वीडियो: राजस्थान के करौली ज़िले में बीते दो अप्रैल को हिंदू नव वर्ष के मौके पर मुस्लिम बहुल इलाके से गुज़र रही मोटरसाइकिल रैली पर पथराव हो गया था. इसके बाद हिंसा फैल गई थी. अराजक तत्वों ने कुछ दुकानों और मोटरसाइकिलों में आग लगा दी.
वीडियो: कर्नाटक में हलाल मीट पर जारी विवाद के बीच राजस्थान के करौली में हिंदू नव वर्ष के दौरान हिंसा और कई अन्य घटनाक्रमों पर दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अपूर्वानंद का नज़रिया.
वीडियो: हिंदू नव वर्ष के बीच हिंदू दक्षिणपंथी समूहों ने राजस्थान के करौली में मुस्लिम बहुल इलाकों से जुलूस निकाला था कथित तौर पर सांप्रदायिक गालियां दी गईं, जिसके बाद इलाके में हिंसा हुई. सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुन मेहर और प्रोफेसर जितेंद्र मीणा से द वायर की सुमेधा पाल की बातचीत.
पुलिस के मुताबिक, करौली शहर में शनिवार को नव संवत्सर के उपलक्ष्य में आयोजित बाइक रैली जब मुस्लिम बहुल इलाके से गुज़री, तो कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया. इसके बाद हिंसा फैल गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस को सख़्त कार्रवाई के निर्देश देते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
राजस्थान के भरतपुर ज़िले के रूपवास थाना क्षेत्र के चक सामरी गांव का मामला. पिछले कुछ दिनों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान में ज़हरीली शराब के सेवन से तकरीबन 36 लोगों की मौत हो चुकी है.
साल 1985 में राजस्थान के डीग में तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक सहित डेढ़ दर्जन पुलिसकर्मियों पर वहां से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे राजा मानसिंह को द्वारा घेरकर उनपर गोलियां बरसाने का आरोप लगा था. घटना में मानसिंह के साथ उनके दो अन्य साथियों की भी मौत हो गई थी.
मामला राजस्थान के चूरू ज़िले का है. मुस्लिम मरीज़ों के साथ भेदभाव के संबंध में कर्मचारियों की कथित बातचीत लीक होने के बाद श्रीचंद बरडिया रोग निदान केंद्र के संचालक सुनील चौधरी ने फेसबुक पर माफी मांगी है.
भरतपुर के शहरी सुधार ट्रस्ट के सचिव उम्मेद लाल मीणा द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़ित महिला के पति इरफान खान ने कहा कि डॉक्टरों ने व्यक्तिगत रूप से यह नहीं कहा कि आप मुस्लिम हैं और हम आपका इलाज नहीं करेंगे.
यह मामला राजस्थान के भरतपुर का है. गर्भवती महिला के पति इरफान खान ने कहा कि जो स्टाफ उनकी पत्नी के संपर्क में थे, उन्हें ऐसा लगा कि हम तबलीगी जमात से जुड़े हुए हैं.
विशेष रिपोर्ट: बीते 30 अगस्त को प्रदेश के अख़बारों में प्रकाशित एक विज्ञापन में राजस्थान सरकार ने भरतपुर ज़िले में स्थित एक स्कूल के कायाकल्प से जुड़े कई दावे किए थे, जिनकी ज़मीनी सच्चाई कुछ और है.