महाराष्ट्रः अंतरजातीय विवाह करने पर गर्भवती युवती को घरवालों ने ज़िंदा जलाया

यह घटना एक मई को महाराष्ट्र के अहमदनगर के निघोई गांव में हुई. गर्भवती युवती की अस्पताल में मौत. 50 प्रतिशत तक जल चुके युवक का चल रहा है इलाज. दोनों ने पिछले साल अक्टूबर में अंतरजातीय विवाह किया था. लड़की के घरवाले शादी के ख़िलाफ़ थे.

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यह घटना एक मई को महाराष्ट्र के अहमदनगर के निघोई गांव में हुई. गर्भवती युवती की अस्पताल में मौत. 50 प्रतिशत तक जल चुके युवक का चल रहा है इलाज. दोनों ने पिछले साल अक्टूबर में अंतरजातीय विवाह किया था.  लड़की के घरवाले शादी के ख़िलाफ़ थे.

Ahmednagar

अहमदनगरः महाराष्ट्र के अहमदनगर में ऑनर किलिंग के मामले में एक परिवार ने कथित तौर पर अपनी बेटी और उसके पति को जिंदा जला दिया. परिवार को उनके अंतरजातीय विवाह से आपत्ति थी. युवती दो महीने की गर्भवती थी. यह घटना बीते एक मई की है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में गर्भवती रुक्मिणी रणसिंह (19) 70 फीसदी तक झुलस गई थीं और उन्होंने रविवार रात को दम तोड़ दिया जबकि उनके पति मंगेश रणसिंह (23) 50 फीसदी तक झुलस गए हैं और उनका पुणे के ससून जनरल अस्पताल में इलाज चल रहा है.

लड़की लोहार समुदाय से थी जबकि उनके पति पासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं.

रुक्मिणी के दो चाचा सुरेंद्र भारतीय और घनश्याम सरोज को अहमदनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मृतका के फरार पिता राम भारतीय की तलाश जारी है. इलाज के समय पति-पत्नी द्वारा और परिवार के अन्य सदस्यों द्वारा दर्ज कराए गए बयान के आधार पर जांच जारी है.

पुलिस के मुताबिक, यह घटना एक मई को परनार तालुका के निघोई गांव में हुई. रुक्मिणी ने पिछले साल अक्टूबर में अंतरजातीय विवाह किया था, जो कि लड़की के घरवालों को पसंद नहीं था और वे तभी से दोनों को धमकी दे रहे थे.

मामले की जांच कर रहे उपनिरीक्षक विजयकुमार बोथरे ने कहा, यह प्रेम विवाह था लेकिन महिला के परिवार के अधिकतर सदस्य इसके विरोध में थे जबकि मंगेश के परिवार के सदस्य शादी में मौजूद थे. वहीं, रुक्मिणी की सिर्फ मां शादी समारोह में शरीक हुई थीं. इस दौरान रुक्मिणी के परिवार के सदस्य जोड़े को धमका रहे थे क्योंकि वे अंतरजातीय विवाह के खिलाफ थे.

पीएसआई बोथरे ने कहा, ’30 अप्रैल को रुक्मिणी और मंगेश का किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया था जिसके बाद रुक्मिणी अपने घर चली गईं. मंगेश ने हमें बताया कि एक मई को रुक्मिणी ने फोन कर उन्हें अपने साथ ले जाने को कहा. मंगेश वहां गया लेकिन लड़की के घरवालों ने उसे ले जाने से मना कर दिया. दोपहर में बहस के बाद लड़की के दो चाचा ने रुक्मिणी और मंगेश के ऊपर पेट्रोल छिड़ककर उनको आग लगा दी. इस दौरान कमरे को बाहर से बंद कर दिया गया था.’

उन्होंने कहा, ‘दोनों की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी इकट्ठा हुए और उन्हें अस्पताल पहुंचाया. प्राथमिक जांच और स्थिति के आकलन के बाद दोनों को पुणे के ससून जनरल अस्पताल में भर्ती कर दिया गया.’

ससून जनरल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय तवारे ने पुष्टि की कि रविवार रात को इलाज के दौरान रुक्मिणी ने दम तोड़ दिया जबकि मंगेश का अस्पताल में अभी भी इलाज चल रहा है.