23 बरस पहले उत्तराखंड जिस मकसद के लिए बनाया गया, उसे लेकर आज लगता है कि लोगों की आकांक्षाओं को अनदेखा किया गया और बुनियादी मुद्दों से भटकाने के लिए धार्मिक ध्रुवीकरण की ओर धकेल दिया गया.
सितंबर 2022 में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल ज़िले में भाजपा के दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री के बेटे पर उनके रिसॉर्ट में काम करने वाली 19 वर्षीय अंकिता भंडारी की हत्या का आरोप लगा था. तबसे ही पुष्कर सिंह धामी सरकार पर हत्याकांड को दबाने के आरोप लगते रहे हैं.
उत्तराखंड पुलिस ने अंकिता भंडारी हत्या मामले में न्याय के लिए आवाज़ उठाने वाले स्वतंत्र पत्रकार और 'जागो उत्तराखंड' के संपादक आशुतोष नेगी को गिरफ़्तार करते हुए कहा है कि उसे उन जैसे तथाकथित एक्टिविस्ट की मंशा पर संदेह है. उनका एजेंडा न्याय मांगना नहीं समाज में अराजकता और कलह पैदा करना है.
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल ज़िले में हुई घटना. अंकिता भंडारी वनतारा रिज़ॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थीं. वह बीते 19 सितंबर से लापता थीं. पुलिस ने मामले में तीन आरोपियों - भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे रिज़ॉर्ट संचालक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता - को गिरफ़्तार किया है.