दो दशक से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहीं 38 वर्षीय मिताली राज ने दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ़ लखनऊ में तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान यह उपलब्धि हासिल की. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 10 हज़ार रन पूरा करने वाली वह दूसरी महिला खिलाड़ी हैं. इससे पहले इंग्लैंड की चार्लोट एडवर्ड्स ने यह उपलब्धि हासिल की थी.
जनवरी 2017 में जबसे महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी छोड़ी, तबसे करिअर के अंतिम ढाई सालों में उन्हें तारीफ़ से ज़्यादा आलोचना मिली. टीम के हर कमज़ोर प्रदर्शन के बाद उनके संन्यास के कयास लगने शुरू हो जाते, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि इन सालों में भी उनकी चमक फ़ीकी नहीं पड़ी थी.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैच खेलकर करीब 17,000 रन बनाए और विकेट के पीछे 829 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है. 2007 में टी20 विश्व कप, 2011 वनडे विश्व कप और 2013 में उन्होंने चैंपियंस ट्राफी जीता है. वह एकमात्र क्रिकेट कप्तान हैं, जिसने आईसीसी के इन तीन ख़िताबों पर क़ब्ज़ा किया है. सुरेश रैना ने भी संन्यास की घोषणा की.
चुन्नी गोस्वामी 1962 के एशियाई खेल की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय टीम के कप्तान रहे थे. एक क्रिकेटर के तौर पर उन्होंने 1962 और 1973 के बीच 46 प्रथम श्रेणी मैचों में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया था.
1962 के एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता रहे पीके बनर्जी भारतीय फुटबॉल के स्वर्णिम दौर के साक्षी रहे थे. उन्होंने भारत के लिए 84 मैच खेलकर 65 गोल किए. पीके बनर्जी अर्जुन पुरस्कार पाने वाले शुरुआती लोगों में से एक थे. साल 1990 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
आईसीसी की एकदिवसीय और ट्वेंटी-20 क्रिकेट की विभिन्न श्रेणियों को जोड़कर देखें तो 11 भारतीय महिला क्रिकेटर टॉप 10 रैंकिंग वाली हैं जबकि पुरुष क्रिकेटरों की संख्या महज 6 है. वर्तमान पुरुष क्रिकेटरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन के बावजूद देश में महिला क्रिकेट को न दर्शकों से समुचित तवज्जो मिलती है न ही मीडिया से.
बीसीसीआई ने धोनी के अलावा दिनेश कार्तिक, ख़लील अहमद और अंबाती रायडु से भी क़रार ख़त्म कर लिया है. वहीं कप्तान विराट कोहली, उप-कप्तान रोहित शर्मा और तेज गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ‘ए प्लस’ ग्रेड में बने हुए हैं, जिन्हें अनुबंध के तहत प्रति वर्ष सात करोड़ रुपये मिलते हैं.
दीपा मलिक 49 साल की उम्र में इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाली सबसे उम्रदराज़ एथलीट भी बन गई हैं. दीपा को यह पुरस्कार चौथी बार में मिला क्योंकि पिछले तीन साल उनके नाम की अनदेखी की गई थी.
24 अगस्त को भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मानसी जोशी ने स्विटजरलैंड के बासेल शहर में विश्व पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप के महिला एकल के फाइनल मुकाबले में हमवतन पारुल परमार को हराया था. अलग-अलग प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ियों ने जीते 12 पदक.
विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में सिंधु का यह पांचवां पदक है. सिंधु ने दो कांस्य पदक के साथ टूर्नामेंट के पिछले दो सत्र में दो रजत पदक भी हासिल किया है.
खेल मंत्रालय द्वारा धावक दुती चंद और क्रिकेटर हरभजन सिंह के नाम इसलिए ख़ारिज कर दिए गए क्योंकि संबंधित राज्य सरकारों ने पुरस्कार के लिए दोनों का नामांकन निर्धारित समयसीमा के अंदर नहीं भेजा था.
भारतीय महिला धावक हिमा दास ने 400 मीटर दौड़ में ये स्वर्ण पदक जीता है. उन्होंने पिछले 19 दिनों में अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक मीट में शामिल होकर अब तक पांच गोल्ड मेडल अपने नाम किए हैं.
2019 में क्रिकेट के इतिहास में पहली बार बाउंड्री की गणना के आधार पर विश्वकप विजेता की घोषणा की गई, जिसके बाद से आईसीसी के नियमों की आलोचना हो रही है.
बीते 17 जुलाई को चेक रिपब्लिक में टबोर एथलेटिक्स मीट में 200 मीटर की दौड़ 23.25 सेकेंड में पूरा कर हिमा दास शीर्ष स्थान पर रहीं.
विश्व कप क्रिकेट के सेमीफाइनल मैच में 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 49.3 ओवर में 221 रनों पर ही सिमट गई.