कुछ क़ानून विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय को सेवा विस्तार देने का बाद उनका तबादला करने का आदेश बिल्कुल ग़लत है. उन्हें जारी कारण बताओ नोटिस दर्शाता है कि भारतीय नौकरशाही किस हाल में है. बताया जा रहा है कि केंद्र के आदेश का पालन न करने से आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51बी का उल्लंघन होता है. दोष सिद्ध होने पर उन्हें एक साल तक क़ैद हो सकती है.
चक्रवाती तूफान यास को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शामिल नहीं होने के बाद केंद्र ने मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय का दिल्ली तबादला कर दिया था. केंद्र की मोदी सरकार की ओर से उन्हें 31 मई को दिल्ली में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया था. बंद्योपाध्याय के वहां नहीं पहुंचने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में कहा कि यह एकतरफ़ा आदेश क़ानून की कसौटी पर खरा नहीं उतरने वाला, यह पूरी तरह से असंवैधानिक है. यास तूफान को लेकर मोदी की बैठक में बनर्जी के शामिल नहीं होने के बाद केंद्र ने मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय का दिल्ली तबादला कर दिया था.
चक्रवाती तूफान ‘यास’ पर प्रधानमंत्री की समीक्षा बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शामिल न होने और इसके कुछ देर बाद प्रदेश के मुख्य सचिव के तबादले के बाद केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार के बीच एक बार फ़िर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है.
पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी वर्षा और बाढ़ से 3,000 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 40,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. उत्तर कर्नाटक सबसे बुरी तरह प्रभावित रहा, जहां पिछले तीन महीने में तीसरी बार बाढ़ आई है. तेलंगाना ने बारिश और बाढ़ के कारण छह हज़ार करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया है.
गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण नदियां उफ़ान पर हैं. शनिवार और रविवार को मिलाकर राज्य में 21 लोगों की मौत की सूचना है. बिहार के 16 ज़िलों में 83.62 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. उत्तर प्रदेश के एक हज़ार से ज़्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं और राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है.
जल संसाधन विभाग के मुताबिक, बिहार की प्रमुख नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. दरभंगा ज़िले में सबसे अधिक 15 प्रखंडों के 227 पंचायतों की 20.61 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है.
वीडियो: इन दिनों पूरा बिहार बाढ़ की चपेट में है. इस रिपोर्ट में बिहार से गुज़रने वाले नेशनल हाईवे 57 पर प्लास्टिक शीट डालकर रह रहे बाढ़ प्रभावित लोगों से उनकी परेशानियों को जानने की कोशिश की गई है.
बिहार के दरभंगा ज़िले में सबसे अधिक 15 प्रखंडों की 220 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं. मौसम विभाग ने कई इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है. चार ज़िलों- सारण, सीवान, गया और नवादा में अलर्ट जारी किया है.
विपक्ष ने सत्तारूढ़ सीपीएम पर निशाना साधते हुए कहा है कि भूस्खलन से पीड़ित परिवार के लिए जारी मुआवज़ा राशि पर्याप्त नहीं. आरोप है कि केरल सरकार ने कोझिकोड विमान हादसे में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार 10 लाख रुपये के मुआवज़े की घोषणा की, जबकि उसी दिन भूस्खलन में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार सिर्फ़ पांच लाख की घोषणा की है.
केरल के इडुक्की ज़िले में हुई भूस्खलन की घटना के बाद से 46 लोग अब भी लापता हैं. सात अगस्त को चाय बागान में काम करने वाले श्रमिकों के 20 मकान इस भूस्खलन की चपेट में आ गए थे. शुक्रवार को ही केरल के कोझिकोड में हुए विमान हादसे में कम से कम 18 लोगों की जान चली गई थी.
केरल के इडुक्की के राजमाला इलाके में कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन हुआ. मौसम विभाग ने पथनमथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की और वायनाड जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है.
प्रदेश में बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, गंगा, अधवारा, खिरोई और घाघरा नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. दरभंगा ज़िले की स्थिति बेहद ख़राब है, जहां 202 पंचायतों की 18 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है.
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक दरभंगा ज़िले में सर्वाधिक 18.6 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. समस्तीपुर-दरभंगा रेलवे लाइन पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद है. वहीं ओडिशा में आकाशीय बिजली गिरने छह लोगों की मौत हुई है.
असम में बाढ़ से 21 ज़िलों के 17 लाख लोग और 1,536 गांव प्रभावित हैं, साथ ही प्रदेश में 92 हज़ार हेक्टेयर से अधिक ज़मीन पर लगी फसलें बर्बाद हो गई हैं. वहीं बिहार में 12 ज़िलों के क़रीब 40 लाख लोग बाढ़ का ख़तरा झेल रहे हैं. राज्य में बागमती, महानंदा व कोसी जैसी कई नदियां ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.