कहा जाता है कि कांग्रेस में प्रत्याशी चुनाव लड़ता है, भाजपा में संगठन यह जिम्मेदारी संभालता है. इस बार भाजपा और संघ के कार्यकर्ताओं में उत्साह कम दिखाई दे रहा है.
बीते दिनों शिकायतकर्ता कांग्रेस, सीपीआई और सीपीआई (एम-एल) ने आरोप लगाया था कि राजस्थान के बांसवाड़ा में मोदी का भाषण, चुनावी रैलियों में राम मंदिर का बार-बार ज़िक्र करना और कांग्रेस के घोषणापत्र को मुस्लिम लीग का बताना आचार संहिता का उल्लंघन है, जिस पर चुनाव आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को नोटिस जारी किया था.
लोकसभा चुनावों में उतरे भाजपा के 435 उम्मीदवारों में से 106 ऐसे नेता हैं जो पिछले दस वर्षों में पार्टी में शामिल हुए हैं. इनमें से 90 पिछले पांच साल में भाजपा में पहुंचे हैं.
डिजिटल मीडिया संस्थान 'मॉलिटिक्स' के पत्रकार राघव त्रिवेदी के अनुसार, उन्होंने रायबरेली में गृह मंत्री अमित शाह रैली में कई महिलाओं से बात की जिन्होंने कहा कि उन्हें शामिल होने के लिए 100 रुपये दिए गए थे. भाजपा कार्यकर्ताओं से इस बारे में पूछने पर उन्होंने त्रिवेदी से महिलाओं के वीडियो डिलीट करने को कहा और फिर उन पर हमला कर दिया.
इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम थे, जिन्होंने अंत समय में चुनाव लड़ने से इनकार करते हुए अपना नाम वापस ले लिया था और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. फिलहाल इस सीट पर निर्दलीय और छोटे दलों के 13 उम्मीदवार मैदान में हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि हम ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग और केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा विपक्षी नेताओं के ख़िलाफ़ दर्ज किए गए मामलों को वापस लेंगे क्योंकि ये मामले क़ानूनी कार्रवाई के परिणामस्वरूप दर्ज नहीं किए गए हैं, बल्कि उत्पीड़ित करने के इरादे या चुनावों को बाधित करने के लिए लगाए गए हैं.
लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद भी चुनाव आयोग की विभिन्न गतिविधियों पर सवाल उठे हैं, जैसे कि चुनाव का लंबा कार्यक्रम और अनंतनाग में स्थगित चुनाव. इसके अलावा, आयोग ने प्रत्येक चरण में मतदान के बाद मतों की संख्या बताने और मीडिया से रूबरू होने की प्रथा भी छोड़ दी है.
असम के पहाड़ी दिमा हसाओ ज़िले में भारी भूस्खलन और रेलवे पटरियों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बीते 25 अप्रैल से यात्री और माल गाड़ियां प्रभावित हुई हैं, जिससे त्रिपुरा में ईंधन संकट खड़ा हो गया है. राजधानी अगरतला में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में भोपाल के बैरसिया में भाजपा के जिला पंचायत सदस्य उनके नाबालिग बेटे को ईवीएम पर भाजपा के चुनाव चिह्न का बटन दबाने की कहते हुए दिख रहे हैं. इस सीट पर 7 मई को मतदान हुआ था. कांग्रेस ने घटना की आलोचना करते हुए कहा है कि भाजपा ने चुनाव आयोग को बच्चों के खिलौने में बदल दिया है.
गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार के निर्विरोध चुने जाने के कुछ दिनों बाद मध्य प्रदेश के इंदौर में कांग्रेस उम्मीदवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया और कुछ ही घंटों में भाजपा में शामिल हो गए. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का कहना है कि भाजपा के राजनीतिक माफिया ने इंदौर के 20 लाख मतदाताओं को वोट देने के अधिकार से वंचित कर लोकतंत्र की हत्या की है.
यह घटना गुजरात के दाहोद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत महिसागर जिले के परथमपुर में एक मतदान केंद्र पर हुई. कांग्रेस के अनुसार, विजय भाभोर नामक व्यक्ति एक स्थानीय भाजपा नेता का बेटा है. अब इस गांव में 11 मई को पुनर्मतदान होगा.
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हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा भारतीय जनता पार्टी की नायब सिंह सैनी सरकार से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस में जाने के साथ ही सदन में भाजपा के पास 43 विधायकों का समर्थन रह गया है. यह आंकड़ा बहुमत से दो कम है.
लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 123 की उपधारा 3 और 3(ए) कहती हैं कि धर्म के आधार पर और धार्मिक प्रतीकों का इस्तेमाल करते हुए वोट के लिए अपील करना भ्रष्ट आचरण है. लेकिन मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान संबंधित क़ानून का बार-बार उल्लंघन होते हुए देखा जा रहा है.
लोकसभा चुनाव: मुस्लिम मतदाताओं को परेशान करने का आरोप, विपक्ष ने कहा- भाजपा मतदान प्रभावित कर रही है
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से लेकर गुजरात में कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर मतदान प्रभावित करने का आरोप लगाया है. सपा का कहना है कि यूपी के संभल समेत कई क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया या उनके साथ बदसलूकी की गई.