बच्चा चोर किसी ने नहीं देखा, न किसी का बच्चा चोरी हुआ. फिर भी महिलाओं-बच्चों को घरों में बंद कर रात भर पहरा देते हैं हथियारबंद ग्रामीण.
झारखंड में पिछले कुछ दिनों से बच्चा चोर गिरोह के सक्रिय होने की अफ़वाह फैली है. बच्चा चोर होने के शक में जगह-जगह लोगों को पीटकर मारने की घटनाएं सामने आ रही हैं. अफ़वाहों पर ध्यान न देने की पुलिस की अपील के बीच गुरुवार को छह लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई. मारे गए ये सभी लोग पशु व्यापारी थे.
गुरुवार को अलग-अलग जगहों पर मारे गए लोगों के परिजन और स्थानीय लोग शुक्रवार को जुगसलाई में सड़क पर उतरे.
झारखंड के प्रमुख अख़बार प्रभात ख़बर के मुताबिक, ‘झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में बीते कई सप्ताह से बच्चा चोर की अफ़वाह जोर पकड़ चुकी है. यह अफ़वाह ख़ास कर जमशेदपुर-सरायकेला और धनबाद-बोकारो में फैली है. इसी अफ़वाह के कारण अब तक राज्य में 18 लोगों की भीड़ ने हत्या कर दी है.’
हिंदुस्तान अख़बार के मुताबिक गुरुवार को सात लोगों की हत्या हुई है. अख़बार लिखता है, ‘बच्चा चोर की अफ़वाह में गुरुवार की देर रात तीन और लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. यह घटना जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना क्षेत्र के नागाडीह गांव में हुई. इससे पहले गुरुवार को दिन में सरायकेला-खरसावां जिले के राजनगर में बच्चा चोर की अफवाह में ही चार लोगों की हत्या कर दी गई थी.
Jharkhand: 3 people beaten to death in Jamshedpur's Bagbera over suspicion of child theft; kin of deceased demand compensation (18/5) pic.twitter.com/33y0aRsW93
— ANI (@ANI) May 19, 2017
इन अफ़वाहों के चलते लोगों को जो भी संदिग्ध लगता है, उसकी पीटकर हत्या कर दे रहे हैं. पुलिस अब तक यह घटनाएं रोक पाने में नाकाम है.
झारखंड के सरायकेला-खरसवां ज़िले में गुरुवार को ग्रामीणों ने बच्चा चोर होने के शक में छह व्यक्तियों की पीट-पीट कर मार डाला. नाराज़ भीड़ ने पुलिस की दो गाड़ियों को आग भी लगा दी.
पुलिस ने बताया कि यह वारदात राजनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक इलाक़े में हुई है जिसके बाद नाराज़ स्थानीय लोगों ने पुलिस की दो गाड़ियों को आग लगा दी.
नगर पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद ने कहा कि ग्रामीणों ने नागदिह में बच्चा चोर होने के संदेह में तीन व्यक्तियों की पीट-पीट कर गुरुवार रात हत्या कर दी. यह इलाक़ा बागबेरा थाना क्षेत्र के तहत आता है.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दो मृतकों की पहचान जुगसालाई निवासी उत्तम वर्मा और बागबेरा निवासी गणेश कुमार गुप्ता के तौर पर हुई है. उन्होंने कहा कि तीसरे मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई है.
उन्होंने कहा कि घटना में एक वृद्ध महिला जख़्मी हुई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अधिकारी ने कहा कि जब पुलिस दल मौके पर पहुंचा तो नाराज ग्रामीणों ने उन पर पथराव किया जिसमें कुछ पुलिसकर्मी जख़्मी हो गए. दो गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई हैं.
आनंद ने कहा, घटनास्थल पर क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक पुलिस पिकेट बनाई गई है.
डीआईजी (कोलहन क्षेत्र) प्रभात कुमार ने कहा कि दिन में सोसोमोली गांव में दो व्यक्तियों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई जबकि शोभापुर गांव में स्थानीय लोगों ने एक व्यक्ति को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया.
कुमार ने कहा कि कुछ ग्रामीणों की पहचान कर ली गई है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर अतिरिक्त बल के साथ गए थे.
इस घटना से एक हफ़्ते पहले पूर्वी सिंहभूम ज़िले में जादुगोरा के यूरेनियम शहर में भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में दो व्यक्तियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी और दो अन्य को जख़्मी कर दिया था. घटना के बाद पुलिस ने ग्रामीणों से अफ़वाहों पर ध्यान नहीं देने को कहा था.
प्रभात ख़बर में 12 मई को छपी ख़बर में कहा गया, ‘जादूगोड़ा थाना क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में बच्चा चोर होने के संदेह में ग्रामीणों ने दो युवकों की पीट-पीट कर हत्या कर दी अौर एक युवक को घायल कर दिया. वहीं गालूडीह में भी एक युवक को बांध कर बुरी तरह पीटा गया. पिटाई से घायल युवक की अस्पताल में मौत हो गई. वहीं 11 मई की रात आसनबनी तालाब के पास ग्रामीणों ने मोहम्मद असीम की पीटकर हत्या कर दी.
