सीपीआई नेता को पुलिस ने 15 दिन तक कोर्ट में पेश नहीं किया, पत्नी ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका लगाई तो पुलिस याचिका वापस लेने का दबाव बना रही है.
जन गण मन की बात की 53वीं कड़ी में विनोद दुआ मोदी सरकार के तीन साल और आईटी क्षेत्र में हो रही छंटनी पर चर्चा कर रहे हैं.
मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर छिड़ा ट्विटर वॉर, ट्रेंड कर रहा है 'अच्छे दिन नौकरी बिन' और तीन साल गोलमाल.
लड़की की मां ने अदालत से मांगी थी अनुमति. बलात्कार के आरोप में पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है.
निदा किरमानी मूल रूप से हिंदुस्तान और पाकिस्तान दोनों देशों से हैं. वे सोचती थीं कि क्यों कभी उन्हें इनमें से किसी एक को चुनना होगा? पर बीते दिनों उन्हें एक देश चुनने पर मजबूर होना पड़ा.
देश का पहला मानसिक अस्पताल आज अपने 100वें साल में प्रवेश कर गया है. रांची के कांके स्थित केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान की स्थापना 17 मई 1918 को हुई थी.
जन गण मन की बात की 52वीं कड़ी में विनोद दुआ चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘वन बेल्ट वन रोड’ और कांग्रेस युक्त भाजपा पर चर्चा कर रहे हैं.
लालू और चिदंबरम दोनों का आरोप, विपक्ष की आवाज़ दबाने के लिए केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
बीएचयू के प्रोफेसर ने अपने शोध के हवाले से दावा किया है कि ठंडे तेलों का नियमित इस्तेमाल करने से आंखों की रौशनी कमज़ोर पड़ने और तंत्रिका संबंधी बीमारियां होने का ख़तरा हो सकता है.
नजीब अहमद की मां की याचिका पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने आदेश दिया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बोर्ड को पक्ष रखते हुए तीन तलाक़ को हिंदू धर्म की उस मान्यता के समान बताया जिसमें माना जाता है कि भगवान राम अयोध्या में जन्मे थे.
अक्षय कुमार और विवेक ओबरॉय छत्तीसगढ़ में सैनिकों के परिवारों की मदद के लिए आगे आए हैं, उम्मीद है कि वे आदिवासी महिलाओं से होने वाली ज़्यादती से भी वाकिफ़ होंगे.
राजस्थान एकमात्र राज्य है जहां गो कल्याण मंत्रालय है, लेकिन जयपुर के हिंगोनिया गाय पुनर्वास केंद्र में काम कर रहे गो-सेवक न सिर्फ असुरक्षित हैं, बल्कि बेहद कम मेहनताने पर काम करने को मजबूर हैं.
अंतर्राष्ट्रीय न्याय अदालत में भारत ने कुलभूषण जाधव के उचित क़ानूनी प्रतिनिधित्व की मांग करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ा दी है.
साल 2006 में 11 जुलाई को हुए मुंबई ट्रेन धमाका मामले में अब्दुल वाहिद शेख़ को आरोपी बनाया गया था. मकोका अदालत ने 2015 में उन्हें बरी किया. उनसे अजय आशीर्वाद की बातचीत.