राजस्थान के अलवर ज़िले का मामला. शिकायत के अनुसार, घटना शनिवार को हुई, जब गांव के सरकारी स्कूल का कक्षा 4 का छात्र स्कूल परिसर में स्थित हैंडपंप पर पानी पीने गया, जहां पानी भर रहे कथित ऊंची जाति के एक व्यक्ति ने लड़के ने बाल्टी छूने पर उसे बेरहमी से पीटा.
घटना राजधानी बेंगलुरु से 80 किमी दूर चिक्कबल्लापुर ज़िले के केम्पडेनहल्ली गांव की है. जहां कथित उच्च जातियों से आने वाले दस लोगों ने जेवर चुराने के संदेह में चौदह साल के एक दलित किशोर को खंबे से बांधकर बुरी तरह पीटा. पुलिस के अनुसार, घायल किशोर का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
मामला औरेया ज़िले के अछल्दा थाना क्षेत्र का है. बीते सात सितंबर को 10वीं कक्षा के एक छात्र के सामाजिक विज्ञान के शिक्षक ने परीक्षा में ग़लत उत्तर देने को लेकर पिटाई की थी. इलाज के दौरान सोमवार को छात्र की मौत हो गई. शिक्षक के ख़िलाफ़ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज होने के बाद से वह फ़रार हैं.
घटना कोलार ज़िले के मलूर तालुक के एक गांव में इस महीने की शुरुआत में घटी थी, जब गांव में निकाले जा रहे ग्राम देवता के जुलूस में 15 साल के लड़के के मूर्ति के स्पर्श के बाद उसके परिवार से साठ हज़ार रुपये का जुर्माना देने को कहा गया. ऐसा न करने पर उन्हें गांव से बाहर निकालने की धमकी दी गई.
उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के एक सरकारी स्कूल का मामला. मामला सामने आने के बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित भी कर दिया गया है. कक्षा छह में पढ़ने वाले छात्र ने आरोप लगाया था कि ग़लती से शिक्षक की बाइक छू देने पर उन्होंने उसे एक कमरे में बंद कर दिया था और लोहे के पाइप व झाड़ू से पिटाई की थी.
राजस्थान के बाड़मेर शहर के सरकारी स्कूल का मामला है. पुलिस ने बताया कि आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. कुछ दिन पहले राज्य के जालोर ज़िले में कथित तौर पर शिक्षक की पिटाई से नौ वर्षीय एक दलित बच्चे की मौत का मामला सामने आया था.
राजस्थान में जालोर ज़िले के सुराणा गांव स्थित एक निजी स्कूल का मामला. बच्चे को बीते 20 जुलाई को कथित तौर पर पीटा गया था और बीते शनिवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई. पुलिस ने 40 वर्षीय शिक्षक को गिरफ़्तार कर लिया है. उनके ख़िलाफ़ हत्या और अनुसूचित जाति/जनजाति अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
कर्नाटक में एक अस्पृश्यता विरोधी 'विनय समरस्य' योजना को दलित समुदाय से आने तीन साल के विनय के नाम पर शुरू करने का ऐलान किया है. यह बच्चा सितंबर 2021 में कोप्पल ज़िले के एक गांव में बारिश से बचने के लिए मंदिर में चला गया था, जिसके बाद ग्रामीणों ने उसके परिवार पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया था.
यह घटना वर्धा में हुई, जहां अर्वी के जगोना माता मंदिर परिसर में खेल रहे बच्चे को दानपेटी से सिक्के चुराने के आरोप में हाथ-पैर बांधकर पीटा गया और गर्म फ़र्श पर बैठने को मजबूर किया गया.