ख़बरों के अनुसार, बीते सितंबर में कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में अशोक गहलोत की संभावित उम्मीदवारी के बीच राजस्थान में घटे सियासी घटनाक्रम का हवाला देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर कहा है कि राजस्थान के लिए नया प्रभारी नियुक्त किया जाए.
जिस तरह देश की सबसे पुरानी पार्टी ने धीरे-धीरे दलितों और ओबीसी मतदाताओं के बीच अपना मजबूत प्रभाव खोया है, उसे देखते हुए एक दलित कांग्रेस कार्यकर्ता के पार्टी प्रमुख बनने को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता.
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को शुभकामनाएं देते कहा कि कांग्रेस ने कभी संकट के सामने हार नहीं मानी और आगे भी नहीं मानेगी. आज पार्टी के सामने कई चुनौतियां हैं, सबसे बड़ी चुनौती यह है कि लोकतांत्रिक मूल्यों के सामने जो संकट पैदा हुआ है, उसका मुक़ाबला कैसे करें.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पचास सालों से ज़्यादा लंबे अपने राजनीतिक करिअर में ख़ुद को अनेक बार निष्ठावान और समर्पित कांग्रेसी साबित करते हुए संकटों को सुलझाने, प्रशासन और नेतृत्व में मिसाल देने लायक हुनर का प्रदर्शन किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए दो उम्मीदवार शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे मैदान में हैं. पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है. वर्तमान में पूरे 22 वर्षों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर के दावे के मुताबिक, स्वयं राहुल गांधी ने उन्हें बताया था कि कुछ लोगों ने उनसे आग्रह किया था कि वे मुझसे नामांकन वापस लेने के लिए कहें, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया.
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि नामांकन प्रक्रिया के दौरान कुल 20 फॉर्म मिले थे, उनमें से चार को ख़ारिज कर दिया गया है क्योंकि हस्ताक्षर में दोहराव था या इनका मिलान नहीं हो रहा था.
शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन था. शशि थरूर के साथ ही इस पद की दौड़ में पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और झारखंड के पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी आगे आए हैं. नामांकन भरने के बाद थरूर ने कहा कि हम कोई दुश्मन या प्रतिद्वंद्वी नहीं हैं. यह एक दोस्ताना मुक़ाबला है.
राजस्थान में खड़े हुए सियासी संकट के बाद दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जो हुआ उन्हें उसका दुख है और उन्होंने इसके लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफ़ी मांगी है. इस बीच, पार्टी के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वे अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाख़िल करेंगे.
कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में अशोक गहलोत का उत्तराधिकारी चुनने की संभावनाओं के बीच पार्टी के क़रीब सौ विधायकों ने रविवार देर रात विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफ़ा सौंप दिया. इस घटनाक्रम पर अशोक गहलोत का कहना है कि उनके हाथ में कुछ नहीं है, विधायक नाराज़ हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के दोनों पर्यवेक्षकों- मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन से राजस्थान के सियासी संकट को लेकर लिखित रिपोर्ट मांगी है. वहीं, माकन ने अशोक गहलोत समर्थक विधायकों द्वारा विधायक दल की बैठक में लिए जाने वाले प्रस्ताव के लिए शर्तें रखने की आलोचना की है.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर, मनीष तिवारी, कार्ति चिदंबरम, प्रद्युत बोरदोलोई और अब्दुल ख़ालिक़ ने बीते 6 सितंबर को पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर अध्यक्ष पद के चुनाव में पारदर्शिता की मांग की थी. अब मिस्त्री ने कहा है कि दिल्ली में एआईसीसी स्थित उनके कार्यालय में सभी 9,000 से अधिक प्रतिनिधियों की सूची 20 सितंबर से 24 सितंबर तक उपलब्ध रहेगी.
पार्टी अध्यक्ष पद के आगामी चुनाव में उतरने पर विचार कर रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर और असम से पार्टी सांसद प्रद्युत बोरदोलोई ने पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर उनसे निर्वाचक मंडल की सूची प्रकाशित करने की मांग की है. कई अन्य पार्टी नेता भी चुनाव में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की बात कहते हुए यह मांग उठा चुके हैं.