मणिपुर के पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम की रासुका के तहत गिरफ़्तारी के विरोध में भी छात्र ने प्रदर्शनों का आयोजन किया था. परिवारवालों ने कहा कि पुलिस ने गिरफ़्तारी का कारण नहीं बताया है.
नई दिल्लीः दिल्ली और मणिपुर पुलिस की चार सदस्यीय संयुक्त टीमों ने मणिपुर के एक छात्र नेता को गिरफ्तार किया है. छात्र को बीते 15 फरवरी को बिना कोई कारण बताए उसके दक्षिण दिल्ली स्थित किराए के घर से उठा लिया गया.
मणिपुर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली (एमएसएडी) के पूर्व अध्यक्ष और अब सलाहकार थोकचोम वीवन पत्रकार किशोरचंद्र वांगखेम की नवंबर में राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत गिरफ्तारी के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ और नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शनों के आयोजन की अगुवाई करने वाले रहे हैं.
वीवन के भाई वीनस थोकचोम ने द वायर को बताया, ‘पुलिस की टीम साकेत स्थित उनके घर शाम लगभग 5:20 बजे पहुंची, उसे (वीवन) पीटा, उसे चप्पल पहनने तक का मौका नहीं दिया और बिना कोई कारण बताए उसे लेकर चली गई. पुलिस ने यह भी नहीं बताया कि वह उसे कहां लेकर जा रही है.’
वीनस ने कहा, ‘जिस वक्त पुलिस वीवन को उठाकर ले गई, उस वक्त मेरी छोटी बहन घर पर ही थी. मैं कुछ ही दूरी पर रहता हूं. उसने (बहन) तुरंत परिवार को इसके बारे में बताया.’
इस घटना का पता चलते ही इम्फाल में वीवन के पिता तुरंत स्थानीय पुलिस थाने पहुंचे, जहां उन्हें बताया गया कि वीवन को साइबर अपराध में पकड़ा गया है और उसे एक या दो दिन में इम्फाल लाया जाएगा.
एक घंटे बाद वीवन के परिवार और दोस्तों को पता चला कि वह जनकपुरी में दिल्ली पुलिस की विशेष अपराध शाखा में हैं. वीनस ने भाई की गिरफ्तारी के कारणों का पता लगाने के लिए एमएसएडी के सदस्यों के साथ थाने पहुंच गए.
वीनस ने कहा, ‘पुलिस ने हमें बताया कि उस पर पहले ही धारा 124ए राजद्रोह की धारा लगी है लेकिन अभी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई. हम अपने वकीलों का इंतजार कर रहे हैं.’
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने कहा, ‘उनकी टीम दिल्ली पहुंची और आरोपी को साकेत में उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. उस समय उसकी बहन घर पर ही थी. उसे जनकपुरी में स्पेशल सेल के साउथ वेस्टर्न रेंज लाया गया. उसे अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.’
वीवन ने दो दिन पहले फेसबुक पोस्ट में कहा था, ‘इम्फाल पूर्व और पश्चिम जिलों की पुलिस टीमें शाम लगभग छह बजे इम्फाल के लामलेमइ लेकइ में मेरे घर पहुंची, मेरे माता-पिता को धमकाया कि मुझे कुछ बोलने न दें. मेरे कमरे और घर की तलाशी ली गई. उन्होंने मेरे माता-पिता की तस्वीरें भी लीं और कहा कि मुझसे कहें कि मैं पढ़ाई पर ध्यान दूं.’
वीवन ने बाद में इम्फाल फ्री प्रेस को बताया, ‘पुलिस का मेरे घर पर आने का एकमात्र कारण जो मुझे लगता है, वह नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में 13 फरवरी को लोगों की भीड़ को इकट्ठा होने से रोकने के लिए लगाए गए कर्फ्यू के दौरान राज्य में विरोध प्रदर्शन के दौरान सर्कुलेट तस्वीरें हो सकती हैं.’
मणिपुर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली के महासचिव शेकोम चिमगाहेनगांबा ने कहा, ‘हम हमारे पूर्व अध्यक्ष की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा करते हैं. कुछ पुलिस अधिकारी मणिपुर से उनके घर पर पहुंचे और उन्हें उठा लिया. उन्होंने गिरफ्तारी का कोई कारण भी नहीं बताया.’