.
डेनिश शिपिंग कंपनी मैरस्क (Maersk) ने बाद में घोषणा की थी कि उसने डाली जहाज को किराए पर लिया है. अधिकारियों ने कहा कि वे अभी भी घटना के कारण की जांच कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने आतंकवाद संबंधी संभावना से इनकार किया है.
1977 में पूरा हुआ 1.6-मील (2.57 किलोमीटर) लंबा पुल अमेरिका के पूर्वी तट पर दक्षिणी बाल्टीमोर में एक व्यस्त बंदरगाह के प्रवेश द्वार पर पटाप्सको नदी के एक विस्तृत खंड तक फैला हुआ है.
मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर ने एक मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि जहाज के प्रमुख बाल्टीमोर पुल से टकराने के कारण की जांच चल रही है, जहाज संरचना से टकराने से पहले बिजली बंद हो गई दी थी. मूर ने कहा कि जहाज संचालकों ने टक्कर से पहले ही चेतावनी जारी किया था.
मूर ने कहा कि यह आठ समुद्री मील (9 मील प्रति घंटे) की गति से आगे बढ़ रहा था, जिससे अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया कि इसकी बिजली बंद हो गई है, जिससे अधिकारियों को दुर्घटना से पहले पुल पर यातायात सीमित करना पड़ा.
मूर ने कहा, ‘मैं उन लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने चेतावनी दी और सूचना दी- जिससे कारों को पुल पर आने से रोका जा सका. ये लोग नायक हैं, उन्होंने उस रात लोगों की जान बचाई.’
(डीडब्ल्यू से इनपुट के साथ)