राजस्थान में सर्व ब्राह्मण महासभा फिल्म में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को एक विदेशी की प्रेमिका बताए जाने को लेकर फिल्म का विरोध कर रही है. करणी सेना के संयोजक ने कहा कि अगर ब्राह्मण का ख़ून बहेगा तो राजपूत क्या चुप रहेगा.
जयपुर: संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत का विरोध करने के बाद राजस्थान में करणी सेना से कंगना रनौत की की आने वाली फिल्म मणिकर्णिका का भी विरोध करने का फैसला किया है.
दरअसल, कंगना रनौत की इस फिल्म को विरोध सर्व ब्राह्मण महासभा नाम के संगठन ने शुरू कर दिया है और बीते बुधवार को करणी सेना ने इस संगठन को समर्थन देने की बात कही है.
करणी सेना के संयोजक लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा कि फिल्म मणिकर्णिका में इतिहास को ग़लत ढंग से पेश किए जाने को लेकर विरोध कर रहे सर्व ब्राह्मण महासभा को करणी सेना अपना समर्थन देती है. वह सर्व ब्राहमण महासभा के साथ है.
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में लोकेंद्र सिंह कालवी ने कहा, ‘अगर ब्राह्मण का ख़ून बहेगा तो राजपूत क्या चुप रहेगा, जब राजपूत का ख़ून बहा तो बाह्मण कभी चुप नहीं रहा.’ उन्होंने दावा किया पद्मावत की रिलीज़ के विरोध में 10 हज़ार ब्राह्मणों ने ख़ून से ख़त लिखा था.
इधर, सर्व ब्राहमण महासभा के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह से मिलकर उन्हें फिल्म मणिकर्णिका में इतिहास को ग़लत ढंग से पेश किए जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा है.
सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने बताया कि महासभा ने राज्यपाल से मणिकर्णिका के निर्माता से फिल्म में इतिहास को ग़लत ढंग से नहीं दिखाए जाने को लेकर शपथ पत्र लेने की मांग की है.
गौरतलब है कि सर्व ब्राह्मण महासभा फिल्म मणिकर्णिका में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को एक विदेशी की प्रेमिका बताए जाने को लेकर फिल्म का विरोध कर रही है.
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, इस बीच फिल्म मणिकर्णिका की शूटिंग के सिलसिले में अभिनेत्री कंगना रनौत बृहस्पतिवार को जोधपुर पहुंचीं.
जोधपुर एयरपोर्ट पर फिल्म के विरोध को लेकर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘देश की एक बेटी का रोल करने पर मुझे गर्व है. फिल्म में झांसी की रानी के प्रेम-प्रसंग जैसी बातें फैलाईं जा रही हैं, ऐसा सोचा भी कैसे जा सकता है?’
इससे पहले करणी सेना ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को लेकर बीते दिनों जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया था. इस फिल्म के विरोध में राजस्थान और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारें भी कूद पड़ी थीं.
फिल्म पर हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश की सरकारों ने प्रतिबंध लगा दिया था. चार राज्यों में लगे प्रतिबंध को सुप्रीम कोर्ट ने बीते 18 जनवरी को हटा दिया था. ग़ौरतलब है कि इन चारों राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं.
लगातार विवादों में रहने की वजह से पिछले साल दिसंबर में रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म की रिलीज़ को टाल दिया गया था.
राजस्थान की राजपूत करणी सेना और तमाम हिंदूवादी के साथ कुछ राजपूत समुदाय ने फिल्म पर आरोप लगाया है कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है. लोग आरोप लगा रहे है कि फिल्म में अलाउद्दीन ख़िलजी और रानी पद्मावती के बीच ड्रीम सीक्वेंस फिल्माया गया है. हालांकि फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि फिल्म में ऐसा कोई दृश्य नहीं है.
बीते दिसंबर महीने में केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने इस फिल्म यू/ए सर्टिफिकेट देने का फैसला किया और फिल्म के निर्देशक को इसका नाम ‘पद्मावती’ से बदलकर ‘पद्मावत’ करने का सुझाव दिया था, जिसके बाद फिल्म का नाम बदलकर पद्मावत कर दिया गया.
अंतत: कई महीनों के विरोध प्रदर्शन के बाद बीते तीन फरवरी को करणी सेना के सदस्यों ने फिल्म पद्मावत देखी और अपना प्रदर्शन वापस ले लिया.
फिल्म देखने के बाद संगठन का कहना था, ‘फिल्म में दिल्ली सल्तनत के शासक अलाउद्दीन ख़िलजी और मेवाण की रानी पद्मिनी के बीच कुछ भी आपत्तिजनक दृश्य नहीं फिल्माया गया है, जिससे कि राजपूतों की भावनाएं आहत हों.’
इसके बाद संगठन ने फिल्म पद्मावत के ख़िलाफ़ जारी अपना विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया.
मुंबई में श्री राजपूत करणी सेना के नेता योगेंद्र सिंह ने कहा, संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामडी के निर्देश पर तीन फरवरी को कुछ सदस्यों ने फिल्म को देखा और पाया कि फिल्म में राजपूतों के गौरव और बलिदान को भव्यता के साथ दर्शाया गया है. फिल्म देखने के बाद हमें गर्व महसूस हो रहा है.
बहरहाल, फिल्म मणिकर्णिका की शूटिंग इन दिनों राजस्थान में चल रही है. बीते छह फरवरी को सर्व ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि प्रदेश में फिल्म की शूटिंग रोकने का आश्वासन यदि तीन दिन में नहीं दिया गया तो इसके विरोध में महासभा सड़कों पर उतरेगी.
मिश्रा ने आरोप लगाया कि फिल्म मणिकर्णिका में फिल्म निर्माता इतिहास को ग़लत ढंग से पेश कर रहे है. फिल्म में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और विदेशी व्यक्ति के बीच एक रोमांटिक दृश्य फिल्माया गया है.
उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि यह फिल्म जयश्री मिश्रा द्वारा झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पर लिखी गई पुस्तक पर आधारित है. मिश्रा ने कहा कि सर्व ब्राहमण महासभा ने राजस्थान के राज्यपाल और गृहमंत्री को पत्र लिखकर फिल्म की प्रदेश में हो रहीं शूटिंग को रोकने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा कि फिल्म के निर्माता को महासभा ने इस बारे में पत्र भी लिखा लेकिन उन्होंने जवाब तक नहीं दिया. मिश्रा के अनुसार, मणिकर्णिका फिल्म की शूटिंग मलसीसर (झुंझनूं) और जोधपुर के मेहरानगढ़ क़िले में हुई है.
फिल्म ‘मणिकर्णिका: द क्वीन आॅफ झांसी’ में कंगना रनौत झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की भूमिका में नज़र आएंगी. फिल्म के निर्देशक कृष हैं और फिल्म इसी साल अप्रैल में रिलीज़ होने की संभावना है. फिल्म में कंगना के अलावा जिस्शु सेनगुप्ता, अतुल कुलकर्णी, सोनू सूद, सुरेश ओबरॉय, अंकिता लोखंडे आदि प्रमुख भूमिकाओं में हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)