बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग की छात्राओं ने वरिष्ठ प्रोफेसर एसके चौबे की शिकायत कुलपति से की. विश्वविद्यालय के वीमेंस सेल ने मामले की जांच शुरू की.
वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के जंतु विज्ञान विभाग के एक वरिष्ठ प्रोफेसर पर छात्राओं ने अश्लील और भद्दी टिप्पणियां करने का आरोप लगाया है. छात्राओं का आरोप है कि भुवनेश्वर में एक शैक्षणिक यात्रा के दौरान प्रोफेसर एसके चौबे ने छात्राओं के शरीर की बनावट को लेकर अश्लील टिप्पणियां की थी.
छात्राओं ने इसकी शिकायत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राकेश भटनागर से की है, जिसका वीमेन सेल ने संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है.
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, जंतु विज्ञान विभाग से बीएससी के पांचवें सेमेस्टर की छात्राओं का दल एक हफ्ते पहले ही ओडिशा की शैक्षणिक यात्रा से लौटा है. छात्रों ने शिकायत में कहा है कि ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के शैक्षणिक टूर के दौरान नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क जाकर वहां जंतुओं के बारे में अध्ययन करना था. लेकिन चौबे वहां बहुत कम समय देकर सभी को कोणार्क स्थित सूर्य मंदिर ले गए. वहां लगी प्रतिमाओं को दिखाने के साथ ही अनावश्यक रूप से प्रतिमाओं के बारे में विस्तार से बता रहे थे. उनका यह कृत्य यौन प्रताड़ना जैसा था. उनका आरोप है कि शिकायत करने पर प्रैक्टिकल में नंबर कम देने की धमकी भी दी जाती है.
ख़बर के अनुसार, नाम न बताने की शर्त पर विभाग के एक प्रोफेसर ने बताया कि चौबे के पास छात्रों को देने के लिए 300 नंबर होते हैं. वे बताते हैं कि इन्हीं नंबर का धौंस दिखाते थे, जिसे छात्र बर्दाश्त करते थे, लेकिन इस बार मामला हद से आगे बढ़ गया था, जिसके चलते शिकायत हुई.
प्रोफेसर ने यह भी बताया कि इस तरह के मामले विभाग अध्यक्ष के संज्ञान में पहले से ही था, लेकिन लिखित शिकायत न होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं होती थी और उन्हें शैक्षणिक टूर पर भेजा जाता था.
प्रोफेसर चौबे ने मामले पर कहा कि इस प्रकरण के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है और किसने आरोप लगाया, क्या लगाया, यह विश्वविद्यालय प्रशासन का मामला है. इस मामले में पीआरओ से बात करनी चाहिए.
विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर नवीन सिंह ने मामले पर कहा कि प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत की जानकारी वीमेन ग्रीवांस सेल से मिली है. मामले को जांच के लिए भेजा गया है.
कुलपति राकेश भटनागर के पास छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई है. दैनिक जागरण से बातचीत में कुलपति ने मामले पर कहा, ‘मामला काफ़ी गंभीर है और शिकायत की गई है. तय प्रक्रिया के अनुसार मामले की जांच होगी. इंटरनल कम्प्लेंट्स कमेटी (आईसीसी) द्वारा मामले की जांच कराई जाएगी और दोष साबित होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.