अफ्रीका के देशों को गटर बताने वाले ट्रंप ने कहा, मैं नस्लभेदी नहीं

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि वह उन सब लोगों से कम नस्लभेदी हैं जिनका पत्रकारों ने इंटरव्यू लिया है.

पिता की मौत पर कोई संदेह नहीं, परिवार को परेशान न किया जाए: अनुज लोया

सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले की सुनवाई कर रहे सीबीआई जज बृजगोपाल लोया के बेटे अनुज लोया ने पिता की मौत पर विवाद ख़त्म करने की मांग की है.

पूर्व जजों ने लिखा चीफ जस्टिस को ख़त, कहा सुप्रीम कोर्ट के काम में लाएं पारदर्शिता

ख़त में पूर्व जजों ने चीफ जस्टिस से गुज़ारिश की है कि जनता का न्यायपालिका में भरोसा बनाए रखने के लिए मामले बेंच में भेजने संबंधी समस्या का जल्द से जल्द हल निकाला जाए.

नॉर्थ ईस्ट डायरी: संघ का मिशन पूर्वोत्तर शुरू, गुवाहाटी में होगा हिंदू समावेश सम्मेलन

इस हफ्ते नॉर्थ ईस्ट डायरी में त्रिपुरा, नगालैंड, मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मेघालय के प्रमुख समाचार.

कर्नाटक का चुनाव सांप्रदायिकता बनाम धर्मनिरपेक्षता के बीच होगा: सिद्धारमैया

संघ-भाजपा में आतंकवादी होने के कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान के ख़िलाफ़ भाजपा का प्रदर्शन. कहा- कर्नाटक में भाजपा की सरकार बनेगी.

आतंकवादी नहीं, आईएएस पैदा करते हैं मदरसे: अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष

अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि वक़्फ़ बोर्ड के प्रमुख वसीम रिज़वी ने सरकार की नज़र में अच्छा बनने के लिए मदरसों को आतंकवाद से जोड़ा.

मध्य प्रदेश में विभिन्न मांगों को लेकर अस्थायी महिला शिक्षकों ने सिर मुंडवाया

चार अस्थायी महिला शिक्षकों के अलावा 100 से ज़्यादा अस्थायी ​शिक्षकों ने अपना सिर का मुंडन करवाकर मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार की ​नीतियों के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया.

‘विधिशास्त्र में स्थापित है कि प्रधान न्यायाधीश अन्य न्यायाधीशों के ही बराबर होते हैं’

प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले न्यायाधीशों में से एक जस्टिस कुरियन जोसेफ ने कहा कि न्याय और न्यापालिका के हित में यह क़दम उठाया.

जेएनयू छात्रसंघ का आरोप, अटेंडेंस के लिए डीन ने छात्रों को बंधक बनाया

जेएनयू प्रशासन द्वारा उपस्थिति अनिवार्य करने के फैसले का विरोध एबीवीपी, एनएसयूआई, बापसा समेत जेएनयू के प्रमुख छात्र संगठन कर रहे हैं.

‘जजों का इस तरह मीडिया के सामने आना गंभीर है, इससे चीफ जस्टिस की छवि पर सवाल उठते हैं’

सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के मीडिया के सामने आकर सुप्रीम कोर्ट की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाने पर पूर्व न्यायाधीशों और न्यायपालिका से जुड़े विभिन्न लोगों ने अपनी राय साझा की है.

आपको वैश्विक ताकत बनना है तो क्या आप सांप्रदायिक बनकर रह सकते हैं: पूर्व प्रधान न्यायाधीश

पूर्व प्रधान न्यायाधीश जस्टिस खेहर ने कहा कि आज़ादी के समय भारत ने धर्मनिरपेक्ष रहना पसंद किया था, लेकिन हम उसे भूल गए.

पढ़ें: चार सुप्रीम कोर्ट जजों द्वारा चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा को भेजा गया पत्र

सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने शुक्रवार सुबह मीडिया से बात करते हुए शीर्ष अदालत के काम पर सवाल उठाए हैं, साथ ही उन्होंने मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा को एक पत्र भेजा है. पढ़ें ये पत्र.

हम नहीं चाहते कि 20 साल बाद कोई कहे कि जजों ने अपनी आत्मा बेच दी थी: जस्टिस चेलामेश्वर

सुप्रीम कोर्ट के चार जजों जस्टिस चेलामेश्वर, जस्टिस मदन लोकुर, जस्टिस कुरियन जोसेफ, जस्टिस रंजन गोगोई ने मीडिया से बात कर शीर्ष अदालत के प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं.