वो मीडिया को उस कुत्ते में बदल रहे हैं जिसके मुंह में विज्ञापन की हड्डी है, ताकि वह उन पर न भौंके

शुक्रवार, 9 जून को दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने मीडिया के वर्तमान परिदृश्य पर अपने विचार रखे. पढ़ें उनका पूरा भाषण...

पहले मामूली चूक पर भी संपादक शर्मिंदा होता था, अब पूरी ख़बर फर्ज़ी हो तब भी दांत दिखाकर हंसेगा

वेबसाइट की सफलता के लिए जितना झूठ परोसेंगे, उतना हिट मिलेगा. जितना हिट मिलेगा, उतना विज्ञापन मिलेगा. झूठ का कारोबार आज सच के लिए चुनौती बन गया है.

फिर फर्ज़ी ख़बर फैलाते पाए गए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा

सोशल मीडिया पर भारतीय सैनिकों की फर्ज़ी तस्वीर और जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार का फर्ज़ी वीडियो साझा करने के बाद संबित पात्रा एक बार फिर झूठी ख़बर फैलाते हुए पाए गए हैं.

मीडिया बोल, एपिसोड 01: एनडीटीवी और प्रेस की स्वतंत्रता

मीडिया बोल की पहली कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश, द वायर के संस्थापक संपादक एमके वेणु और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी के मीडिया सलाहकार रहे अशोक टंडन के साथ प्रेस की स्वतंत्रता पर चर्चा कर रहे हैं.

मीडिया पर ‘द वायर हिंदी’ का नया कार्यक्रम ‘मीडिया बोल’

‘जन गण मन की बात’ कार्यक्रम के बाद द वायर आपके लिए लेकर आ रहा है एक नया वीडियो कार्यक्रम ‘मीडिया बोल’. हर सोमवार शाम सात बजे प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश मीडिया और उससे जुड़े मसलों पर चर्चा करेंगे.

‘हम पत्रकारों को दरबारी नहीं बनना, सरकारी नहीं बनना’

पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘रेडइंक अवॉर्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट’ से सम्मानित होने के बाद वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ ने यह भाषण सात जून को मुंबई में हुए सम्मान समारोह में दिया.

जो हम पर ईमान ना लाए चुनवा दो दीवारों में…

'गाय, ट्रिपल तलाक, सेना, कश्मीर और पाकिस्तान को ज़ेरे-बहस लाकर सरकार अपनी नाकामी को छिपाने की कोशिश कर रही है. सरकार के सभी वादे झूठे साबित हुए हैं. आपको अच्छे दिन के बजाय बुरे दिन दे दिए गए हैं.'

एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय के घर सीबीआई का छापा

प्रणय रॉय, राधिका रॉय और आरआरपीआर होल्डिंग्स पर बैंक फ्रॉड का आरोप है. हालांकि, चैनल का कहना है कि एनडीटीवी और उसके प्रमोटर को झूठे आरोप में परेशान किया जा रहा है.

हमारे न्यूज़ चैनल तू-तू, मैं-मैं पर क्यों उतर आए हैं?

न्यूज़ चैनल हर विषय पर दलीय प्रवक्ताओं की भीड़ क्यों इकट्ठा करना चाहते हैं? क्या वे राजनीतिक दलों, ख़ासकर सत्ताधारी दल को हर मुद्दे पर अपना फोरम मुहैया कर खुश रखने की कोशिश करते हैं?

बजरंग दल पर ख़बर करने गए पत्रकारों को राजस्थान पुलिस ने हिरासत में लिया

पत्रकारों के मुताबिक, उन्हें ख़बर मिली थी कि राजस्थान में बजरंग दल बच्चों व युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा है. इसी को रिपोर्ट करने के लिए वे दिल्ली से राजस्थान गए थे.

सच कुछ भी हो, मीडियावाले वही अर्थ निकालेंगे जो उन्हें पसंद हो

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हिंदुओं पर रोज़ा थोपने की बात झूठी है, लेकिन यह झूठ ही चैनल के करोड़ों दर्शकों के लिए असली सच है. एएमयू के हिंदू छात्र लाख खंडन करते फिरें, संदेश यही जाएगा कि वे किसी दबाव में ऐसा कर रहे हैं.

झूठी ख़बरों पर भरोसा करने के पीछे का विज्ञान

हम अक्सर किसी टिप्पणी या दलील को महज़ इसलिए स्वीकार कर लेते हैं, क्योंकि वे हमारी परंपरागत मान्यताओं के अनुरूप होती हैं. ऐसा करते वक़्त हम न तो इनके पीछे के तर्कों की परवाह करते हैं, न दावों की प्रामाणिकता जांचने की ज़हमत उठाते हैं.

अर्णब को फटकारते हुए कोर्ट ने कहा- भाषणबाजी कम कीजिए, तथ्य दिखाइए

शशि थरूर मानहानि मामले की सुनवाई करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय ने अर्णब गोस्वामी और उनके समाचार चैनल रिपब्लिक टीवी से जवाब मांगा.