नई दिल्ली: आईआईटी गुवाहाटी के तीसरे वर्ष के बीटेक छात्र को सोमवार को उसके छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया, जिसके बाद छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. एक महीने के भीतर परिसर में यह दूसरी ऐसी घटना है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक उत्तर प्रदेश का 21 वर्षीय युवक था, जो कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग प्रोग्राम का छात्र था. सोमवार सुबह पुलिस को सूचित किया गया था कि वह अपने कमरे में मृत पाए गए हैं.
पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मौत के कारणों की जांच की जा रही है.
आईआईटी गुवाहाटी प्रशासन ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि वह ‘इस दुखद घटना के कारणों की जांच करने के लिए पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहा है.’
वहीं, सैकड़ों छात्र प्रशासनिक भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए और आरोप लगाया कि शैक्षणिक दबाव के कारण उनके साथी छात्र की मौत हुई.
प्रदर्शनकारी छात्रों में से एक ने कहा, ‘छात्रों में बहुत गुस्सा है क्योंकि एक महीने के भीतर यह दूसरी आत्महत्या है. हम चाहते हैं कि डीन और निदेशक हमसे मिलें और हमारी चिंताओं को दूर करें.’
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि मृत छात्र उन दर्जनों छात्रों में से एक था, जो कक्षा में आवश्यक उपस्थिति दर्ज न कराने के चलते पिछली सर्दियों में एक पाठ्यक्रम में अनुत्तीर्ण हो गया था और परिणामस्वरूप उसे इंटर्नशिप से रोक दिया गया था, जिसके चलते वह तनाव में था.
एक अन्य छात्र प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि प्रशासन जिम्मेदारी ले और हमारी जरूरतों को समझे. जब पिछली बार छात्र ने आत्महत्या की थी, तो प्रशासन ने किसी भी चीज की जिम्मेदारी नहीं ली थी, हमें इसके बारे में बाहर से ही पता चला.’
संस्थान की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘आईआईटी गुवाहाटी सभी छात्रों के लिए एक सहयोगात्मक और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि करता है. संस्थान में परामर्श सहायता उपलब्ध है, जिससे छात्र ज़रूरत पड़ने पर कक्षा के बाद परामर्शदाताओं से मिल सकते हैं… आईआईटी गुवाहाटी इस चुनौतीपूर्ण समय में हमारे छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने के प्रति समर्पित है.’
बता दें कि ठीक एक माह पहले बीते 9 अगस्त को उत्तर प्रदेश की मूल निवासी एमटेक की एक 23 वर्षीय छात्रा भी अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई थी.
वहीं, इस वर्ष अप्रैल में बिहार का एक 20 वर्षीय बीटेक छात्र भी अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाया गया था. पुलिस को संदेह था कि यह आत्महत्या का मामला है, जबकि मृतक के परिवार ने आरोप लगाया था कि उसकी रैगिंग कर हत्या कर दी गई और मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी.