उत्तरकाशी ज़िले के पुरोला में हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा मुस्लिम और उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाए जाने के बाद कई मुस्लिम परिवार क़स्बे से जा चुके हैं. इनमें भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे से जुड़े नेता भी हैं. उनका मानना है कि अगर राज्य सरकार मुसलमानों की मदद की इच्छा रखती, तो ऐसा नहीं होता.
ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में कोरोमंडल एक्सप्रेस के घायल ड्राइवर गुणानिधि मोहंती के परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें, उससे मिलने नहीं दिया जा रहा है. उनके पास मोहंती के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. गंभीर रूप से घायल चालक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक और उनके पति सत्यव्रत कादियान ने भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ पहलवानों द्वारा किए प्रदर्शन को लेकर एक वीडियो संदेश जारी किया है. जिसमें शिकायत करने में देरी को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है.
उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िला अस्पताल में चार दिन में हुईं 57 मौतों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है. सरकार ने इन मौतों को लू से जोड़ने के लिए अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिवाकर सिंह को हटा दिया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि अब तक ज़िले में लू से सिर्फ़ दो लोगों की मौत हुई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने ‘अहिंसक और गांधीवादी तरीकों के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन के लिए अपने उत्कृष्ट योगदान’ के लिए गीता प्रेस का चयन किया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने फैसले की आलोचना करने के लिए कहा कि यह फैसला ‘सावरकर और गोडसे को पुरस्कृत करने’ जैसा है.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर ज़िले का मामला. पुलिस ने शुरू में आरोपियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित साहिल ख़ान को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया था. बाद में उनके साथ मारपीट के तीन आरोपियों पर केस दर्ज किया गया, इनमें से दो को गिरफ़्तार कर लिया गया है.
उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने बताया कि बीते 17 जून को इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई है. महिला बॉक्सर ने आरोप लगाया है कि अभ्यास सत्र के दौरान उनके कोच ने उनका यौन उत्पीड़न किया और विरोध करने पर करिअर ख़त्म करने की धमकी दी. कोच को जांच पूरी होने तक खेल सेंटर से हटा दिया गया है.
दो युवकों द्वारा एक हिंदू लड़की के कथित अपहरण के प्रयास के बाद से उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के पुरोला क़स्बे में तनाव व्याप्त है. दक्षिणपंथी हिंदू समूह घटना को ‘लव जिहाद’ बता रहे हैं, वहीं, इससे इनकार करते हुए लड़की के मामा ने बताया है कि पूरा मामला कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों, नेताओं और एक पत्रकार की साज़िश का नतीजा है.
देश भर के 550 से अधिक सिविल सोसायटी समूहों और व्यक्तियों ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि भाजपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए समुदायों के बीच सदियों पुराने जातीय तनाव को बढ़ा रही है. बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर में पिछले डेढ़ महीने से जारी जातीय हिंसा पर अपनी चुप्पी तोड़ने का आग्रह किया गया है.
तेलंगाना पुलिस ने अगस्त 2022 में प्रो. हरगोपाल, सुधा भारद्वाज, अरुण फरेरा समेत 152 लोगों पर ‘हथियार के बल पर लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार गिराने’ की साज़िश का आरोप लगाते हुए यूएपीए और अन्य संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया था. नामज़द लोगों का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी.
मध्य प्रदेश के जबलपुर ज़िले का मामला. आदिवासी परिवार ने आरोप लगाया है कि नवजात बच्चे की मौत के बाद सरकारी अस्पताल ने शव ले जाने के लिए वाहन देने से इनकार कर दिया, जिससे उन्हें शव को बैग में रखकर बस से अपने घर लौटने को मजबूर होना पड़ा. परिवार डिंडोरी ज़िले के एक गांव का रहने वाला है.
गुजरात के जूनागढ़ शहर का मामला. अतिक्रमण-रोधी अभियान के तहत नगर निगम ने एक दरगाह को नोटिस जारी कर पांच दिनों के भीतर ज़मीन के स्वामित्व से संबंधित क़ानूनी दस्तावेज़ पेश करने को कहा था. लोगों ने निगम पर शहर में ‘सांप्रदायिक तनाव पैदा करने’ की कोशिश का आरोप लगाया है.
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों ने हाल ही में वित्त सचिव को दिए गए एक ज्ञापन में नई पेंशन योजना को वापस लेने की मांग की. इन संगठनों ने इस योजना की समीक्षा के लिए केंद्र द्वारा नियुक्त समिति के सुझाओं को अस्वीकार कर दिया है.
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता (संशोधन) अधिनियम, 2022 को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पुलिस ने निर्णय लिया है कि वह 2018 में क़ानून के लागू होने से अब तक हुए अंतरधार्मिक विवाहों की जांच करके पता लगाएगी कि कहीं कोई उल्लंघन तो नहीं हुआ.
तेलंगाना पुलिस ने अगस्त 2022 में कई सामाजिक कार्यकर्ताओं पर 'हथियारों के बल पर लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार गिराने' की साज़िश का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया था, जिसमें यूएपीए सहित विभिन्न धाराओं में 152 लोगों को आरोपी बनाया गया. नामजद लोगों का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी.