यूपी में क़ानून व्यवस्था धराशायी, न पत्रकार सुरक्षित न महिलाएं

वीडियो: गाज़ियाबाद में बदमाशों के हमले में गंभीर रूप से घायल पत्रकार विक्रम जोशी की बुधवार को मौत हो गई. वहीं, जमीन विवाद की सुनवाई न होने से परेशान होकर कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यालय के सामने बेटी के साथ आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला ने भी दम तोड़ दिया.

पश्चिम बंगाल: पड़ोसियों ने कोरोना संदिग्ध और उसके परिवार को पीटा

मामला कोलकाता के पटुली क्षेत्र का है. कोरोना संदिग्ध आईटी पेशेवर ने आरोप लगाया है कि उनके पड़ोसियों ने उनके घर पर रहने का विरोध करते हुए उनके, उनकी गर्भवती पत्नी और तीन साल के बच्चे के साथ मारपीट की है.

यूपी: कथित आर्थिक संकट से परेशान युवक ने की आत्महत्या

मामला बांदा ज़िले के अतर्रा का है. पुलिस ने बताया कि मृतक की साइकिल पंक्चर बनाने की दुकान थी. बताया जा रहा है कि घर में पैसे को लेकर हुई कहासुनी के बाद क्षुब्ध युवक ने यह क़दम उठाया.

बिहार: दस ज़िलों की छह लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित

बिहार में बाढ़ के खतरे के मद्देनज़र एनडीआरएफ की 21 टीमों को राज्य के विभिन्न संवेदनशील ज़िलों में तैनात किया गया है. इसी बीच मुज़फ़्फ़रपुर में बाढ़ के पानी में डूबने से दो बच्चियों की जान चली गई.

विशेष रूप से सक्षम लोगों को हमेशा कल्याणकारी योजनाओं से बाहर रखा गया: दिल्ली हाईकोर्ट

एक एनजीओ द्वारा दायर याचिका में कोविड-19 महामारी के दौरान प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ विशेष रूप से सक्षम लोगों को भी पहुंचाए जाने की मांग की गई है.

साल 2020 में देश को किस नज़र से देख रही है युवा आबादी

आज सवाल ये नहीं है कि बच्चे इस बार इम्तिहानों में पास होंगे या नहीं, सवाल ये है कि यह देश और हम हिंदुस्तानी उनकी निगाहों में कितना फेल होते जा रहे है.

सीरो प्रीवलेंस अध्ययन: दिल्ली में क़रीब 23 प्रतिशत लोग कोविड-19 से प्रभावित

सीरो-सर्वेक्षण अध्ययनों में लोगों के ब्लड सीरम की जांच करके किसी आबादी या समुदाय में ऐसे लोगों की पहचान की जाती है, जिनमें किसी संक्रामक रोग के ख़िलाफ़ एंटीबॉडी विकसित हो जाती हैं. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र ने दिल्ली सरकार के सहयोग से 27 जून से 10 जुलाई तक के बीच सीरो-प्रीवलेंस अध्ययन किया.

आंध्र प्रदेश: पुलिस पर दलित युवक का सिर मुंडवाने और पीटने का आरोप, उपनिरीक्षक गिरफ़्तार

आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी ज़िले के सीतानगरम पुलिस थाने का मामला. आरोप है कि सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने रेत से लदी लॉरी को कथित तौर पर रोकने की वजह से शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने ऐसा किया.

केंद्र सरकार ने एन-95 मास्क को लेकर दी चेतावनी, कहा- इससे कोरोना का प्रसार नहीं रुकता

केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखकर वॉल्व लगे एन-95 मास्क पहनने को लेकर चेताते हुए कहा कि ये मास्क वायरस की रोकथाम को लेकर उठाए गए कदमों के उलट हैं.

कर्नाटक: तीन अस्पतालों ने गर्भवती को कथित तौर भर्ती करने से इनकार किया, बच्चे की मौत

मामला बेंगलुरु का है, जहां अस्पतालों द्वारा भर्ती करने से कथित तौर पर इनकार किए जाने के बाद महिला ने ऑटो रिक्शा में बच्चे को जन्म दिया. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इन अस्पतालों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की है.

दिल्ली दंगा: पांच महीने बाद भी मुआवज़े की 700 याचिकाएं लंबित

सरकार ने इस हिंसा में हुई मौत के मामलों में 10 लाख रुपये, स्थाई तौर पर शारीरिक क्षति के लिए पांच लाख रुपये, गंभीर चोटों के लिए दो लाख रुपये, हल्की चोटों के लिए 20,000 रुपये मुआवज़ा देने का वादा किया था.

झारखंडः रांची में नाबालिग से सामूहिक बलात्कार, दोनों आरोपी गिरफ़्तार

घटना रांची के नामकुम इलाके में तीन जुलाई को हुई. दोनों आरोपी जबरन पीड़िता के घर घुस आए, उसका बलात्कार किया और घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड भी किया.

कर्नाटक: कोविड-19 अस्पताल में घूमता दिखा सुअरों का झुंड, कार्रवाई के निर्देश

मामला कलबुर्गी ज़िले के गुलबर्गा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ का है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि अस्पताल का दरवाज़ा खुला रह गया था, मरीज़ों द्वारा कूड़े में फेंकी गई खाने-पीने की चीज़ें खोजते हुए सुअर अस्पताल में घुस आए थे. हालांकि वे कोविड वार्ड में नहीं घुसे थे.

बटुकेश्वर दत्त: जिन्हें इस मृत्युपूजक देश ने भुला दिया क्योंकि वे आज़ादी के बाद भी ज़िंदा रहे

बटुकेश्वर दत्त जैसे क्रांतिकारी को आज़ादी के बाद ज़िंदगी की गाड़ी खींचने के लिए कभी एक सिगरेट कंपनी का एजेंट बनकर भटकना पड़ता है तो कभी डबलरोटी बनाने का काम करना पड़ता है.

विवाहित बेटी अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति की हक़दारः पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट

अदालत ने कहा कि संविधान में सभी को बराबरी का अधिकार है. यदि विवाहित लड़का अनुकंपा के आधार पर नौकरी का हक़दार है, तो विवाहित बेटी को इस अधिकार से वंचित नहीं रखा जा सकता.

1 218 219 220 221 222 365