जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि हमारे पास उन लोगों का ब्योरा है और हम उनका पता लगाएंगे. हम आईपीसी और अन्य संबंधित धाराओं के तहत आपराधिक कार्रवाई शुरू करेंगे. अधिकारी ने बताया कि बुधवार को छह विमानों से उतरे 690 यात्रियों में से 189 की जांच की गई, जिनमें से छह संक्रमित पाए गए थे.
भारत में पहली बार कोरोना वायरस से एक दिन में जान गंवाने वालों का आंकड़ा दो हज़ार के पार कर गया, जिसके बाद मृतक संख्या बढ़कर 1.82 लाख से अधिक हो गई है. संक्रमण के सर्वाधिक 295,041 मामले दर्ज होने के बाद कुल मामले बढ़कर 15,616,130 हो गए. विश्व में संक्रमण के कुल 14.29 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 30.43 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमाखारी और वितरण के आरोप में गुजरात हाईकोर्ट ने विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानाणी की याचिका पर राज्य भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल, विधायक हर्ष सांघवी और अन्य को नोटिस जारी किया है. भाजपा ने सूरत कार्यालय से ये इंजेक्शन मुफ़्त बांटने का अभियान दस अप्रैल से शुरू किया था.
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि महामारी के मुश्किल दौर में ऐसी ख़बरें भी दिखाई जानी चाहिए, जिनसे समाज में सकारात्मक माहौल बन सके. हर 100 साल में एक बार महामारी आती है. ऐसे समय में आप यह भी दिखाएं कि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ किस तरह लगातार काम कर रहे हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने नियुक्ति प्रक्रिया को पूरा करने के लिए समयसीमा पर ज़ोर देते हुए ऐसे उच्च न्यायालयों को लेकर चिंता व्यक्त की, जहां न्यायाधीशों के 40-50 प्रतिशत पद रिक्त हैं. कोर्ट ने कहा कि अगर कॉलेजियम अपनी सिफ़ारिशों को सर्वसम्मति से दोहराता है तो केंद्र को तीन-चार सप्ताह के भीतर न्यायाधीशों की नियुक्ति कर देनी चाहिए.
गुजरात हाईकोर्ट की पीठ ने राज्य सरकार से कहा कि शिकायतें आ रही हैं कि मरीज़ों को भर्ती नहीं किया जा रहा है, क्योंकि अस्पतालों में जगह नहीं हैं. बेड उपलब्ध नहीं हैं. आपने जो आंकड़ा दिया है, अगर ये सही है तब लोग इधर-उधर क्यों चक्कर काट रहे हैं.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि अगर संभव हो तो गुजरात सरकार को 14 दिनों का पूर्ण लॉकडाउन लगाना चाहिए. अगर राज्य सरकार इसके पक्ष में नहीं है तो उसे लोगों को उनके घरों तक सीमित करने के लिए पाबंदी लगाने के बारे में सोचना चाहिए. गुजरात हाईकोर्ट ने डॉक्टरों से कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सुझाव मांगें थे.
महाराष्ट्र में पुणे शहर के पिम्परी चिंचवाड इलाके का मामला. पुलिस ने बताया कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और हमलावर भीड़ में से छह लोगों की पहचान कर ली गई है. अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है.
प्रवासी मज़दूरों से भरी यह बस ग्वालियर-झांसी राजमार्ग के जौरासी घाटी मोड़ पर पलट गई. दिल्ली में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के मद्देनज़र एक हफ़्ते के लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद बस मज़दूरों को लेकर मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ होते हुए छतरपुर जा रही थी.
देश में 15 अप्रैल से लगातार छठे दिन कोरोना वायरस संक्रमण के दो लाख से अधिक दैनिक मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 15,321,089 हो गई है और मृतक संख्या एक लाख 80 हज़ार के पार जा चुकी है. विश्व में संक्रमण के 14.20 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और 30.30 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई है.
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में तेज़ वृद्धि के मद्देनज़र ब्रिटेन ने भी भारत को उन देशों की ‘लाल सूची’ में डाल दिया, जिसके तहत ब्रिटिश और आइरिश नागरिकों के अलावा वहां आने वाले अन्य लोगों पर पाबंदी लगा दी गई है. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी भारत की अपनी प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी है. हांगकांग, पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड भी भारत यात्रा पर प्रतिबंध लगा चुके हैं.
केंद्र ने राज्यों, निजी अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे टीका निर्माताओं से खुराक खरीदने की अनुमति भी दी है. सरकार ने कहा कि टीका उत्पादकों को राज्य सरकारों को और खुले बाज़ार में उपलब्ध होने वाली 50 प्रतिशत आपूर्ति की कीमत एक मई, 2021 से पहले घोषित करनी होगी.
देश में कोरोना वायरस के कुल मामले 19 दिसंबर 2020 को एक करोड़ के पार पहुंच गए थे. इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन का वक़्त लगा. देश में मरने वालों की कुल संख्या 178,769 हो चुकी है. विश्व में संक्रमण के कुल मामले 14.14 करोड़ से ज़्यादा है और 30.20 लाख से अधिक लोगों की मौत हुई
गुजरात के उप मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कहा कि गुजरात में कोरोना वायरस के रोज़ाना 9,000 से ज़्यादा मामले सामने आ रहे हैं. समय-समय पर नई सुविधाएं और बिस्तर बढ़ा रहे हैं, लेकिन ये मांग की तुलना में कम पड़ रहे हैं.
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल के इस बयान की चौतरफा आलोचना हो रही है. विपक्ष ने इसे संवेदनहीन क़रार देते हुए कहा है कि जब देश में ऑक्सीजन की अत्यधिक ज़रूरत है, ऐसे में वे इसे कम करने के लिए कह रहे हैं.