यूपी: पुलिस हिरासत में व्यक्ति की मौत, थाने में पिटाई का आरोप

उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद शहर के दारागंज थाना का मामला. रास्ते को लेकर पड़ोसी से विवाद के बाद पुलिस लवकेश शर्मा नामक व्यक्ति को दो नवंबर को थाने ले गई थी. मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन पर ‘थर्ड डिग्री’ का इस्तेमाल करते हुए उनकी पिटाई की, जो उनके शरीर पर पड़े निशान से स्पष्ट है.

यूपी: मरीज़ को प्लेटलेट्स की जगह जूस चढ़ाने के आरोपी अस्पताल को ध्वस्त किए जाने का नोटिस

इलाहाबाद के झलवा स्थित एक निजी अस्पताल में बीते दिनों कथित तौर पर एक डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसमी का जूस चढ़ा दिया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. इलाहाबाद विकास प्राधिकरण ने अब अस्पताल के निर्माण को अनाधिकृत बताते हुए एक नोटिस जारी किया है.

यूपी: प्लेटलेट्स की जगह जूस चढ़ाए जाने का आरोप; मरीज़ की मौत, अस्पताल सील

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद ज़िले का मामला. उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि अस्पताल को तत्काल सील कर प्लेट्लेट्स पैकेट को जांच के लिए भेजा गया है. अगर अस्पताल प्रबंधन दोषी पाया गया तो उसके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

यूपी: गंगा नदी में चलती नाव पर मांस पकाने और हुक्का पार्टी करने के मामले में एफ़आईआर दर्ज

उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में गंगा नदी में चलती नाव पर कुछ लोगों द्वारा मांस पकाने और हुक्का पीने का एक वीडियो वायरल हुआ था. आठ लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है, उनमें से दो की पहचान कर ली गई है. उन पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और पूजा स्थल को अपवित्र करने का आरोप लगाया गया है.

इलाहाबाद: नौजवानों से ख़ाली अटाले की गलियों को इंसाफ़ का इंतज़ार है…

न्याय का सिद्धांत है कि ‘सौ दोषी भले छूट जाएं, लेकिन एक भी निर्दोष नहीं पकड़ा जाना चाहिए’, लेकिन इलाहाबाद के अटाला में पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ टिप्पणी को लेकर जून महीने में हुई हिंसा के बाद बड़े पैमाने पर की गईं गिरफ़्तारियों में न्याय के इस सिद्धांत को ही उलट दिया गया है.

क्या भारत में अभिव्यक्ति की आज़ादी ख़त्म हो चुकी है

यूपी में बीते दिनों हुई दो गिरफ़्तारियां स्पष्ट करती हैं कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अब मौजूद नहीं है. या फिर जैसा कि ईदी अमीन ने एक बार कहा था कि 'बोलने की आज़ादी तो है, लेकिन हम बोलने के बाद की आज़ादी की गारंटी नहीं दे सकते.'

पैगंबर टिप्पणी विवाद: इलाहाबाद में हुए प्रदर्शनों को लेकर जावेद मोहम्मद पर रासुका लगाया

पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी के विरोध में बीते 10 जून को इलाहाबाद में हुई हिंसा के संबंध में वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के नेता और सीएए विरोधी प्रदर्शनों में शामिल रहे जावेद मोहम्मद को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ़्तार किया था. उनके वकील का कहना है कि पुलिस उनके ख़िलाफ़ जब कोई ठोस सबूत जुटाने में विफल रही तो उसने राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून लगा दिया.

सुप्रीम कोर्ट का कई राज्यों में जारी तोड़फोड़ अभियान के ख़िलाफ़ अंतरिम आदेश देने से इनकार

सुप्रीम कोर्ट मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंद द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार और अन्य राज्यों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि हिंसा के हालिया मामलों के आरोपियों की संपत्तियों में और तोड़फोड़ न की जाए.

यूपी: इलाहाबाद में लगा दिखा ‘बाय बाय मोदी’ लिखा होर्डिंग, पांच गिरफ़्तार

इलाहाबाद पुलिस का कहना है कि तेलंगाना की सत्तारूढ़ पार्टी टीआरएस से जुड़े एक शख़्स द्वारा स्थानीय इवेंट कंपनी को होर्डिंग लगाने का ठेका दिया गया था. मामले में इवेंट कंपनी के निदेशक समेत पोस्टर छापने और इसे होर्डिंग पर लगाने वाले व्यक्ति को भी गिरफ़्तार किया गया है.

पूर्व नौकरशाहों ने यूपी के ‘बुलडोज़र जस्टिस’ को ख़त्म करने के लिए सीजेआई के हस्तक्षेप की मांग की

पूर्व नौकरशाहों के कॉन्स्टिट्यूशनल कंडक्ट ग्रुप ने देश के मुख्य न्यायाधीश को लिखे एक खुले पत्र में कहा कि अब समस्या केवल स्थानीय स्तर पर पुलिस और प्रशासन की 'ज़्यादतियों' की नहीं है बल्कि तथ्य यह है कि क़ानून के शासन, उचित प्रक्रिया और 'दोषी साबित न होने तक निर्दोष माने जाने' के विचार को बदला जा रहा है.

कानपुर व इलाहाबाद में अवैध ढांचों को क़ानूनन गिराया गया, दंगों से इसका संबंध नहीं: यूपी सरकार

पैगंबर के ख़िलाफ़ भाजपा नेताओं की टिप्पणियों को लेकर उत्तर प्रदेश में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद आरोप है कि प्रशासन ने हिंसा में शामिल आरोपियों के घरों को बुलडोज़र का इस्तेमाल करके गिरा दिया था. इस संबंध में प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाख़िल की थी. इधर, अलीगढ़ शहर में फ्लैग मार्च में पुलिस द्वारा बुलडोज़र शामिल किए जाने का मामला सामने आया है.

बुलडोज़र पर सवार भारत तेज़ी से हिंदू फासीवाद की राह पर है

अतीत में मुसलमानों को सज़ा देने के लिए क़त्लेआम किया जाता था, भीड़ उन्हें पीट-पीटकर मार डालती थी, उनको निशाना बनाकर हत्याएं होती थीं, वे हिरासतों, फ़र्ज़ी पुलिस मुठभेड़ों में मारे जाते या झूठे आरोपों में क़ैद किए जाते थे. अब उनकी संपत्तियों को बुलडोज़र से ढहा देना इस फेहरिस्त में जुड़ा एक नया हथियार है.

पैगंबर टिप्पणी: इलाहाबाद में एआईएमआईएम ज़िलाध्यक्ष समेत पांच के ख़िलाफ़ ग़ैर ज़मानती वॉरंट

इलाहाबाद पुलिस शहर के करेली और खुल्दाबाद इलाके में बीते 10 जून को भड़की हिंसा के संबंध में अब तक 97 लोगों को गिरफ़्तार कर चुकी है. गिरफ़्तार किए गए लोगों में जावेद मोहम्मद भी शामिल हैं, जिनका मकान प्रशासन ने अवैध बताकर गिरा दिया था. उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 20 एफ़आईआर दर्ज की गई है और 415 आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है.

उत्तर प्रदेश: इलाहाबाद में 10 जून को हुई हिंसा के संबंध में पुलिस ने 59 आरोपियों के पोस्टर जारी किए

उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, सहारनपुर समेत कई शहरों में बीते 10 जून को भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और पार्टी से निष्कासित नेता नवीन कुमार जिंदल की पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी. यूपी पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनों के सिलसिले में अब तक 357 लोग गिरफ़्तार​ किया है और कुल 13 एफ़आईआर दर्ज की है.

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