एंटी-रोमियो स्क्वॉड वाले लखनऊ में बलात्कार पीड़ित महिला पर पांचवीं बार तेज़ाब हमला

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहने वाली इस पीड़ित महिला के साथ इससे पहले तीन बार बलात्कार हुआ है और चार बार चेहरे पर तेज़ाब फेंका जा चुका है.

हिंदुस्तानी सिनेमा में महिला स्वर

सिनेमा निर्माण के इतने दशकों के बाद भी हिंदुस्तानी सिनेमा में महिला निर्देशकों की संख्या को उंगलियों पर गिना जा सकता है. सिनेमाई दुनिया में भी घोर लैंगिक असमानता है.

अजी समझ लो उनका अपना नेता था जयचंद, हिटलर के तंबू में अब वे लगा रहे पैबंद

नागार्जुन की कविता राजनीति के चरित्र का पर्दाफ़ाश करती है. जो लोग लोकतंत्र को बचाने और उसे मज़बूत बनाने की लड़ाई लड़ना चाहते हैं, उनके लिए नागार्जुन कभी अप्रासंगिक नहीं होंगे.

वीडियो: ‘राग देश’ आज़ाद हिंद फ़ौज की असली कहानी बताने की कोशिश है- तिग्मांशु धूलिया

मशहूर निर्देशक तिग्मांशु धूलिया की फिल्म 'राग देश' का ट्रेलर 29 जून को संसद में रिलीज़ किया गया. द वायर के अखिल कुमार से उनकी बातचीत.

‘किसानों की क़र्ज़ माफ़ी से अर्थव्यवस्था बिगड़ती है, चंद घरानों का अरबों माफ़ करने से संवरती है’

सरकार को इसपर गंभीरता से विचार करना चाहिए कि अगर हम अपना कृषि क्षेत्र नहीं बचा पाए तो अर्थव्यवस्था भी नहीं बचा पाएंगे.

सब इंसान एक हैं, हम चाहते हैं पूरे हिंदुस्तान में अमन हो: जुनैद के पिता

बल्लभगढ़, हरियाणा के हाफिज जुनैद को हाल ही में भीड़ ने पीट पीटकर मार दिया था. परिवार का आरोप है कि यह हत्या विशुद्ध सांप्रदायिक कारण से है.

हमारे समाज को आजकल इतना गुस्सा क्यों आ रहा है?

तकनीक के अधकचरे इस्तेमाल ने दरअसल एक अधकचरी पढ़ी-लिखी हिंसा को भी जन्म दिया है. इस हिंसा का शिकार हर वैसा वर्ग और व्यक्ति हो रहा है, जो एक मदमाती सत्ता से सवाल पूछता है.

क्यों कानून बनने के 24 साल बाद भी मैला ढोने की प्रथा समाप्त नहीं हुई?

मैला ढोने के कार्य से जुड़े श्रमिकों के पुनर्वास के लिए स्व-रोजगार योजना के पहले के वर्षों में 100 करोड़ रुपए के आसपास आवंटित किया गया था, जबकि 2014-15 और 2015-16 में इस योजना पर कोई भी व्यय नहीं हुआ.

हिंदू युवा वाहिनी कार्यकर्ताओं पर गैंगरेप का मामला दर्ज, दारोगा की वर्दी फाड़ी

उत्तर प्रदेश के बरेली की घटना, तेज़ संगीत बजाने को लेकर शुरू हुआ था विवाद, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.

ईद: देश के कई हिस्से में काली पट्टी बांधकर मनाया त्योहार, कश्मीर में हिंसक झड़प

हरियाणा के खंदावली गांव के किशोर जुनैद की ईद के दो दिन पहले चलती ट्रेन में पीटकर हत्या कर दी गई थी, जिसके विरोध में गांव वालों ने ईद नहीं मनाई.

भारतीय मीडिया में दलित पत्रकार क्यों नहीं हैं?

अंग्रेजी पत्रकारिता में आपको खुलेआम खुद को समलैंगिक बताने वाले लोग ज्यादा मिल जाएंगे, बनिस्बत ऐसे लोगों के जो खुल कर अपना दलित होना कुबूल करते हों.

क्या यह दावा कमज़ोर हुआ है कि हिंदू बहुसंख्यक हैं इसलिए देश धर्मनिरपेक्ष है?

2017 की ढलती जून की इस सुबह ईद मुबारक कहना झूठी तसल्ली जान पड़ती है, एक झूठा आश्वासन, सच्चाई से आंख चुराना! सच यह है कि यह ईद मुबारक नहीं है.

डीडी कोसंबी: एक अनोखी प्रतिभा की ज़िद्दी धुन

डीडी कोसंबी हमारे सामने एक अनोखे रोल मॉडल के तौर पर सामने आते हैं, जिनकी गणितीय प्रतिभा उनके इतिहास ज्ञान और अटल राजनीतिक विचारों पर छा गई थी. प्रतिभाओं का ऐसा मिलान किसी सपने की तरह है.

ग्राउंड रिपोर्ट: एक नागरिक की हत्या और बिना शौचालय, बिना पानी चल रहे स्वच्छता अभियान की कहानी

खुले में शौच कर रहीं महिलाओं की फोटो लेने का विरोध करने पर पीट पीटकर मार दिए गए ज़फ़र हुसैन के गांव का हाल.

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