#Jharkhand One person lynched in Jamshedpur over rumours of 'kid theft', by people from villages in the vicinity; vehicles also vandalized. pic.twitter.com/TgyPpiaIrp
— ANI (@ANI) May 19, 2017
10 मई की रात 8 बजे ईचड़ा पंचायत मंडप के पास खेल रहे खेल रहे बच्चों से एक युवक ने स्टेशन का रास्ता पूछा जिससे ग्रामीणों को उसके बच्चा चोर होने का संदेह हुआ था. ग्रामीणों ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया अौर पीट-पीट कर अधमरा कर दिया. पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया लेकिन वहां उसकी मौत हो गई.
अख़बार का कहना है कि बच्चा चोर गिरोह के सक्रिय होने की अफ़वाह के चलते क्षेत्र में दहशत है. ग्रामीण रात भर गांव में पहरा दे रहे हैं. दहशत इस हद तक है कि लोग अपने बच्चों को न तो बाहर निकलने दे रहे हैं, न ही उन्हें स्कूल भेज रहे हैं.
प्रभात ख़बर की ही एक ख़बर के मुताबिक, कई जगहों पर विक्षिप्त लोगों को पकड़ कर बुरी तरह पीटा गया है. विक्षिप्त लोग पूछने पर कोई जवाब भी नहीं दे पाते और उन्हें बच्चा चोर समझ लिया जा रहा है. पिछले हफ्ते जादूगोड़ा में दो विक्षिप्तों की पीटकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने इस मामले में सैकड़ों अज्ञात लोगों पर मुक़दमा दर्ज किया है.
विक्षिप्त, भिखारियों व फेरी वालों को लोग बच्चा चोर समझकर पीट रहे हैं. फेरी वालों ने डर के मारे गांवों में आना बंद कर दिया.
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, ‘ग्रामीणों में ज़बरदस्त अफ़वाह है. ग्रामीणों ने कहा, फ़ैसला हुआ है कि जब तक घर में बच्चे सो नहीं जाएंगे, सभी पहरा देंगे. बच्चा चोर घूम रहे हैं. पुलिस प्रशासन ध्यान नहीं देता. हेलमेट की जांच करती है और बच्चा चोरों को खुलेआम छोड़ देती है. ग्रामीणों से पूछा गया क्या आपने चोरों को देखा है? या आपके आसपास गांव का बच्चा चोरी हुआ है? जवाब मिला-नहीं, लेकिन काला ड्रेस पहनकर घूम रहा है.’
इस ख़बर के अनुसार, यहां आसपास के गांवों में 50 या 100 की संख्या में हथियारबंद लोगों को सड़क पर वाहनों को रुकवाकर चेकिंग करते हुए देखा जा सकता है.
18 को प्रकाशित ख़बर के मुताबिक, बच्चा चोर गिरोह की अफ़वाह सोशल मीडिया से फैली. पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले दो लोगों की पहचान की है. दोनों आसनबनी क्षेत्र के रहने वाले हैं, जिनके नाम मदन दास और लखी दास हैं. इनके द्वारा ही बच्चा चोर की अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाई गई है.
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता और एडीजी (ऑपरेशंस) आरके मल्लिक ने बीबीसी को दिए अपने बयान में कहा, ‘गुरुवार सुबह सरायकेला-खरसांवा जिले के राजनगर इलाके में उग्र ग्रामीणों ने तीन लोगों को मार डाला. वहीं देर शाम जमशेदपुर के बागबेड़ा में भी भीड़ ने तीन लोगों की हत्या कर दी. यह सब बच्चा चोर गिरोह की सक्रियता की अफवाह के कारण हुआ. इस अफवाह के बाद लोगों में असुरक्षा की भावना है और वे किसी भी अनजान को देखते ही उसे बच्चा चोर समझ कर हमला कर दे रहे हैं.’
पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी अनूप टी. मैथ्यू के मीडिया में छपे बयान के मुताबिक, ‘लोगों से अपील है कि बच्चा चोर कहकर वे क़ानून हाथ में न लें. अभी तक किसी इलाक़े में बच्चा चोरी की शिकायत दर्ज नहीं की गई है. बच्चा चोरी या फिर चोरों के आने की बात पूरी तरह अफ़वाह है. ऐसी अफ़वाह फैलाने वाले और क़ानून हाथ में लेने वालों के ख़िलाफ़ पुलिस कार्रवाई कर रही है. अफवाहों पर ध्यान न दें, यदि किसी पर बच्चा चोरी करने का शक हो तो पुलिस को सूचित करें.’
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ‘भाजपा शासित झारखंड जंगलराज का सबसे मुफ़ीद उदाहरण है. लातेहार में मुस्लिम युवकों को मार कर लटका दिया गया था. अब यह हुआ है. सरकार पूरी तरह चुप है.’
BJP-ruled Jharkhand a fit case of Jungle Raj. Latehar hangings of young Muslim boys, now this. Govt totally silent. https://t.co/Wj1D6S355S
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) May 19, 2017
अंग्रेज़ी अख़बार टेलीग्राफ़ के मुताबिक, जमशेदपुर के पास ग्रामीणों की भीड़ ने कार सवार पशु व्यापारियों को रोक लिया और उनमें से तीन को पीटकर मार दिया. पुलिस का कहना है कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से बच्चा चोरी की अफ़वाह फैली है. पुलिस ने मामले के सांप्रदायिक होने से इनकार किया है. गुरुवार की सुबह शेख नईम (35), शेख सज्जू (25)और शेख सिराज (26) पशुओं की ख़रीददारी करने निकले थे.
टेलीग्राफ़ के मुताबिक, ‘पिछले साल मार्च में दो मुस्लिम पशु व्यापारियों को लातेहार में गो-तस्कर होने के शक में मार दिया गया था.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)