बीपीएससी 2024: विरोध प्रदर्शन के बीच एक केंद्र पर दोबारा परीक्षा, प्रशांत किशोर के ख़िलाफ़ एफआईआर

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर छात्रों की मांगों के समर्थन में गुरुवार (2 जनवरी) से पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे हैं. तमाम प्रदर्शनों के बावजूद शनिवार (4 जनवरी) को बापू परीक्षा परिसर केंद्र के अभ्यर्थियों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच दोबारा परीक्षा आयोजित हुई है.

पटना के गांधी मैदान में अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (फोटो: एक्स/@jansuraajonline)

पटना: पेपर लीक का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है. बिहार में प्रशासनिक पदों के लिए ली जाने वाली बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा के दौरान पटना स्थित एक परीक्षा केंद्र से कथित तौर पर पेपर लीक की खबरें आई थीं, जिसके बाद से छात्र और विरोधी दल के नेता पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना  में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. 

13 दिसंबर को कुल 2035 सीट के लिए बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा राज्य भर के 912 केंद्रों पर ली गई थी. पटना स्थित एक परीक्षा केंद्र- बापू परीक्षा भवन में छात्रों द्वारा ‘पेपर लीक’ के आरोप लगाए जाने के बाद परीक्षा सुचारू ढंग से संपन्न नहीं हो पाई. अन्य केंद्रों पर परीक्षा दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक संपन्न हुई थी. 

बीपीएससी के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने पेपर लीक के आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि पूरी परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी.

पत्रकारों से बात करते हुए बीपीएससी परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने कहा था, ‘13 दिसंबर को आयोजित संपूर्ण बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने का कोई सवाल ही नहीं है. परीक्षा के दौरान उत्पन्न व्यवधानों के कारण केवल बापू परीक्षा परिसर केंद्र में आयोजित प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया गया है.’ 

उन्होंने सूचित किया कि 4 जनवरी को शहर के किसी अन्य केंद्र पर बापू परीक्षा परिसर केंद्र के अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा आयोजित की जायेगी. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों का तर्क है कि पूरे राज्य भर में परीक्षा रद्द होनी चाहिए. 

इसी दौरान विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया. पटना के डीएम का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर साझा हुआ जिसमें वह एक प्रदर्शनकारी छात्र को थप्पड़ मारते नज़र आ रहे थे.

यह पहली मर्तबा नहीं है जब बीपीएससी द्वारा कराई जाने वाली परीक्षा में पेपर लीक की बात सामने आई है. बीते वर्ष मार्च के महीने में बिहार के सरकारी स्कूल में शिक्षकों की बहाली के लिए बीपीएससी द्वारा ली जाने वाली तृतीय चरण की परीक्षा पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई थी, और जुलाई के महीने में दोबारा से परीक्षा ली गई थी. 

पेपर लीक पर द वायर हिंदी ने रिपोर्ट की थी कि सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा लेने वाली गुजरात की कंपनी एडुटेस्ट पर धांधली के आरोप लगने के बाद साल 2023 में बिहार में ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था. उस पर माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा, डी.एल.एड., संयुक्त प्रवेश परीक्षा, सिमुलतला आवासीय विद्यालय कक्षा- 11 प्रवेश परीक्षा’ जैसी परीक्षाओं के आयोजन के दौरान धांधली का आरोप था. 

विपक्ष आया छात्रों के समर्थन में

इस बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर छात्रों की मांगों के समर्थन में गुरुवार (2 जनवरी) से पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे हैं. हालांकि प्रशासन ने उनके प्रदर्शन को अवैध बताया है.

पटना जिला प्रशासन ने गुरुवार (2 जनवरी) रात प्रशांत किशोर को नोटिस जारी कर गांधी मैदान खाली करने को कहा था, और ऐसा न करने पर उन पर मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी थी. जब किशोर ने गांधी मैदान खाली नहीं किया, उनके खिलाफ गांधी मैदान थाने में एफआईआर दर्ज की गई. 

हालांकि प्रदर्शनकारी छात्र नेताओं और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर से नाखुश दिख रहे हैं. छात्रों का कहना है कि ऐसे लोग उनके आंदोलन को अपने एजेंडे के लिए इस्तेमाल करते हैं. प्रशांत किशोर को छात्रों ने धरना स्थल से बाहर रास्ता दिखा दिया था. ऐसा ही व्यवहार मशहूर यूट्यूबर खान सर के साथ भी किया गया. छात्रों के लिए सहानुभूति दिखाते हुए खान सर ने कहा था कि ‘मैं आपके हित के लिए अपनी एक किडनी तक बेचने को तैयार हूं.’

निर्दलीय लोकसभा सांसद पप्पू यादव भी छात्रों के समर्थन में सड़क पर उतर आए हैं. उनके समर्थकों ने शुक्रवार को बिहार के कई जिलों में प्रदर्शन किया और पटना में एक रेलवे स्टेशन पर नाकाबंदी की. 

एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारी सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर एकत्र हुए और कुछ देर के लिए पटरियों पर बैठ गए, जिससे ट्रेनों की आवाजाही बाधित हुई. 

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने पीटीआई को बताया, ‘प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार (3 जनवरी) सुबह करीब 9 बजे सचिवालय हॉल्ट स्टेशन पर बक्सर-फतुहा पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया. ट्रेन को 20 मिनट तक रोका गया.’

पप्पू यादव और प्रशांत किशोर के बीच ‘छात्रों का नेता’ बनने के लिए जबानी जंग भी जारी है. दोनों एक दूसरे के खिलाफ बयानबाज़ी करते नजर आ रहे हैं. प्रशांत किशोर के आमरण अनशन के बारे में सांसद पप्पू यादव ने कहा कि वह भर पेट खाना खा कर अनशन पर बैठे हैं. यादव ने किशोर को ‘नटवरलाल’ (ठग) तक कहा. 

इन तमाम प्रदर्शनों के बावजूद शनिवार (4 जनवरी) को बापू परीक्षा परिसर केंद्र के अभ्यर्थियों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच दोबारा परीक्षा आयोजित की जा रही है.