नीट यूजी 2024 अखिल भारतीय कोटा (एआईक्यू) सीट के लिए काउंसलिंग 6 जुलाई को शुरू होने वाली थी, जिसे अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है. इससे पहले इस परीक्षा में धांधली से जुड़े आरोपों को सुन रहे सुप्रीम कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था.
टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज ने नौकरी से निकाले गए ज्यादातर कर्मचारियों को वापस बुला लिया है, लेकिन एडवांस्ड सेंटर फॉर वीमेन स्टडीज़ के कर्मचारियों को बहाल नहीं किया गया है. इस बीच, शिक्षक संघ ने कर्मचारियों को नियमित करने और लंबित वेतन जारी करने करने की मांग की है.
चेंबूर स्थित आचार्य एवं मराठी कॉलेज में इससे पहले ड्रेस कोड के तहत हिज़ाब पर प्रतिबंध लगाया गया था, अब 27 जून को जारी नए कोड में विद्यार्थियों के जींस और टी-शर्ट पहनने पर भी पाबंदी लगा दी गई है.
यह मामला बीते सप्ताह गुवाहाटी विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर छात्र संघ ने उठाया था. छात्रों ने दावा किया है कि विश्वविद्यालय में एक ऐसा रैकेट सक्रिय है, जो बड़ी रकम के बदले मार्कशीट में अंक बढ़ाने का काम करता है.
कोटा जिले में अखिल भारतीय प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे झारखंड के 17 वर्षीय छात्र ने अपने कमरे में पंखा से फांसी लगा ली. पुलिस के अनुसार, यह इस साल छात्र आत्महत्या की 12वीं घटना है.
बिहार पुलिस के आर्थिक अपराध इकाई ने कहा है कि अगर एनटीए ने 5 मई को हुई परीक्षा से एक दिन पहले पटना से बरामद जली हुई उत्तर पुस्तिका से मिलान के लिए प्रश्नपत्र के सैंपल उपलब्ध कराए होते, तो नीट-यूजी में अनियमितताओं की जांच अब तक पूरी हो गई होती.
छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने 23 जून को सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अनिवार्य परीक्षा- सीजी-टीईटी आयोजित की थी. कांग्रेस का आरोप है कि धमतरी ज़िले के एक केंद्र में कई अभ्यर्थी उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराने में देरी और अतिरिक्त समय न दी जाने के कारण परीक्षा पूरी नहीं कर पाए.
यह देखते हुए कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष एम. जगदीश कुमार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के प्रमोटर-इन-चीफ हैं, एनटीए की जांच करने वाली किसी भी समिति को उनकी और यूजीसी में उनकी भूमिका की भी जांच करनी चाहिए.
नीट-यूजी 2024 परीक्षा मामले में बिहार की आपराधिक जांंच इकाई ने संदिग्धों के पास से परीक्षा की तारीख (5 मई) को ही कुछ जले हुए कागज़ात बरामद किए थे, जिनकी जांच में पता चला कि इन कागज़ों के 68 सवाल मूल प्रश्नपत्र के समान थे. इतना ही नहीं प्रश्नों के क्रमांक भी मूल प्रश्नपत्र से मेल खाते हैं.
विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं को लेकर सवालों के घेरे में आई नेशनल टेस्टिंग एजेंसी में 25 से कम स्थायी कर्मचारी हैं, जो पच्चीस परीक्षाओं का आयोजन करवा रहे हैं. अपर्याप्त विशेषज्ञता के कारण एजेंसी ने पेपर-सेटिंग, पेपर वितरण और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल को निजी सेवा प्रदाताओं सहित बाहरी विशेषज्ञों को आउटसोर्स किया हुआ है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया है कि नीट-पीजी परीक्षा को ‘एहतियाती उपाय’ के रूप में स्थगित किया गया है. इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी नहीं बल्कि राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान परीक्षा बोर्ड द्वारा किया जाता है. इस बीच, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन के लिए एक उच्च स्तरीय समिति भी गठित की है.
नीट-यूजी परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों के बीच यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने के 48 घंटे से भी कम समय में शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए से 25 से 27 जून तक होने वाली सीएसआईआर-यूजीसी नेट परीक्षा को स्थगित करने के लिए कहा. परीक्षा में लगभग 2 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने उम्मीद थी.
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया है कि यूजीसी-नेट परीक्षा का प्रश्न पत्र डार्क नेट पर लीक हो गया था और यह इम्तिहान आयोजित करने वाकई संस्था- एनटीए की ओर हुई 'संस्थागत विफलता' को दर्शाता है.
साल 2018 में शुरू हुआ ‘परीक्षा पे चर्चा’ सालाना कार्यक्रम है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोर्ड परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों के साथ बातचीत करते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 में कार्यक्रम में होने वाला ख़र्च साल 2019 के 4.92 करोड़ रुपये से बढ़कर 10.04 करोड़ रुपये हुआ है.
एनटीए की स्थापना उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश/फेलोशिप हेतु परीक्षा आयोजित करने वाले एक प्रमुख परीक्षा संगठन के रूप में की गई थी. लेकिन इसका रिपोर्ट कार्ड साल दर साल विफलता के नए पैमाने गढ़ रहा है.